
आर पी डब्लू न्यूज़/ब्यूरो रिपोर्ट
दिल्ली जनवरी 16:-G20 के Infrastructure Working Group की पहली बैठक का आज पुणे में उद्घाटन किया गया। केंद्रीय मंत्री नारायण राणे भी इस अवसर पर उपस्थित थे। श्री राणे ने G20 प्रतिनिधियों का स्वागत किया और बैठक के पहले सत्र की शुरुआत की। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार भारत को विश्व की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनाने के प्रयास कर रही है और पुणे में हो रहा यह सम्मेलन देश की प्रगति के लिए जरूरी है। इन दो दिवसीय बैठक में G20 का IWG ‘Financing Cities of Tomorrow: Inclusive, Resilient and Sustainable’ विषय पर विचार-विमर्श करेगा।
तीस से अधिक देशों के 66 प्रतिनिधि शामिल
इस बैठक में IWG सदस्य देश और भारत द्वारा आमंत्रित अतिथि देश व अंतराष्ट्रीय संगठन के 65 प्रतिनिधियों ने भाग लिया। इसके अलावा इस बैठक में आधारभूत संरचना समूह के सदस्य देश, विशेष आमंत्रित देश और अंतराष्ट्रीय संगठन ने भाग लिया। इसके अलावा तीस से अधिक देशों के 66 प्रतिनिधि भी इस बैठक में शामिल हुए। भारत सरकार के वित्त मंत्रालय का आर्थिक कार्य विभाग, ऑस्ट्रेलिया और ब्राजील की सह-अध्यक्षता में इस दो दिवसीय IWG बैठक की मेजबानी कर रहे हैं।
अवसंरचना निवेश पर जोर
Infrastructure Working Group (IWG) के बैठक में अवसंरचना को एक asset class के रूप में विकसित करना, गुणवत्तापूर्ण अवसंरचना निवेश को बढ़ावा देना और अवसंरचना निवेश के लिए वित्तीय संसाधन जुटाने हेतु अभिनव तरीकों की पहचान करना शामिल था।
G20 इंफ्रास्ट्रक्चर एजेंडे को आगे बढ़ाने में सक्षम
G20 एक ऐसे मंच के रूप में काम कर रहा है जो इंफ्रास्ट्रक्चर एजेंडे को आगे बढ़ा सकता है। G20 की भारत की अध्यक्षता का विषय ‘एक धरती, एक परिवार, एक भविष्य’ है और इस बात को ध्यान में रखते हुए भारत 2023 के लिए अवसंरचना से संबंधित एजेंडे की दिशा निर्धारित करेगा। यह विषय समानता पर आधारित विकास के संदेश को प्रदर्शित करता है और उन चर्चाओं के केंद्रीय एजेंडे के साथ उपयुक्त रूप से जुड़ा हुआ है, जो सुदृढ़, समावेशी और टिकाऊ शहरी अवसंरचना के निर्माण को प्रोत्साहित करते है।
कई कार्यक्रमों का आयोजन
पुणे की बैठक में “Financing of Cities of Tomorrow” पर एक उच्च-स्तरीय कार्यशाला शामिल है। इस कार्यशाला में, भविष्य के शहरों के निर्माण के लिए तकनीकी और प्रबंधकीय क्षमता से संबंधित प्रासंगिक विषयों, बढ़ते निजी वित्तपोषण में निवेशकों के विचार और आगामी शहरों की वित्तीय क्षमता की जरूरतों को लेकर चर्चा की जाएगी। इसके अलावा G20 के प्रतिनिधि वृक्षारोपण के लिए पुणे विश्वविद्यालय जाएंगे, उसके बाद “Financing for the cities of Tomorrow” विषय पर एक उच्चस्तरीय कार्यशाला भी आयोजित होगी।
शहर की समृद्ध संस्कृति से अवगत कराया जाएगा
G20 के प्रतिनिधियों को पुणे शहर की समृद्ध संस्कृति और सुंदर प्राकृतिक दृश्यों से अवगत कराया जाएगा। विभाग ने पुणे हेरिटेज वॉक, सिटी टूर और महाबलेश्वर की यात्रा जैसे वैकल्पिक पर्यटन की व्यवस्था की है।
बैठक के दूसरे दिन क्या खास ?
17 जनवरी 2023 को, IWG चार सत्रों पर विचार-विमर्श करेगा, जिसके बाद प्रतिनिधियों को धन्यवाद प्रस्ताव दिया जाएगा। पुणे में दो दिवसीय बैठकों का समापन एक विदाई रात्रिभोज के साथ होगा। वित्त मंत्रालय यह सुनिश्चित करने के लिए जी-20 के अवसंरचना एजेंडे का मार्गदर्शन करेगा कि G20 नए विचारों की परिकल्पना करने और सामूहिक कार्य में तेजी लाने के लिए एक वैश्विक प्रेरक के रूप में कार्य करे।