
आर पी डब्लू न्यूज़/राजीव मेहता

यमुनानगर, 4 अप्रैल:- आईएमए से जुड़े प्राइवेट अस्पतालों के डॉक्टर आज हड़ताल पर रहें। यह हड़ताल सुबह छह बजे से अगले दिन छह बजे तक चलेगी। यानी कि मंगलवार सुबह छह बजे से बुधवार सुबह छह बजे तक प्राइवेट अस्पतालों में मरीजों को इलाज नहीं मिलेगा। ओपीडी तो पूरी तरह से बंद रही, इमरजेंसी में भी मरीज को इलाज नहीं मिला। 24 घंटे की हड़ताल में अगर किसी भी व्यक्ति को किसी तरह से दिक्कत आई तो वह सरकारी अस्पताल में गए।मंगलवार को सरकारी अवकाश है। ऐसे में वहां पर भी ओपीडी बंद है, लेकिन इमरजेंसी खुली रहेगी। यह बात किसी से छिपी नहीं है कि सरकारी अस्पतालों में इमरजेंसी में भी कितनी सुविधाएं मरीज को मिल पाती हैं। ज्यादातर सरकारी अस्पताल रेफरल सेंटर बने हुए हैं। क्योंकि वहां स्पेशलिस्ट डॉक्टरों की कमी है और सुविधाएं भी बहुत कम हैं। सिविल सर्जन डॉक्टर मंजीत सिंह ने बताया कि प्राइवेट डॉक्टरों की हड़ताल की सूचना मिली है।सरकारी अस्पतालों में इमरजेंसी 24 घंटे खुली रहती है।

जरूरत पड़ने पर मरीज यहां पर आ सकता है। उसे बेहतर इलाज मिलेगा। उधर, आईएमए के जिला प्रधान डॉ. एवीएस रवि और जिला प्रेस सचिव डॉ. लोकेश गर्ग, विक्रम भारती ने बताया कि डॉक्टर सुबह जिमखाना क्लब में मीटिंग की। वहीं हड़ताल पर जाने की पूरी जानकारी मीडिया के सामने रखी। इस मुद्दे को लेकर हड़ताल की। डॉक्टर डॉक्टरों का कहना है कि राजस्थान की सरकार राजस्थान में डॉक्टरों पर जबरदस्ती एक बिल थोप रही है। वहां की सरकार ने स्वास्थ्य का अधिकार बिल विस में पास किया है। इसमें प्राइवेट डॉक्टरों को आपातकालीन स्थिति में निशुल्क इलाज करना होगा। एंबुलेंस सुविधा भी फ्री में दी जाएगी। इसका राजस्थान के डॉक्टर विरोध कर रहे हैं और सड़क पर उतरे हुए हैं। हरियाणा के डॉक्टर भी उनके साथ आ गए। इसी को लेकर बैठक की गई ।