
आर पी डब्लू न्यूज़/अभिषेक ठाकुर
टीबी मरीज को पूरा ईलाज लेने के बारे में जागरूक करना जरूरी है
भिवानी, 19 अप्रैल:- सिविल सर्जन डॉ. रघुवीर शांडिल्य की अध्यक्षता में बुधवार को स्थानीय चौ. बंसीलाल राजकीय अस्पताल में टीबी कंट्रोल से संबंधित चिकित्सा अधिकारियों व आईएमए व केमिस्ट प्रतिनिधियों की एक बैठक आयोजित हुई। बैठक में सिविल सर्जन ने निर्देश दिए कि टीबी के मरीजों के ईलाज में किसी भी प्रकार की लापरवाही न हो। टीबी मरीज को पूरा ईलाज लेने के बारे में जागरूक करें।सिविल सर्जन डॉ. शांडिल्य ने आईएमए जिला प्रधान डॉ. वीबी दीक्षित से कहा कि वे सुनिश्चित करवाएं कि टीबी का ईलाज करने वाले निजी हस्पताल टीबी के नये टीबी के मरीज का डाटा निक्षय प्रोर्टल पर अपलोड करें ताकि उसकी नयी आईडी बना सके। जिला क्षय रोग भिवानी को भी इस बारे सूचित करें ताकि मरीज का समय पर ईलाज शुरू हो सके व उसके सम्पर्क में आए लोगों की जानकारी विभाग एकत्रित कर सके। इससे यह फायदा होगा कि एक तो मरीज का ईलाज समय पर शुरू हो जायेगा, वहीं मरीज की एचआईवी व शुगर की जांच समय पर की जा सकेगी।सिविल सर्जन ने बताया कि अगर कोई भी निजी चिकित्सक नये टीबी के मरीज का ईलाज शुरू करता है तो उस चिकित्सक को 500 रूपये सरकार द्वारा दिये जाएंगे। वहीं मरीज को भी ईलाज पूरा होने तक 500 रूपये प्रतिमाह निक्षय पोषण योजना के तहत दिए जाएंगे।सिविल सर्जन डॉ. रघुवीर शांडिल्य ने ड्रग कंट्रोल अधिकारी को निर्देश देते हुए कहा कि वे सभी कैमिस्टों टीबी की दवाई खरीदने वाले मरीज का पूरा डाटा समय पर जिला क्षय रोग कार्यालय, नागरिक हस्पताल भिवानी में प्रतिमाह उपलब्ध करवाना सुनिश्चित करें। वहीं सभी कैमिस्ट टीबी के मरीज से सम्बंधित दवाई एचवन के अन्तर्गत तीन वर्ष तक का रिकार्ड रखना सुनिश्चित करें। सभी कैमिस्ट टीबी के मरीज को जो भी दवाई देते हैं, उसका रिकार्ड निक्षय पोर्टल पर अवश्य अपडेट करें तथा अगर किसी की आईडी नहीं बनी है तो उसकी आईडी बनाकर उसका रिकार्ड विभाग को अवश्य सूचित करें।इस मौके पर उप सिविल सर्जन डॉ. सुमन विश्वकर्मा ने बताया कि टीबी रोग के कई कारण हो सकते हैं जैसे कि डायबिटीज के रोगियों में टीबी होने का खतरा होता है। अधिक धूम्रपान व शराब के सेवन से भी लोगों में क्षय रोग यानी टीबी की बीमारी हो जाती है। उन्होंने बताया कि टीबी के लक्षण जैसे खांसी होना, खांसी में बलगम आना, साथ ही बलगम में खून भी आ सकता है। टीबी से ग्रस्त होने पर भूख कम लगती है वही व्यक्ति को सुस्ती, थकान और कभी-कभी रात में पसीना आना, हल्का बुखार बना रहना आदि लक्षण है। टीबी का पूरा ईलाज लेना जरूरी है। इस मौके पर एनआईएमए प्रधान डॉ. संदीप के अलावा केमिस्ट ऐसोसिएशन प्रतिनिधि मौजूद रहे।