
चंडीगढ़/दिल्ली – 19 मार्च
नारी जिसे जन्म से ही लक्ष्मी का रूप माना जाता रहा है । जब भी जिस घर मे कोई कन्या पैदा होती है तो उस परिवार के लोग अपनी खुशी जाहिर करते हुए सिर्फ एक ही बात बोलते हैं की घर मे लक्ष्मी आई है । मगर कुछ अभागे ऐसे भी होते हैं जो कन्या के जन्म को अभिशाप मान उनका तिरस्कार करते हैं । यह बात आल इंडिया आर्टिस्ट वेलफेयर एसोसिएशन की ब्रेंडम्बेस्डर रितु वर्मा ने एक प्रेसविज्ञप्ति जारी करते हुए कही ।
उन्होने कहा कि सच मे कन्या का जन्म लक्ष्मी के रूप से ही होता है । नवरात्रों में हम सब कन्याओं को एकत्रित कर पूजन करते है कभी यह बात किसी ने सोची है की अगर कन्या ना हुई तो नवरात्रों का पूजन कैसे होगा । उस कन्या को अपने जीवन मे कितने किरदारों से परिवार की मर्यादा ओर सम्मान को ध्यान में रख जीवन को जीना पड़ता है । बेटी , बहन , बीवी , बहु ,मां , सास ओर दादी इन सब किरदारों में अगर कहीं भी चूक पड़ जाये तो उस परिवार के मान सम्मान पर लोग उंगली उठानी शुरू कर देते हैं ।
रितु वर्मा ने कहा जब बेटी अपने मायके से ससुराल बहु बन कर जाती है तो अपने माता पिता द्वारा दिये सँस्कार उसे उस घर की मान मर्यादा बनाये रखने में सहायक बनाते हैं । और उसका वही परिवार उसकी दुनिया । इसीलिए हमारे ग्रँथों में भी नारी के सम्मान की बात कही गई है । जोकि सत्य भी है ।
रितु वर्मा ने कहा कि शादी के बाद कई बार ऐसे घर भी लड़की की किस्मत में आते हैं जहाँ नारी के सम्मान की बात दूर दूर तक नजर नही आती । ओर नारी को सिर्फ निरादर का सामना करना पड़ता है फिर भी वो अपने माता पिता द्वारा दिये संस्कारों से अपनी आखरी सांस तक ससुराल के मानसम्मान को बनाये रखने के लिये जीवन गुजारती है । आखिर कब तक ऐसे परिवारों में नारी को अपने सम्मान की बलि चढ़ते देखना होगा ।
उन्होंने कहा कि समाज को नारी से वंश , मर्यादा ,सम्मान सब चाहिये पर कभी किसी ने पूछा कि नारी को क्या चाहिये ? शायद नही ये लोग नारी को चारदीवारी में कैद कर अपनी मर्दांगी समझते हैं । बच्चा ना होने पर ये मर्द सबसे पहले नारी का टेस्ट करवाते हैं अपना नही क्योंके वो मर्द है । उनकी नजर में पत्नी का दर्द ड्रामा है । इसलिये तो ये लोग ईंट पत्थर और सीमेंट से मकान तो बना लेते हैं पर उस मकान को घर सिर्फ नारी ही बना सकती है ।
रितु वर्मा ने कहा नारी के प्रति पुरुष प्रधान देश अपनी मानसिकता को बदले ओर नारी को अपनी अर्धांगनी समझ उसका मान सम्मान करें मकान तभी घर बन जायेगा और घर मे खुशियों व मान सम्मान की लहर लग जायेगी । लड़की के माता पिता को भी चाहिये कि अगर सच मे लड़की ससुराल में ठीक नही तो आपस मे बेठ समस्या का हल निकाले ।