
आर पी डब्लू न्यूज़/राहुल हथो
नरवाना , 2 फरवरी :- ईमानदारी अभी जिंदा है , इसी उक्ति को चरितार्थ किया है। जिसका जिंदा जागता उदाहरण नरवाना उपकेंद्र में कार्यरत चालक कुलदीप , परिचालक सुरेंद्र है । परिचालक सुरेंद्र ने बताया कि बस संख्या एचआर 56-2804 से जींद से नरवाना रूट पर थे , शुगर मिल में कार्यरत कर्मचारी सोहनलाल गांव भैरो खेड़ा निवासी यात्री का बस में सीट नंबर 4 पर मोबाइल गिर गया । उन्होंने बताया कि वो बस परिचालक सवारियों की टिकट बनाने के लिए सीट नंबर 4 के पास पहुंचा , सीट पर मोबाइल गिरा हुआ मिला बस सीट नंबर 4 के पास बैठी सवारी से मोबाइल के बारे में पूछा कहा कि शुगर मिल स्टैंड पर उतरने वाली सवारी मोबाइल भूल गई है । परिचालक ने मोबाइल को अपने पास रख लिया सोहनलाल ने अपने मोबाइल पर फोन किया परिचालक ने फोन उठाकर सारी घटना सोहनलाल को बताएं आपका मोबाइल बस में रह गया है। मोबाइल की कीमत लगभग ₹20,000 थी परिचालक सुरेंद्र ने सोहनलाल को बस स्टैंड नरवाना पर मोबाइल ले जाने के बुलाया । बस स्टैंड उठते नरवाना के कर्मशाला प्रांगण में पहुंचकर कार्य निरीक्षक सुरेश पुनिया ,रोडवेज कर्मचारी सांसद मोर्चा के नेता रामनिवास खरक भूरा , की अध्यक्षता में परिचालक सुरेंद्र ने मोबाइल भैरो खेड़ा निवासी सोहनलाल को सौंप दिया । बस स्टैंड पर पहुंचने पर उस यात्री सोहनलाल ने बताया नरवाना उपकेंद्र में कार्यरत कर्मचारी सुरेंद्र की इमानदारी के कारण मोबाइल उन्हें दोबारा मिल सका । यात्री निवासी भैरव खेड़ा सोहनलाल ने बताया कि मोबाइल गुम होने से वह काफी परेशान हुआ । रोडवेज कर्मचारी परिचालक सुरेंद्र ने दूरभाष पर बताया कि आपका मोबाइल बस में रह गए हैं कार्यालय में आकर अपना सम्मान में पैसे ले जाओ । रामनिवास खरक भूरा , सदस्य रोडवेज कर्मचारी सांझा मोर्चा ने बताया कि यात्री को फोन कर उसका मोबाइल वापस लौटा कर रोडवेज कर्मचारियों ने ईमानदारी का परिचय दिया है । रोडवेज कर्मचारियों की ईमानदारी की बदौलत आज इमानदारी जिंदा है । ईमानदारी के कारण परिवहन विभाग का जनता में विश्वास बना हुआ है । इस मौके पर निरीक्षक दिलीप ,उप निरीक्षक तकदीर ,मनोज डूमरखा आदि कर्मचारी मौजूद थे ।