पूर्व उपमुख्यमंत्री चंद्रमोहन जी ने हरी के द्वार अर्थात हरिद्वार नील धारा (चण्डी घाट) पर स्नान किया व पूजा अर्चना की

आर पी डब्लू न्यूज़/पी के सिंह
हरिद्वार 26 मार्च:- हरिद्वार को हिंदुओं के सात सबसे पवित्र स्थानों में से एक माना जाता है। माना जाता है, कि अमरता के अमृत की एक बूंद हर की पौड़ी घाट पर गिरी थी, और तब से इसे एक बहुत ही पवित्र स्थान माना जाता है ।चंडी घाट : हरिद्वार में वैसे तो तमाम गंगा घाट हैं, जो लोगों को अपनी ओर आकर्षित करते हैं। हरिद्वार का यह घाट एकमात्र ऐसा घाट है जो कि लाल पत्थर से बना है और यहाँ पर बैठकर स्नान करने पर बेहद शांति की अनुभूति होती है। चंडी देवी मंदिर की तलहटी पर बने इस घाट की खूबसूरती पर लाल पत्थर चार चांद लगा देते हैं।धार्मिक परंपरा के अनुसार, नील धारा में संतों के शरीर को पद्मासन स्थिति में ‘जल-समाधि’ दी जाती आज भाई चंद्रमोहन जी अपने ओर पूर्व चेयरमैन सोहनलाल देवीनगर जी के पुराने दोस्त पंकज के घर पहुँचे ओर उनका स्वागत किया शुद्ध सात्विक भोजन करवाने के लिए भाई चंद्रमोहन जी ने पंकज ओर उनकी टीम गोविंद, दलिप व अन्य का धन्यवाद किया ,स्व० भजनलाल जी(पूर्व मुख्यमंत्री,हरियाणा) के परम मित्र स्व० विजय कुमार कपूर जी(पूर्व चेयरमैन पंजाबी एकता मंच एवम् पूर्व पार्षद) इनके बेटे एडवोकेट पुनीत कपुर जी भी साथ थे ।