
आर पी डब्लू न्यूज़/अभिषेक ठाकुर
•पोषण जागृति माह में जिला स्तर से गांव स्तर तक होंगे जागरूक्ता कार्यक्रम आयोजित
भिवानी, 03 जनवरी:- महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा जनवरी माह को राष्ट्रीय पोषण माह के रूप में मनाया जा रहा है। राष्ट्रीय पोषण माह के दौरान कुपोषण को दूर करने के उद्देश्य के चलते राज्य, जिला, खंड एवं ग्राम स्तर पर अनेक प्रकार की गतिविधियां आयोजित की जा रही हैं।उपायुक्त नरेश नरवाल यह जानकारी देते हुए बताया कि विभाग के निर्देशानुसार पोषण माह की गतिविधियां जनवरी माह के चारों सप्ताह अलग-अलग जागरूकता गतिविधियां चलाकर मनाया जाएगा। उन्होंने बताया कि सेमिनार, प्रतियोगिताएं संगोष्ठी जागरूकता रैली, हैल्थ चेकअप, प्रभात फेरी, पोषण पंतग, किचन गार्डनिंग, पौधारोपण, बच्चों व गर्भवती महिलाओं के स्वास्थ्य जांच का विशेष शिविर, स्वच्छता व स्वास्थ्य अभियान सहित नुक्कड़-नाटक आदि के माध्यम से नागरिकों को जागरूक कर पोषण माह मनाया जाएगा। उन्होंने बताया कि पोषण माह में महिला बाल विकास विभाग के अलावा स्वास्थ्य विभाग, शिक्षा, आयुष विभाग व जिला प्रशासन के सहयोग से विभिन्न गतिविधियां आयोजित की जाएगी। उन्होंने बताया कि चावल के पोषक तत्वों के संवर्धन पर संवेदीकरण के लिए राज्य स्तरीय संगोष्ठी, स्वास्थ्य विभाग के साथ अभिसरण में जिला स्तर पर कार्यरत सभी कर्मचारियों का स्वास्थ्य जांच शिविर/एचबी परीक्षण शिविर, जिला स्तर पर स्कूली बच्चों के लिए विभिन्न प्रतियोगिताएं जैसे ड्राइंग/स्लोगन/कविता/पोस्टर, आयुष द्वारा पारंपरिक आयुर्वेद प्रथाओं और घरेलू उपचारों को एकीकृत करने पर संगोष्ठी, जिला स्तर पर सीडीपीओ/पर्यवेक्षकों/अन्य द्वारा पोषण ट्रैकर पर एडब्ल्यूडब्ल्यूएस को डेटा फीडिंग का प्रशिक्षण और पोषण ट्रैकर के संबंध में उनकी समस्याओं का समाधान, 0 से 6 वर्ष तक के बच्चों के लिए डब्ल्यूसीडी और स्वास्थ्य जांच शिविर/एचबी परीक्षण शिविर, गर्भवती का स्वास्थ्य परीक्षण/एचबी परीक्षण, स्तनपान कराने वाली महिलाएं को पोषण जानकारी, जिला स्तर पर स्कूली बच्चों के लिए विभिन्न प्रतियोगिताएं जैसे ड्राइंग/स्लोगन/कविता/पोस्टर, आयुष द्वारा पारंपरिक आयुर्वेद प्रथाओं और घरेलू उपचारों को एकीकृत करने पर संगोष्ठी, जिला स्तर पर सीडीपीओ/पर्यवेक्षकों/अन्य द्वारा पोषण ट्रैकर पर एडब्ल्यूडब्ल्यूएस को डेटा फीडिंग का प्रशिक्षण और पोषण ट्रैकर के संबंध में उनकी समस्याओं का समाधान, गर्भवती का स्वास्थ्य परीक्षण/एचबी परीक्षण, ब्लॉक के धार्मिक स्थलों पर पोषण गान, वृक्षारोपण अभियान चलाया, वीएचएसएनडी दिवस (15 जनवरी) पर बच्चों के टीकाकरण और विकास की निगरानी के लिए वजन दिवस आयोजित करेंगे।उन्होंने बताया कि पोषण जागृति माह के दौरान अच्छे प्रदर्शन वाले फील्ड पदाधिकारियों की सराहना कार्यक्रम, खिलौनों की प्रदर्शनी, कम लागत वाले व्यंजनों की प्रदर्शनी, बाजरा को बढ़ावा देने के लिए कम लागत वाली रेसिपी आइटम का प्रदर्शन, व्यंजनों की प्रतियोगिता, पोषण वाटिका के साथ सेल्फी प्वांइट के माध्यम से भी जागरूक किया जाएगा।महिला एवं बाल विकास विभाग की कार्यक्रम अधिकारी वैशाली ने पोषण माह के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि पोषक तत्वों से भरपूर भोजन के अंतर्गत विभिन्न प्रकार के खाद्य पदार्थ जैसे कि अनाज, दालें, हरी पत्तेदार सब्जियां व फलों के सेवन बारे जागरूक किया जाएगा। एनिमिया से बचाव के लिए आयरन मुक्त आहार जैसे कि दालें, हरी पत्तेदार सब्जियां, जैसे पालक, मैथी, सरसों, बथुआ व चौलाई आदि व फल, दूध, दही, पनीर आदि का सेवन जरूरी है। इसी प्रकार से खट्टे फल जैसे नींबू, आंवला, अमरूद आदि भोजन में शामिल करने से एनिमिया से बचाव में सहायक हैं। उन्होंने बताया कि डायरिया से बचाव के लिए व्यक्तिगत स्वच्छता, घरेलू स्वच्छता, खाद्य व स्वच्छ जल तथा स्वच्छता व साफ-सफाई जरूरी है, जिनके बारे में पोषण माह के दौरान महिलाओं को जानकारी दी जाएगी।