
आर पी डब्लू न्यूज़/अभिषेक ठाकुर
जिले में 30 बायोगैस सयन्त्र लगाने का लक्ष्य निर्धारित
भिवानी, 16 जनवरी:-डीसी नरेश नरेश नरवाल ने बताया कि भारत सरकार के नवीन एवं नवीनीकरण उर्जा मंत्रालय के बायो उर्जा प्रोग्राम के तहत जिले को वर्ष 2022-23 के दौरान 30 प्लान्ट लगवाने का लक्ष्य हरियाणा सरकार को दिया गया है। बायोगैस प्लान्ट पर अनुदान के लिए इच्छुक नागरिकों को बायोगैसडॉटएमएनआरइडॉटजीओवीडाटइन (biogas.mnre.gov.in) पर ऑनलाईन आवेदन
करना होगा।बायोगैस सयंत्र के बारे में विस्तार से जानकारी देते हुए सहायक कृषिअभियन्ता नसीब सिंह धनखड़ ने बताया कि बायोगैस के प्लान्ट के लिए अनुदान की नई व्यवस्था लागू की गई है जिसके तहत एक घन से छह घन मीटर तक काबायोगैस प्लान्ट लगाने के लिए किसान को ऑनलाईन आवेदन करना होगा। अलग-अलग क्षमता वाले प्लान्टो को उनके आकार के हिसाब से अनुदान दिया जाएगा।
उन्होंने बताया कि पिछले दिनों ग्रामीण स्वछता में जिला देशभर में अव्वल रहा था, जिसमे ग्रामीण स्तर पर बायोगैस का प्रयोग स्वच्छ उर्जा के रूप में बढ़ा हुआ है। एक से छह घन मीटर तक के बायोगैस प्लान्ट घरेलू उपयोग के लिए सबसे बेहतर विल्कप है। उन्होंने बताया कि नवम्बर, 2022 में भारत सरकार के नवीन एवं नवीनीकरण उर्जा मंत्रालय के बायो उर्जा प्रोग्राम का
प्रारूप बदलने के बाद नए सिरे से जिले का लक्ष्य आवंटित किया गया है। जिसके तहत लगने वाले बायोगैस प्लान्ट पर अनुदान के लिए किसान को
बायोगैसडॉटएमएनआरइडॉटजीओवीडाटइन ( biogas.mnre.gov.in ) पर ऑनलाईन आवेदन
करना होगा। उन्होंने बताया कि इस योजना के तहत एक घन मीटर का प्लान्ट लगाने पर सामान्य वर्ग के किसान को नौ हजार 800 रूपए अनुदान व अनुसुचित जाति एवं जनजाति के किसान को 17 हजार रूपए अनुदान दिया जाएगा। इसी प्रकार से दो से
चार घन मीटर का प्लान्ट लगाने पर सामान्य वर्ग के किसान को 14 हजार 350 रूपए व अनुसुचित जाति एवं जनजाति के किसान को 22 हजार रूपए अनुदान तथा छह घन मीटर का प्लान्ट लगाने पर सामान्य वर्ग के किसान को 22 हजार 750 रूपए व अनुसुचित जाति एवं जनजाति के किसान को 29 हजार 250 रूपए अनुदान दिया जाएगा।
उप कृषि निदेशक डॉ. आत्माराम गोदारा ने बताया कि पिछले छ: सालों के दौरान जिले में 92 किसानों द्वारा बायोगैस प्लान्ट लगाकर सरकार द्वारा दिए जा
रहे अनुदान के लाभ का फायदा उठाया जा चुका है। उन्होंने बताया कि जिले के किसानों का बायोगैस प्लान्ट में अपेक्षाकृत दिलचस्पी कम है, जबकि इसका
बहुत अधिक लाभ मिलता है। उन्होंने बताया कि घरेलू गैस सिल्डर की कीमत लगभग एक हजार से ज्यादा है, किसान बायोगैस प्लांट लगवाकर इन रूपयों को
सेव कर सकते हैं। बायोगैस से गैस और खाद के रूप में होने वाली बचत से किसान की आय बढ़ेगी। उन्होंने नागरिकों से बायोगैस प्लांट लगाने का
आह्वïन किया है।