कलयुग में भगवान श्रीराम का नाम ही बचा सकता है

आर पी डब्लू न्यूज़/धर्मेंद्र अदलखा
गरीब और वंचितों की सेवा से प्रभु का आशीर्वाद मिलता है
-संगीतमय श्रीराम कथा प्रताप आडिटोरियम में शुरू
अलवर ,फरवरी 8:- संगीतमय नौ दिवसीय श्रीराम कथा महोत्सव अलवर के प्रताप आडिटोरियम में बुधवार को शुरू हो गया। श्रीराम कथा के पहले दिन संत शंभू शरण लाटा ने राम नाम की महिमा बताते हुए कहा कि कलयुग में कोई इंसान कपट नहीं करे यह बहुत आश्चर्यजनक है। कलयुग के दुष्प्रभावों से भगवान श्री राम का नाम ही बचा सकता है।

संत शंभू शरण लाटा ने श्रीराम कथा की शुरूआत श्रीराम जय राम… जय जय राम भजन से की तो आडिटोरियम तालियों की गड?ड़ाहट से गूंज उठा। यहां इनके साथ आए संगीत समूह ने कई वाध यंत्र बजाए तो वातावरण पूरी तरह भावपूर्ण हो गया।
संत लाटा ने कहा कि कलयुग में बिना सिखाए ही पाप सीख रहे हैं। ऐसे समय में भगवान श्रीराम के नाम लेने वाले कथा कर रहे हैं इससे बड़ा कोई सौभाग्य नहीं है। वर्तमान में श्रद्धा बढ़ी है लेकिन लोग अपना अहंकार नहीं छोड़ रहे हैं। यदि आप भगवान श्रीराम पर विश्वास करते हैं तो दुष्टता छोडऩी होगी। धन से आप सुख नहीं पा सकते हैं। कुछ लोगों के पास बहुत धन है लेकिन वो भी अपने आपको अभाव में मानते हैं जिससे यह पता लगता है कि भीतर को बिना संवारे बाहरी सुख बेकार हैं।
गरीबों की सेवा से खुश होते हैं प्रभु
संत लाटा ने कहा कि प्रभु तो गरीबों में बसता है। जब आप अभाव ग्रस्त और जरूरतमंद की सेवा करते हैं तो आप सीधे ही भगवान की पूजा-अर्चना कर रहे हैं। हमें किसी के अवगुणों को ध्यान में नहीं रखने चाहिए। हनुमान जी की अराधना से सभी गृह शांत हो जाते हैं।
16 फरवरी तक होगी कथा

संयोजक मंजू चौधरी अग्रवाल के अनुसार संगीतमय श्रीराम कथा के दूसरे दिन गुरुवार को शिव पार्वती विवाह प्रसंग होगा। यह कथा प्रतिदिन दोपहर ढाई बजे से शाम साढ़े छह बजे तक होगी जिसमें किसी प्रकार के पास की आवश्यकता नहीं है। कथा में किसी प्रकार का चढ़ावा स्वीकार नहीं किया जाएगा। कथा के पहले दिन समाज के गणमान्य लोग और कई राज्यों के श्रद्धालु आए। इस कथा का सीधा प्रसारण भी किया जा रहा है। इसके प्रचार प्रभारी आशुतोष शर्मा और सौरभ कालरा हैं।