
आर पी डब्लू न्यूज़/रीतू रहनुमा

दिल्ली जनवरी 13:-भारत और जापान: “वसुधैव कुटुम्बकम” की दिशा में दुनिया के भविष्य को आकार देने का अनूठा अवसरपर्यावरण सप्ताह के दौरान केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव और जापान के पर्यावरण मंत्री अकिहिरो निशिमुरा के साथ द्विपक्षीय बैठक हुई , इस बैठक में दोनों नेताओं के मध्य G7/G20 सहयोग, लाइफ, समुद्री और प्लास्टिक अपशिष्ट, COP-27 तथा CBD-15 सहित कई मुद्दों पर चर्चा हुई। केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव ने कहा कि दोनों देशों को मिलकर एक स्थायी, समग्र, दायित्वपूर्ण और समावेशी तरीके से दुनिया में सभी के लिए न्यायसंगत और समान विकास को बढ़ावा देना चाहिए। इसके अलावा दोनों देशों ने सहयोग को और बढ़ावा देने के साथ-साथ बहुपक्षीय रूपरेखाओं में एक साथ काम करने पर भी अपनी सहमति जताई ।
दोनों देश पर्यावरणीय चुनौतियों से निपटने के लिए प्रतिबद्ध
बैठक में दोनों देशों ने पर्यावरणीय चुनौतियों से निपटने के लिए प्रतिबद्धता जाहिर करते हुए कहा कि दुनिया को जलवायु परिवर्तन, प्रदूषण और जैव विविधता के नुकसान के संकट का मुकाबला करने के लिए उत्पादन और खपत के मुद्दे का तत्काल समाधान करने की जरूरत है। इसके अलावा Mission ‘LiFE’ यानी सभी के लिए पर्यावरण अनुकूल जीवन शैली के महत्व पर भी प्रकाश डाला। भारत ने जलवायु परिवर्तन के प्रभाव से निपटने और जरूरी तकनीकी सहयोग करके विकासशील देशों के विकास लक्ष्यों का समर्थन करने की भी प्रतिबद्धता जाहिर की।
क्या है Mission ‘LiFE’ ?
Mission ‘LiFE’ यानि lifestyle for the environment इस विचार को पीएम मोदी ने साल 2021 में ग्लासगो में 26 वें COP-26 के दौरान पेश किया था। इसका उद्देश्य 2022-28 की अवधि में पर्यावरण संरक्षण के लिए कम से कम एक बिलियन भारतीयों और वैश्विक नागरिकों को जुटाना है। इसके अलावा भारत में ही सभी गांवों और शहरी स्थानीय निकायों में कम से कम 80 प्रतिशत लोगों को वर्ष 2028 तक एनवायरमेंट फ्रेंडली बनाने का लक्ष्य भी रखा है।
दोनों देशों के पास दुनिया के भविष्य को आकार देने का अनूठा अवसर
जापान और भारत दोनों ने क्रमश: G7 और G20 की अध्यक्षता संभाली है और यह दोनों देशों के लिए वसुधैव कुटुम्बकम या ‘वन अर्थ, वन फैमिली, वन फ्यूचर’ (एक धरती, एक परिवार, एक भविष्य) की दिशा में दुनिया के भविष्य को आकार देने के लिए एजेंडा और प्राथमिकताएं निर्धारित करने का एक अवसर प्रस्तुत करता है। भारत ने हाल के वर्षों में दुनिया की पांचवी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था के रूप में उभरा है और भारत हर हाल में वैश्विक जिम्मेदारियों को निभाने में पूरी तरह से प्रतिबद्ध है।
बहुपक्षीय मंचों पर भारत और जापान
भारत और जापान दोनों देश राजनयिक संबंधों की स्थापना की 70वीं वर्षगांठ मना रहे हैं। दोनों देशों ने पूराने संबंध की सकारात्मक विरासत को जारी रखा है जो लोकतंत्र, व्यक्तिगत आजादी और कानून के शासन में विश्वास के साझे मूल्यों से मजबूत हुआ है। आज भारत और जापान साझा सहयोग से बहुपक्षीय मंचों पर अपनी उपस्थिति दर्ज कर एक दूसरे का सहयोग कर रहे हैं। आज भारत को नई प्रौद्योगिकियों से अवगत कराने में जापान का विशेष योगदान रहा है। भारत ने संसाधनों, उन्नत तकनीक और सार्वजनिक और निजी निवेश के माध्यम से ‘मेक इन इंडिया’, ‘स्किल इंडिया’ और ‘क्लीन इंडिया मिशन’ जैसे प्रमुख परिवर्तनकारी पहलों के लिए जापान के मजबूत समर्थन का हमेशा स्वागत किया है। इसके अलावा दोनों देश बहुपक्षीय मंचों से सतत विकास, आर्थिक स्थिरता, भोजन, जल सुरक्षा, पर्यावरण संरक्षण, आपदा शमन, आतंकवाद, साइबर सुरक्षा, स्वच्छ ऊर्जा और विज्ञान व प्रौद्योगिकी विकास को बढ़ावा देने को लेकर अपने समय की जरूरतों और चुनौतियों को प्रभावी ढंग से रेखांकित करने के लिए समय समय पर अपनी प्रतिबद्धता भी जाहिर करते है।