
आर पी डब्लू न्यूज़/रीतू रहनुमा

दिल्ली जनवरी 13:- आजादी का अमृत महोत्सव पर दश भर में आयोजित हो रहे कार्यक्रमों में खादी और ग्रामोद्योग आयोग (KVIC) भी बढ़-चढ़ कर हिस्सा ले रहा है। खादी को लोकप्रिय बनाने के पीएम मोदी के विजन के अनुरूप KVIC भोपाल में राष्ट्रीय खादी उत्सव-2023 का आयोजन कर रहा है। भोपाल में 13 से 23 जनवरी तक चलने वाले राष्ट्रीय खादी उत्सव में विभिन्न राज्यों द्वारा उत्पादित खादी, ग्रामोद्योग, माटीकला और बांसकला की सामग्री एक ही स्थान पर उपलब्ध होगी। उत्सव में खादी तथा ग्रामोद्योग के क्षेत्र में कार्यरत कत्तिन, बुनकरों एवं अन्य कारीगरों के प्रोडक्ट के एग्जीबिशन में दिखेंगे।
11 राज्यों के कारीगर हो रहे शामिल
खादी उत्सव में मध्यप्रदेश और 11 अन्य राज्य राजस्थान, बिहार, छत्तीसगढ़, जम्मू-कश्मीर, पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, छतीसगढ़ और गुजरात की खादी एवं ग्रामोद्योग के क्षेत्र में लगभग 90 इकाइयां शामिल हो रही हैं। उत्सव में विविध प्रकार के खादी कपड़ा, मलबरी सिल्क, मसलिन खादी, भागलपुरी सिल्क, मटका सिल्क, कोसा सिल्क की साड़ियां एवं कपड़ा, शॉल, सूट एवं सभी प्रकार के खादी वस्त्र के रेडीमेड गारमेंट्स उपलब्ध रहेंगे। इसके साथ ही ग्रामोद्योग में माटीकला की सामग्री, जूट, बैतबांस, लकड़ी के फर्नीचर, चमड़े के बेग, बेल्ट, पर्स, विन्ध्यावैली ब्रांड की अगरबत्ती, शेम्पू और सेनेटाईजर, शुद्ध एवं प्राकृतिक मसाले, शहद, अचार, पापड़, आटा, बेसन और दलिया इत्यादि दैनिक उपयोग की सामग्रियां भी उपलब्ध रहेंगी।
देश की सांस्कृतिक विविधता को किया जा सकेगा अनुभव
खादी उत्सव में खरीदारी के साथ प्रतिदिन सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आनंद और देश-प्रदेश की सांस्कृतिक विविधता को भी करीब से अनुभव किया जा सकेगा। मध्यप्रदेश खादी तथा ग्रामोद्योग बोर्ड द्वारा आयोजित इस उत्सव में विभिन्न राज्यों द्वारा उत्पादित खादी के प्रोडक्ट्स एक साथ देखने को मिलेंगे। देश के कई क्षेत्रों से आने वाले प्रोडक्टस देश की सांस्कृतिक विविधता को प्रदर्शन करने के साथ ही अनोखी कारीगरी भी लोगों के बीच प्रदर्शित करेंगे।
देश में KVIC के 8035 खादी बिक्री आउटलेट
खादी और ग्रामोद्योग आयोग (KVIC) के पास अपनी 18 शाखाओं और खादी संस्थानों (KVI) के 8035 खादी बिक्री आउटलेट के साथ 8 विभागीय बिक्री आउटलेट ‘खादी इंडिया’ का एक विस्तृत नेटवर्क है। ये आउटलेट उत्पादन करने वाले ग्रामीण कारीगरों और शहरी क्षेत्रों में रहने वाले उपभोक्ता के बीच एक नेटवर्क बनाने में एक प्रमुख भूमिका निभाते हैं। इसके अलावा, KVIC ने विदेशी वस्तुओं का मुकाबला करने और केवीआई उत्पादों को बढ़ावा देने के लिए खादी के प्रचार प्रसार के लिए प्रतिबद्ध है।
खादी के इस्तेमाल पर सरकार का विशेष फोकस

केंद्र सरकार ने पिछले 8 वर्षों में, यानी 2014-15 से 2021-22 में खादी क्षेत्र में उत्पादन में 191 प्रतिशत की वृद्धि हुई है, जबकि खादी की बिक्री में 332 प्रतिशत की तेजी से वृद्धि दर्ज की गई है। केंद्र सरकार ने लोगों को खादी को प्राथमिकता देने पर विशेष जोर दिया है। ‘Khadi for Nation, Khadi for Fashion and Khadi for Transformation’ के आदर्श वाक्य ‘खादी’ को नई ऊंचाइयों पर पहुंचा रहे हैं। पीएम मोदी के आह्वान “आत्मनिर्भर भारत” और “वोकल फॉर लोकल” से आज खादी लोगों की पहली पसंद बन गया है।
बढ़ती लोकप्रियता से खादी के बिक्री में वृद्धि
केवीआईसी अध्यक्ष मनोज कुमार ने जानकारी दी कि वित्त वर्ष 2021-22 में खादी और ग्रामोद्योग की बिक्री एक लाख 15 हजार करोड़ रुपये को पार कर गई है। इसी साल 2 अक्टूबर को दिल्ली के खादी भवन में एक दिन में सबसे ज्यादा 1 करोड़ 36 लाख रुपए की रिकॉर्ड बिक्री हुई थी और नई दिल्ली के प्रगति मैदान में 14 नवंबर से आयोजित हुए अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मेले के दौरान खादी पवेलियन ने 200 से अधिक स्टालों के माध्यम से 12 करोड़ रुपये की बिक्री हुई की थी। इसके साथ ही नई दिल्ली के कनॉट प्लेस में अपने प्रमुख स्टोर पर खादी की एकल-दिन की बिक्री भी 30 अक्टूबर 2021 को 1.29 करोड़ रुपये के सर्वकालिक उच्च स्तर पर पहुंच गई थी।
भारत का MSME सेक्टर होगा आत्मनिर्भर
आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ रहे भारत ने खादी के समुचित उपयोग से MSME सेक्टर को और अधिक मजबूत करने का प्रयास कर रहा है। खादी उत्पादों की डिजाइन हस्तक्षेप, उत्पाद विकास और बढ़ती बाजार क्षमता प्रदान करने के लिए उत्कृष्टता केंद्र की स्थापना की गई है। KVIC ने MSMEs के लिए ई-मार्केट लिंकेज – GeM पोर्टल (gem.gov.in), समर्पित ऑनलाइन पोर्टल (kviconline.gov.in) और मान्यता प्राप्त ई-मार्केट लिंकेज के माध्यम से विरासत और स्वदेशी कला और शिल्प में विशेषज्ञता सहित केवीआई उत्पादों की आपूर्ति/विपणन के लिए मार्केटिंग पोर्टल (www.ekhadiindia.com) तंत्र की व्यवस्था की है। इसके साथ ही केंद्र सरकार द्वारा जारी अधिसूचना के अनुसार मंत्रालयों, विभागों और सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों को जिला उद्योग केंद्रों और KVIC बोर्डों के साथ पंजीकृत इन सूक्ष्म और लघु उद्यमों से अपने वार्षिक मूल्य का न्यूनतम 25% माल और सेवाओं की खरीद करनी है। राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय पर्यटकों के लिए केवीआई उत्पादों को प्रदर्शित करने के लिए केवडिया (गुजरात) और नई दिल्ली, मुंबई, जयपुर, जोधपुर, भोपाल और गोवा में हवाई अड्डों पर विशेष खादी लाउंज खोले गए हैं।
खादी का हो रहा अंतर्राष्ट्रीयकरण
विशेष रूप से केवीआई उत्पादों को बेचने के लिए एक आधिकारिक ई-कॉमर्स पोर्टल ‘खादी इंडिया.जीओवी.इन’ लॉन्च किया गया है, जहां केवल सूचीबद्ध खादी उत्पादों को ही बेचने की अनुमति है। भारत में वर्ल्डमार्क ‘खादी’ और ‘खादी इंडिया’ लोगो के लिए ट्रेड मार्क पंजीकरण प्राप्त किया, जिसमें क्लास -24 और 25 (कपड़ा और कपड़ा उत्पाद) शामिल हैं। घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय बाजारों में उन्हें सुलभ बनाने के लिए विभिन्न स्तरों पर प्रदर्शनियों का आयोजन करके केवीआई उत्पादों को लोकप्रिय बनाया जा रहा है। अमेरिका स्थित दुनिया का प्रमुख फैशन ब्रांड, पैटागोनिया, अब डेनिम परिधान बनाने के लिए दस्तकारी खादी डेनिम कपड़े का उपयोग कर रहा है।
बढ़े रोजगार के अवसर
खादी और ग्रामोद्योग आयोग ने देश में लोगों को किसान, महिलाएं, आदिवासी और युवाओं को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में कई कार्यक्रम आयोजित किए हैं जिसमें हनी मिशन है, जिसने लोगों को स्थायी रोजगार दिया है। पिछले 3 वर्षों में 346 खादी कारीगरों के लिए वर्कशेड बनाए गए हैं और मधुमक्खी पालन के लिए 15710 मधुमक्खी कालोनियों का वितरण किया गया। इसके अलावा अनुपयोगी और बंजर जमीन पर बांस के पौधे लगाने के उद्देश्य से एक और योजना शुरू की गई। तो वहीं कुम्हारों को सशक्त करने के लिए केंद्र सरकार ने कुम्हार सशक्तिकरण योजना’ कार्यक्रम की शुरुआत की, इस योजना के अंतर्गत 1020 कुम्हारों को इलेक्ट्रॉनिक पॉटर चाक वितरित किए गए।