योग स्वस्थ जीवन जीने की कला है:डॉ.हरीश पारिक

आर पी डब्लू न्यूज़/ब्यूरो रिपोर्ट

टोहाना, 4 मार्च:- हरियाणा आयुष विभाग द्वारा संचालित गांव सनियाना के जय बजरंग धर्मशाला में तीन दिवसीय निशुल्क योग शिविर के आज समापन दिवस पर योगी बीर सिंह व रोशन शर्मा ने आए योग साधकों को सूक्ष्म व्यायाम, भस्त्रिका, कपालभाती, अनुलोम विलोम अग्निसार आदि आठों प्राणायाम व कमर के आसन, नाभि चक्र को ठीक करने के लिए आसन, डायबिटीज को कंट्रोल करने के लिए आसन आदि का अभ्यास करवाया। बीर सिंह ने कहा कि योग करते समय चार चीजें जरूरी है पहला हमारे योग करने की विधि सही हो दूसरा की हमारा समय अवधि सही हो कितने समय में कितना योग करना है ।तीसरा कि हमारा मन एकाग्र हो और चौथा लाभ प्राप्त करने के लिए निरंतरता योग के अंदर बहुत जरूरी है ।आप खुद नियमित योग करें और दूसरों को योग कराएं और बीर सिंह जी ने आह्वान किया किया समियाना गांव के प्रत्येक वार्ड में निशुल्क योग शिविर लगेगा जो भी सामाजिक कार्यकर्ता व पंचायत मेंबर अपने वार्ड में योग शिविर लगवाना चाहिए तो वह हमसे संपर्क करें परम पूज्य स्वामी रामदेव जी का निर्देश है।कि प्रत्येक घर, प्रत्येक गली, मोहल्ले, प्रत्येक वार्ड में योग को पहुंचाना है, और पूरे घर गांव को निरोग बनाना है।खुद योग करें दूसरों को योग कराने का संकल्प ले। डॉ हरीश पारिक ने कहा की योग स्वस्थ जीवन जीने की कला है।आपको तीन दिवसीय शिविर में जो योगाभ्यास करवाया गया ।उसको निरंतर करें अपने जीवन में उतारे उन्होंने स्वस्थ दिनचर्या की बात को आगे बढ़ाते हुए बताया की हमे भोजन सात्विक करना चाहिए भोजन पूरा चबा कर खाएं और भोजन को जब करते हैं।तो हम मोबाइल या टीवी आदि ना देखें एकाग्र होकर प्रसन्न मन से भोजन को करें दूसरा भोजन करते समय हम पेट को चार भाग में बांटे जैसे दो भाग अन्न के लिए, एक भाग पानी के लिए, एक भाग वायु (आकाश तत्व) भोजन को पचाने के लिए रखे।

उन्होंने बताया “भोजनांते विषमवारी” कि भोजन के अंत में पानी पीना विष (जहर) के समान है इसलिए आप भोजन के अंत में पानी ना पिएं मध्यम आप थोड़ा थोड़ा ,बार बार पानी पी सकते हैं। इस प्रकार डा पारीक ने सुबह जागने से लेकर रात को सोने तक की दिनचर्या को ठीक करने के वियय में विस्तार से बताया।उन्होंने कर्म योग पर बल देते हुए कहा कि हमें योग के साथ हमें कर्म योग भी करना चाहिए ।हमें पुरुषार्थ करके अपना काम करना चाहिए। हमारा काम हमारा जो कर्म है वह सत्कर्म हो हमे झूठ, बेईमानी, लालच ऐसे बुरे कर्मों से बचना चाहिए तभी एक अच्छे सच्चे राष्ट्र और समाज का निर्माण होगा। शिविर के समापन पर सरपंच प्रतिनिधि डॉ कश्मीर ने आयुष विभाग के डॉक्टर हरीश पारिक व उनकी पूरी टीम का धन्यवाद किया और गांव वासियों से निवेदन किया आप नियमित योग करें और आयुर्वेद का पालन करें उन्होंने एक से 2 घरेलू नुक्सा के बारे में भी लोगों को अवगत करवाया अंत में पतंजलि योग समिति सनियाना द्वारा डॉ हरीश पारीक व सहायक योग शिक्षक टीम को साहित्य जीवन से जुड़ी हुई अच्छी किताबे भेंट कर उनका सम्मान किया शिविर के सफल आयोजन के लिए आए योग साधकों का धन्यवाद किया इस अवसर पर सरपंच संतोष देवी,कश्मीर बीर सिंह, सत्या देवी, रोशन शर्मा, रवि शर्मा विकास, सरिता, जुगबीर,रामपाल उषा देवी,मौसम तेज कुमार सुरेंद्र सागु सुरेश बत्रा कृष्ण हनुमान सोमनाथ अनेजा कार्तिक झांब हनी झांब बलदेव चराया विक्रम अमन आदि योग साधक मौजूद थे।