
आर पी डब्लू न्यूज़/ब्यूरो रिपोर्ट
तोशाम, 15 अप्रैल:- बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान के तहत गांव मिरान के आंगनवाड़ी केंद्र पर जन्मोत्सव मनाया गया।
इस सम्बंध में सीडीपीओ विभूति ने कहा कि बेटी घर की शान होती है। बेटी से ही भविष्य का सूर्योदय होता है। पहले बेटियों को बोझ समझा जाता था। आज इस सोच में बहुत बदलाव आया है। लोगों की बेटियों के प्रति नकारात्मक सोच को सकारात्मक में बदलने में बहुत हद तक शिक्षा, जीवन शैली और महिला एवं बाल विकास विभाग का भी बड़ा योगदान है। जगह-जगह संचालित आंगनबाड़ी केंद्रों के माध्यम से महिला एवं बाल विकास विभाग की बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ जैसी विभिन्न योजनाओं का लोगों को लाभ मिलने के कारण बेटियों के प्रति लोगों की सोच बेटी-बेटा एक समान जैसी हो गई है। समाज में यह एक बड़ा बदलाव है जिसने बेटियों को बेटों के समान समानता का अधिकार प्रदान किया है।
सुपरवाइजर पंकज शर्मा ने बेटी के महत्व के बारे में जागरूक करने के साथ उन्हें बेहतर शिक्षा दिलाने के लिए बेटियों के प्रति अभिभावकों को सकारात्मक सोच रखने के लिए कहा। उन्होंने कहा कि अगर बेटा एक घर का चिराग है तो बेटियां दो परिवारों को जोड़ने के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। उन्होंने लोगों से बेटियों के बेहतर भविष्य के लिए नई सोच बनाने का आहवान किया। पंकज शर्मा ने कहा कि हमें अपनी बेटियों पर बेटों की तरह गर्व होना चाहिए। बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान व बच्चियों की सुरक्षा के लिए सरकार पूर्णरूप से गंभीर है। हमें बच्चियों के जन्म दिवस पर लड़कों की तरह ही कुंआ पूजन कर पूरे हर्ष उल्लास के साथ मनाना चाहिए।
इस अवसर पर आंगनवाड़ी वर्कर प्रमिला, बाला, कमलेश, कविता व बबीता, आशा वर्कर सुशीला सहित विभिन्न महिलाएं उपस्थित रही।