
आर पी डब्लू न्यूज़/ब्यूरो रिपोर्ट
जनवरी 3:- दुनियाभर के मीडिया संगठन और संस्थान भारत की अध्यक्षता में G20 बैठक को एक विशेष फोकस के साथ देख रहे है। जर्मनी के समाचार पत्र पॉलिटिकों ने अपने ओपिनियन

भारत की G20:अध्यक्षता के अवसर और चुनौतियाँ में लिखा
“मंच के आवरण को मानते हुए, नई दिल्ली के पास खंडित वैश्विक व्यवस्था से निपटने में अपनी ताकत और विश्वसनीयता का परीक्षण करने का एक अभूतपूर्व मौका है।”
G20 की उपयोगिता को समझाते हुए समाचार पत्र ने लिखा
“G20 का मुख्य उद्देश्य हमेशा सामूहिक कार्रवाई और दुनिया भर के प्रमुख विकसित देशों और उभरती अर्थव्यवस्थाओं के बीच समावेशी सहयोग के महत्व को पहचानना रहा है। और एक अग्रणी बहुपक्षीय मंच के रूप में, यह भविष्य की वैश्विक आर्थिक वृद्धि और समृद्धि हासिल करने में एक रणनीतिक भूमिका रखता है, क्योंकि इसके सदस्य वैश्विक सकल घरेलू उत्पाद का 85 प्रतिशत, वैश्विक व्यापार का 75 प्रतिशत और दुनिया की दो-तिहाई आबादी का प्रतिनिधित्व करते हैं।,,
समाचार ऐजंसी रॉयटर्स ने हरित ऊर्जा क्षेत्र को प्रदर्शित करने हुए अपने विशेष लेख : भारत हरित हाइड्रोजन उद्योग के लिए $2 बिलियन प्रोत्साहन की योजना बना रहा है” में विस्तार से भारत के हरित ऊर्जा मिशन की जानकारी दी
विश्व आर्थिक मंच ने अपने लेख “भारत के 2023 में दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था होने की उम्मीद है” में बताया कि “इस महीने भारतीय केंद्रीय बैंक के एक सर्वेक्षण के अनुसार, दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था के 31 मार्च, 2024 को समाप्त होने वाले वित्तीय वर्ष में 6% बढ़ने की उम्मीद है।”
इसके अतिरिक्त विश्व स्वास्थ्य संगठन ने अपने लेख “G20 देशों में एक स्वास्थ्य” में लिखा
“जी20 देश वन हेल्थ (ओएच) के दृष्टिकोण को लागू करने के लिए वन हेल्थ क्वाड्रिपार्टीट से मार्गदर्शन की तलाश कर रहे हैं। 2022 में क्वाड्रिपार्टाइट ने लोम्बोक जी20 वन हेल्थ पॉलिसी ब्रीफ विकसित करके इंडोनेशियाई जी20 प्रेसीडेंसी का समर्थन किया। सरकारों के साथ कई परामर्श और वन हेल्थ हाई-लेवल एक्सपर्ट पैनल से इनपुट ने देशों के लिए इस एकीकृत दृष्टिकोण को बढ़ाने के लिए सात सिफारिशों की पहचान करने में मदद की है”
भारत, रूस-यूक्रेन युद्ध को शांति से समाप्त करने का पक्षधर : पीएम मोदी
पीएम मोदी से फोन पर बातचीत करते हुए यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की ने भारत को G20 की अध्यक्षता के लिए शुभकामनाएं दी। वहीं दूसरी ओर पीएम मोदी ने कहा कि भारत सदैव शांतिपूर्ण तरीके से युद्ध को समाप्त करने का पक्षधर रहा है, उन्होंने कहा था कि भारत बातचीत के माध्यम से युद्ध को समाप्त करने और कूटनीति के माध्यम से उपयुक्त समाधान खोजने की अपील करता है। पीएम मोदी ने युद्ध के समय भी भारत मानवीय सहायता को सुचारु रूप से पहुचाने की बात कही थी।
कैसे काम करता है G20 समूह?
जी20 की अध्यक्षता के तहत एक वर्ष के लिए अध्यक्ष देश द्वारा जी20 एजेंडा का संचालन किया जाता हैं। साथ ही अध्यक्ष देश द्वारा एक शिखर सम्मेलन का आयोजन किया जाता है। जी20 में दो समानांतर ट्रैक फाइनेंस ट्रैक और शेरपा ट्रैक होते हैं। वित्त मंत्री और केंद्रीय बैंक के गवर्नर वित्त ट्रैक का नेतृत्व करते हैं जबकि शेरपा शेरपा ट्रैक का नेतृत्व करते हैं। जी20 सदस्य देश वैश्विक सकल घरेलू उत्पाद के लगभग 85 फीसदी, वैश्विक व्यापार के 75 फीसदी से अधिक और विश्व जनसंख्या के लगभग दो-तिहाई का प्रतिनिधित्व करते हैं।
गौरतलब है कि जी20 के राष्ट्राध्यक्षों और शीर्ष नेताओं का 17वां शिखर सम्मेलन 15-16 नवंबर 2022 को इंडोनेशिया के बाली में हुआ था। इसमें भारत की तरफ से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हिस्सा लिया था। इस शिखर सम्मेलन के समापन अवसर पर इंडोनेशिया के राष्ट्रपति जोको विडोडो ने भारत को जी20 की अध्यक्षता सौंपी थी।
बता दें कि जी20 शिखर सम्मेलन नई दिल्ली में समापन के दौरान भारत 2024 के लिए जी20 की अध्यक्षता दक्षिणी अमेरिकी देश ब्राजील को सौंपेगा।