
चंडीगढ़/पंचकूला 10 मार्च
ना शराब ना पैसा , ना ही कोई भी बड़ा राजनेतिक दल
पँजाब में लोकतंत्र की आवाज को दबाने में कामयाब हो पाया यह बात पँजाब चुनाव 2022 में पँजाब की जनता ने आम आदमी पार्टी को पूर्ण बहुमत से जीत दिलवाकर साबित कर दिया । यह बात अंतरराष्ट्रीय मानव अधिकार ऑब्जर्वर्स के अंतरराष्ट्रीय निदेशक व राधे राधे स्वस्थ बनादे ट्रस्ट मोगा ( पँजाब ) के राष्ट्रीय निदेशक यतीश शर्मा ने एक प्रेसविज्ञप्ति जारी करते हुए कही ।
उन्होंने कहा कि पँजाब गुरुओं , पीरों ओर शहीदों की धरती है । इस धरती पर ना जाने कितनी माताओं ने अपने वीर पुत्रों को देश की सेवा में शहीद करवाया है । मगर कुछ राजनेतिक दलों ने अपने स्वार्थ की खातिर पँजाब की पढ़ि लिखी युवा पीढ़ी को बेरोजगारी के कारण नशे का आदि बना दिया ।आज पँजाब का नोजवान युवा नशे की लत में लग जिंदगी और मौत से जूझ रहा है । मगर किसी भी राजनैतिक दल ने पँजाब में नशे के धनदे को ख़त्म करने के लिये कोई उचित कदम नही उठाया । बल्कि लोकतंत्र की आवाज को दबा राजतंत्र से दबाने की कोशिश की ।
यतीश शर्मा ने कहा कि पँजाब की जनता ने सभी राजनेतिक दलों को इन विधान सभा चुनाव 2022 में दर किनार कर एक ऐसे राजनेतिक दल आम आदमी पार्टी को बहुमत दिलवा लोकतंत्र से सत्ता की कुर्सी सौंपी है जिस पर खालिस्तानियों से मिली भगत के आरोप लगे । आम आदमी पार्टी के जिस नेता भगवन्त मांन को मुख्यमंत्री का चेहरा बना कर चुनाव लड़ा उस पर शराबी का आरोप लगा । अब आने वाला वक्त ही बतायेगा की यह नेता पँजाब में विकास , नशे का कारोबार , बेरोजगारी , कबूतरबाजी व पँजाब की अन्य समस्याओं को कैसे सम्भाल कर जनता के बीच अपनी पकड़ बनाने में कामयाब होंगे ।