2022 में भारत आए 61.9 लाख विदेशी पर्यटक, पिछले वर्ष की तुलना में हुई 4 गुना वृद्धि

आर पी डब्लू न्यूज़/ब्यूरो रिपोर्ट
दिल्ली, 9 फरवरी:- केंद्र सरकार के विभिन्न प्रयासों से देश में विदेशी पर्यटकों के आगमन में बढ़ोतरी दर्ज की गई है। साल 2022 में भारत में करीब 61.9 लाख विदेशी पर्यटकों का आगमन हुआ जो पिछले वर्ष की तुलना में 4 गुना अधिक वृद्धि को दर्शाता है। भारत में पर्यटन क्षेत्र एक महत्वपूर्ण आर्थिक गुणक है और यह तेजी से आर्थिक विकास एवं रोजगार सृजन के लिए महत्वपूर्ण बनता जा रहा है। दरअसल, पर्यटन एक ऐसी विधा है जिसके जरिए हम अपने पूर्वजों के माध्यम से हमें मिली उस विरासत और संस्कृति को महसूस और अनुभव कर सकते हैं। इस प्रकार यह हमें विविधता में एकता की ओर ले जाती है। इन तमाम दृष्टिकोण के मद्देनजर केंद्र सरकार ने पर्यटन विकास के लिए देश में विभिन्न प्रयास किए हैं।
कोरोना से पर्यटन क्षेत्र बुरी तरह प्रभावित होने के बावजूद पर्यटकों के आगमन में वृद्धि
इस संबंध में केंद्रीय संस्कृति, पर्यटन और डोनर मंत्री जी.के. रेड्डी ने कहा है कि कोविड से पर्यटन क्षेत्र बुरी तरह प्रभावित होने के बावजूद, भारत 2022 में विदेशी पर्यटकों के आगमन में भारी वृद्धि का साक्षी बना और 2022 के दौरान भारत में लगभग 6.19 मिलियन (61.9 लाख) विदेशी पर्यटकों का आगमन हुआ। यह पिछले वर्ष की तुलना में विदेशी पर्यटकों के आगमन की संख्या में चार गुना वृद्धि है। ज्ञात हो 8 फरवरी 2023 को पर्यटन मंत्रालय की मेजबानी में G20 के अंतर्गत पर्यटन कार्य समूह की प्रथम बैठक के उद्घाटन सत्र में केंद्रीय संस्कृति, पर्यटन और डोनर मंत्री जी.के. रेड्डी ने यह बात कही है। यह बैठक गुजरात में कच्छ के रण में आयोजित किया गया।
इस वर्ष को मनाया जा रहा “विजिट इंडिया ईयर 2023”
पर्यटन में और अधिक तेजी लाने के लिए पर्यटन मंत्रालय इस वर्ष को भारत की यात्रा पर ध्यान केंद्रित करते हुए “विजिट इंडिया ईयर 2023” के रूप में मना रहा है। इस अभियान के प्रतीक चिह्न को ‘नमस्ते’ की छवि से प्रेरित तैयार किया गया है ताकि देश के पर्यटन क्षेत्र की विशिष्टताओं को उजागर किया जा सके। G20 की अध्यक्षता देश के पर्यटन क्षेत्र की विशिष्टताओं को उजागर करने का शानदार अवसर भी प्रदान करती है। यह प्रतीक चिह्न अनगिनत कहानियों के एक सूक्ष्म जगत वाले भारत को दिखाता है। यह देश की विरासत से लेकर दिव्य भोजन करने की हमारी कला और हमारे समृद्ध वन्य जीवन के साथ-साथ ‘अतिथि देवो भव’ के दर्शन को आत्मसात करता है।
केवल इतना ही नहीं इस प्रतीक चिह्न में भारत की विरासत के तत्वों, इसके स्मारकों को भी दर्शाया गया है। साथ ही अंतरिक्ष और अन्य क्षेत्रों में भारत की आधुनिक उपलब्धियों को भी दर्शाया गया है। इसमें प्रतिष्ठित स्टैच्यू ऑफ यूनिटी भी शामिल है। ऐसे में “विजिट इंडिया ईयर 2023” अभियान पर्यटन मंत्रालय की एक खास पहल बन गया है। भारत का दौरा करने वाले प्रतिनिधियों को ‘अतुल्य भारत’ दिखाने से लेकर 2023 में देश को अपनी अध्यक्षता के दौरान एक प्रमुख यात्रा गंतव्य के रूप में स्थापित करने के लिए G20 केंद्रीय पर्यटन मंत्रालय का फोकस क्षेत्र बन गया है। इसी क्रम में G20 के दौरान विभिन्न बैठकों में हिस्सा लेने आए प्रतिनिधियों और विदेशी मेहमानों को भारत के पर्यटक स्थलों का भ्रमण भी कराया जा रहा है।
7,000 करोड़ रुपए के व्यापक पर्यटन बुनियादी ढांचे का किया निर्माण
यदि आकलन करें तो पिछले 8.5 वर्षों में भारत ने पर्यटकों के अनुभव को बेहतर बनाने के लिए लगभग 1 बिलियन डॉलर (7,000 करोड़ रुपए) के व्यापक पर्यटन बुनियादी ढांचे का निर्माण किया है। इसी से आज देश का पर्यटन क्षेत्र चमक रहा है। आज के समय में विकास को दर्शाने वाला ऐसा कोई क्षेत्र नहीं है जहां भारत का नाम दर्ज न हो। प्रत्येक सूची में भारत आगे निकलता नजर आ रहा है। ऐसे में भारत सरकार पर्यटन को कैसे पीछे रहने दे सकती थी। इसलिए इस क्षेत्र पर खास फोकस करते हुए विभिन्न योजनाओं और बुनियादी ढा़ंचों के निर्माण में सुधार कर पर्यटकों को भारत की यात्रा के लिए आकर्षित किया जा रहा है। इसमें सरकार को काफी हद तक सफलता भी प्राप्त हुई है।
युवाओं को कुशल बनाने के लिए चलाए आतिथ्य पाठ्यक्रम
वहीं भारत सरकार ने पर्यटन के क्षेत्र में युवाओं को कुशल बनाने के लिए लघु अवधि के आतिथ्य पाठ्यक्रम, कौशल परीक्षण और प्रमाणन, पूर्व शिक्षण की मान्यता, ऑनलाइन डिजिटल पाठ्यक्रमों सहित कई पहल की हैं। इस कड़ी में भारत समूचे देश के विद्यालयों और महाविद्यालयों में युवा पर्यटन क्लबों के माध्यम से भारतीय पर्यटन के युवा राजदूतों का पोषण और विकास कर रहा है।
पर्यटकों को सुरक्षित वातावरण प्रदान करने के लिए यूनिफॉर्म टूरिस्ट पुलिस
भारत सरकार भारत में यात्रा करने वाले पर्यटकों की सुरक्षा और बेहतरी सुनिश्चित करने पर ध्यान केंद्रित कर रही है तथा पर्यटकों को सुरक्षित वातावरण प्रदान करने के लिए यूनिफॉर्म टूरिस्ट पुलिस को तैयार और कार्यान्वित कर रही है। महज इतना ही नहीं इसके लिए भारत शीर्ष 20 पर्यटक स्रोत देशों के विदेश स्थित भारतीय मिशनों में नोडल अधिकारी नियुक्त कर रहा है।
पर्यटन क्षेत्र का डिजिटलीकरण किया सुनिश्चित
वहीं मिशन मोड में पर्यटन क्षेत्र के डिजिटलीकरण को सुनिश्चित करने के लिए राष्ट्रीय डिजिटल पर्यटन मिशन (NDTM) तैयार किया जा रहा है। इसी क्रम में एक कदम आगे बढ़कर भारत ने पहचान के लिए आधार तथा रीयल-टाइम भुगतान के लिए यूपीआई जैसे बड़े पैमाने पर डिजिटल सार्वजनिक बुनियादी ढांचे का निर्माण भी किया है। इस प्रकार भारत लगातार अपने उल्लेखनीय प्रयासों से देश के पर्यटन क्षेत्र में विस्तार कर रहा है। यह वाकई काबिल-ए-तारीफ है। हर भारतीय को इस पर गर्व होना चाहिए।