
चंडीगढ़/यमुनानगर, 16 फरवरी
जल्दबाजी और लापरवाही भी कभी-कभी जानलेवा साबित हो जाती है । ऐसे ही दर्दनाक हादसे की घटना मंगलवार शाम को रेलवे फाटक बंद होने के बाद भी रेल्वे लाइनों को पार कर रहे हैं दादी और पोते की ट्रेन से कटने का सामने आई। सूचना मिलने पर राजकीय रेलवे पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम कराने के बाद शव परिजन को सौंप दिया। दोनों मृतकों की पहचान गांव रामपुर खादर के भूपाल व उसकी दादी प्रेमो देवी के रूप में हुई। राजकीय रेलवे पुलिस के थाना प्रभारी नरेंद्र प्रसाद ने बताया कि पेंटर का काम करने वाला भूपाल कल शाम को बाइक पर अपनी दादी के साथ एक शादी समारोह से वापस लौट रहा था। जब वें पांसरा रेलवे फाटक के पास पहुंचे तो फाटक बंद मिला । जिस कारण से भूपाल ने अपनी बाइक खडी की और पैदल ही फाटक के नीचे से दादी को रेलवे लाइन पार करवा रहा था कि अचानक से तेज रफ्तार से आ रही रेलवे की इंशपैक्शन ट्रेन की चपेट में दोनों आ गए। ट्रेन की टक्कर लगने से दोनों ही करीब 100 फुट की दूरी पर जाकर गिरे और उनके शव के टुकड़े हो गए। भूपाल की जेब से मिले आधार कार्ड से उसकी शिनाख्त हो पाई। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि लोगों ने युवक को आवाज भी लगाई कि ट्रेन आ रही है , कुछ देर रुक जाए। लेकिन जल्दबाजी के चक्कर में लाइन क्रॉस करने के लिए वह आगे बढ़ गया। पुलिस ने 174 के तहत कार्रवाई कर पोस्टमार्टम कराने के बाद शवों को परिजन को सौंप दिए। बता दें कि यमुनानगर शहर में इस तरह के हादसे पहले भी हो चुके हैं और पूरे शहर में शहर में एकमात्र ओवर ब्रिज है। यह रेलवे फाटक लंबे समय तक बंद रहता है। इसलिए लोग जल्दबाजी के चक्कर में जान जोखिम में डालकर फाटक बंद होते हुए भी वहां से निकलते हैं । वैसे भी इन दिनों रेलवे की ओर से कोरीडोर का काम चल रहा है। यहां पर हर समय वाहनों का लंबा जाम लगा रहता है।