
आर पी डब्लू न्यूज़/अभिषेक ठाकुर
भिवानी 16 जनवरी:- डीसी नरेश नरवाल ने कहा कि प्रधानमंत्री सूक्ष्मखाद्य प्रसंस्करण उद्योग उन्नयन योजना (पीएमएफएमई) बेरोजगार लोगों कोस्वरोजगार से जोड़ने में बेहद मददगार साबित होती जा रही है। उन्होंने कहाकि आजादी अमृत महोत्सव के दौरान विभिन्न योजनाओ के तहत व्यक्तिगत तौर परपुरुष, महिला, किसान उत्पादन संगठन, स्वयं सहायता समूह व सहकारी समिति ऋणयोजनाओं का लाभ ले सकते हैं।डीसी ने बताया कि स्वयं सहायता समूह को मशीन की खरीद के लिए प्रत्येकसदस्य के हिसाब से 40 हजार रुपये की राशि प्रदान की जा रही है। बुनियादीढांचा खड़ा करने के लिए 35 प्रतिशत अनुदान पर ऋण उपलब्ध करवाया जाता है।खाद उद्योग जैसे बेकरी, आटा मिल, सरसों तेल मिल, मसाले, मिठाई, जूस,पेठा, पापड़, फ्रूट, जैम, शहद, मशरूम, बिस्किट, केक, पिज़्ज़ा, टमाटरसॉस, चिप्स, नमकीन, गजक, गुड़, आचार व मखाना आदि से संबंधित खाद्य पदार्थको बनाने व उत्पादन की यूनिट लगाई जा सकती है। उन्होंने कहा कि सरकार कीओर से सूक्ष्म उद्योगों को बढ़ावा देने के लिए एक करोड़ रुपए तक का ऋणदिया जाता है, जिसमें 35 प्रतिशत सब्सिडी का प्रावधान है। उन्होंने कहाकि योजना का लाभ लेने के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन किया जाता है। इससे संबंधित जानकारी के लिए एमएसएमई सेंटर से संपर्क किया जा सकता है।