
चंडीगढ़/पंचकूला 17 फरवरी
डिजिटल इंडिया के दौर मे फोटोग्राफी का क्षेत्र उभर कर सामने आया है चाहे प्रोडक्ट फोटोग्राफी हो या फिर प्रोफेशनल फोटोग्राफी दोनों ही एक अच्छे रोजगार की तरफ संकेत देते हे । यह बात प्राचार्य डॉ अर्चना मिश्रा ने सेक्टर – 1 स्थित गवर्नमेंट पोस्ट ग्रेजुएट कॉलेज में प्रोफेशनल फोटोग्राफी पर एक दिवसीय कार्यशाला में विद्यार्थियों को सम्बोधित करते हुए कही ।
कार्यशाला में बतौर मुख़्य वक्ता डॉ अजय सैनी ने सभी छात्रों को कैमरों और लेंस के सभी प्रकारों के बारे में बताया। उन्होंने छात्रों को फ़ोटो क्लिक करने से पहले उसकी छवि अपने मस्तिष्क में बनाने की बात की। उन्होंने कहा कि हम किसी भी तस्वीर को अपने मस्तिष्क से देखते हैं। कैमरा का बटन हमारे दिमाग में पिक्चर बनने के बाद दबना चाहिए। कोई भी फोटोग्राफर अपनी सही कम्पोजीशन से अपना अलग परिणाम देता हैं। हर इंसान का अपना अलग नजरिया होता हैं। हमें उस नजरिये से तस्वीर को रूप देना हैं। अजय सैनी ने छात्रों को कैमरे के तकनीकी स्वरूप से भी रूबरू कराया और उसके अलग-अलग मोड्स को छात्रों के साथ चलाना सिखाया।
कॉलेज के प्लेसमेंट और कैरियर गाइडेंस सेल के इंचार्ज प्रोफेसर नवीन कुमार ने कहा की हमें कैमरा सीखने के लिए शुरुआत में कैमरे से सम्बंधित स्मार्टफोन ऍप्लिकेशन्स का प्रयोग करना चाहिए। आजकल ज्यादातर नए स्मार्टफोन में कैमरा का प्रो मोड मौजूद है। छात्रों को इस मोड से मैन्युअल मोड की जानकारी मिल जाएंगी। अच्छी तस्वीरों को क्लिक करने के लिए अच्छी कैमरा डिवाइस के साथ अच्छी कम्पोजीशन का होना बेहद ज़रूरी हैं।किसी तस्वीर की कम्पोजीशन ही उस तस्वीर का हाल बयाँ कर देती हैं।
कार्यशाला का आयोजन कॉलेज के कैरियर गाइडेंस और प्लेसमेंट सेल ने किया। कार्यशाला में अद्वित्य खुराना और कुसुम रानी शामिल उपस्थित रहीं। कार्यशाला का संचालन पत्रकारिता एवं जनसंचार से डॉ चित्रा तंवर ने किया। इसमें कॉलेज के सारे संकायों से 50 छात्र शामिल रहें।