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आर पी डब्लू न्यूज़/सुशील शर्मा

2 मार्च पुंडरी:- भारतीय किसान यूनियन (चढूनी) की हल्का स्तरीय मासिक बैठक पुंडरी किसान भवन मे ब्लाक प्रधान रणधीर बरसाना की अध्यक्षता मे सम्पन्न हुई। जिसमे भाकियू युवा प्रदेशाध्यक्ष विक्रम कसाना एडवोकेट ने विशेष तौर पर भाग लिया।बैठक को संबोधित करते हुए युवा प्रदेशाध्यक्ष विक्रम कसाना ने कहा कि पंचकूला मे सरपंचो पर लाठीचार्ज करना सरकार को महंगा पड़ेगा।सरपंच अपना हक मांगने पंचकूला गये थे लेकिन सरकार ने लाठीचार्ज करके अंग्रेजो के शासन की याद दिला दी। राइट टू रिकॉल के खिलाफ सरकार की मनमानी का जवाब कड़े तरीके से दिया जाएगा।भाकियू सरपंचों की उक्त मांग को जायज मानती है।पंचायतों को लेकर गठबंधन सरकार की नियति ठीक नहीं है, जिसके चलते ई-टेंडरिंग लागू किया जा रहा है।सरकार ई-टेंडरिंग कानून के माध्यम से पंचायती राज को खत्म करना चाहती है।यही नहीं,सरकार राइट-टू रिकॉल लागू करके छोटी सरकारों पर दबाव बना रही है। हमारा सरकार से प्रश्न है कि अगर सरकार को राइट-टू-रिकॉल में ज्यादा अच्छाई नजर आ रही है, तो वे इसे विधायकों और सांसदों पर लागू क्यों नहीं करते।उन्होंन कहा हरियाणा बिजली विभाग द्वारा उपभोक्ताओं को भेजे जा रहे बिजली बिलों में सरकार द्वारा एक नया टैक्स ए,सी,डी रिव्यू अमाउंट के नाम पर वसूला जा रहा है।जिसको सरकार का जजिया कर कह सकते हैं। ज्यादातर लोग बिल को ध्यान से नहीं पढते और ना ही लोगों को अभी इसकी जानकारी है। उन्होंन कहां की सरकार एक साजिश के तहत गलत तरीके से प्रदेश की जनता को लूट रही है।भाकियू इसका कड़ा विरोध करती है।जिला अध्यक्ष महावीर चहल नरड ने कहा कि हरियाणा की गठबंधन सरकार जनता को प्रताड़ित करने के हर रोज नए तरीके ढूंढ रही है।सरकार के बिजली विभाग द्वारा अवैध छापेमारी से हरियाणा में भय और अराजकता का माहौल है।सरकार आमजन पर झूठे मुकदमे दर्ज करके भारी जुर्माना राशि की आड़ में अवैध वसूली कर रही है।इसी प्रताड़ना से तंग आकर प्रदेश का किसान,मजदूर आत्महत्या करने पर मजबूर है। युवा प्रदेशाध्यक्ष विक्रम कसाना ने कहा कि जब से प्रदेश में गठबंधन सरकार आई तब तब उन्होंने लोगों के हितों की कोई परवाह न करते हुए अवैध वसूली करने का अभियान चलाया। जिससे कई लोगों को अपनी जिंदगी की कुर्बानी देनी पड़ी। जिला कार्यकारी अध्यक्ष गुरनाम सिंह फरल ने कहा कि बिजली कर्मचारी सरकार के दबाव के कारण गलत समय और दीवारों से लांघकर छापेमारी करते हैं जिससे लोगों को विशेषकर महिलाओं को काफी परेशानी होती है।और उनकी प्रताडना से कई अपनी जान से खेल जाते हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश का आमजन,किसान,कमेरा वर्ग पहले ही महंगाई से त्रस्त है।फसलों के उचित समर्थन मूल्य नहीं मिलने और बढ़ती महंगाई से जनता का जीवन यापन दूभर हो गया है।इसके बावजूद सरकार जनता के जले पर नमक छिड़क रही है।भाकियू चढूनी इसका कड़ा विरोध करती है अगर बिजली बिलों में जबरदस्ती थोपे जा रहे टैक्स व अवैध छापेमारी को बंद नहीं किया गया तो भारतीय किसान यूनियन चढूनी सरकार के खिलाफ सड़कों पर उतर कर आंदोलन करने पर मजबूर होगी। इस मौके पर युवा हल्का प्रधान विक्रम दुसैण,ढाड ब्लाक प्रधान पिरथी कौल,नरेन्द्र मागो,तेजा गिल,विनोद शर्मा बरसाना,नरेंद्र चदलाना,चमेल सिंह नंबरदार,लहणा सिंह मुदडी,बलकार मलिक खुराना,रामपाल मुदडी,ओमप्रकाश बरसाना,दीप लालर,बसी बरसाना,राजेंद्र पबनावा,जय सिंह पबनावा,हरजिनदर हाबडी,खडक सिंह हाबडी,नरेंद्र हाबडी,सतपाल दुसैण,शीशपाल आहू, सहित कई किसान उपस्थित थे।