
आर पी डब्लू न्यूज़/अभिषेक ठाकुर
उपायुक्त के आदेशा पर जनस्वास्थ्य विभाग ने जिले के जलघरों में डाला पर्याप्त पानी

भिवानी, 26 अप्रैल:- गर्मी के मौसम के चलते पेयजल व पशुओं के पीने के पानी की समस्या का सामना नहीं करना पड़ेगा। डीसी के अदेशो पर जिलाभर के जलघरों व तालाबों में पर्याप्त पानी भर दिया गया है। अगर फिर भी अति पुराने जलघरों में पानी की स्टोरेज क्षमता कम होने के कारण पेयजल की समस्या रहती है, तो जनस्वास्थ्य विभाग द्वारा ट्यूबवैल व टैंकरों के माध्यम से पेयजल आपूर्ति की जाएगी।उपायुक्त नरेश नरवाल ने बताया कि गर्मी के मौसम में पानी की अधिक खपत होती है। इसी के चलते जनस्वास्थ्य विभाग को निर्देश दिए गए थे कि वे सिंचाई विभाग के अधिकारियों से तालमेल बनाकर जिला के ग्रामीण व शहरी क्षेत्र के जलघरों में क्षमता के अनुरूप पानी डाले ताकि नागरिकों को पीने के लिए पर्याप्त पेयजल मिल सके। उन्होंने बताया कि जिला के किसी गांव व शहरी क्षेत्र में पेयजल आपूर्ति में कमी आती है तो वे जिला प्रशासन को सूचित करें ताकि उनके लिए पेयजल की व्यस्था की जा सकें।डीसी श्री नरवाल ने नागरिकों से पानी बर्वाद न करने की कि अपीलउपायुक्त ने जिला के नागरिकों से अपील करते हुए कहा कि पानी को बर्वाद न करें और पेयजल से पशुओं को न नहलाएं और गाड़ी भी न धोएं। उन्होंने बताया कि पशुओं के लिए तालाबों में पानी डाला गया है। अगर फिर भी किसी गांव में पेयजल व पशुओं के पीने के लिए पानी की कमी रहती है, तो जिला प्रशासन को सुचित करें ताकि पानी की व्यवस्था की जा सकें। उपायुक्त ने नागरिकों का आह्वïान किया है कि वे पेयजल की बर्वादी न करें। उन्होंने बताया कि जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग द्वारा पेयजल की आपूर्ति के लिए ट्यूबवैलों व टैंकरों का प्रबंध भी किया गया है।पेयजल की स्थिति के बारे में जानकारी देते हुए जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के अधीक्षण अभियंता विक्रम सिंह ने बताया कि जिला में 212 जलघरों में उनकी क्षमता के अनुसार पेयजल के लिए पानी डाल दिया गया है। उन्होंने बताया कि शहरी क्षेत्र व ग्रामीण क्षेत्र में निर्धारित मात्रा में पर्याप्त पेयजल की आपूर्ति की जा रही है। विभाग द्वारा हर घर नल, नल के माध्य से स्वच्छ जल योजना के माध्यम से पानी पहुंचाया जा रहा है। उन्होंने बताया कि जिला में कई जलघर पुराने हैं, जिनमें पानी स्टोरेज की क्षमता कम है, लेकिन उनमें भी क्षमतानुसार पानी भर दिया गया है। जिले में जिन जलघरों की पानी की क्षमता कम है उन जलघरों के लिए नए एसटीमेट बनाए जा रहे है। उन्होंने बताया कि अगर कहीं पानी की आपूर्ति कम होती है तो ट्यूबेल व टेंकर से पानी की आपूर्ति की जाएगी।उन्होंने बताया कि गांव बामला में पुराने टैंक होने की वजह से पानी स्टोरेज की क्षमता कम थी, जिसकी वजह से पानी की कमी होती थी, लेकिन विभाग द्वारा इन जलघरों को भरा गया है। दोनों जलघरों का नया एसटीमेट बनाया गया है। गांव में समुचित पानी पूर्ति के लिए ट्यूबेल व टैंकरों का प्रबंध किया गया है। उन्होंने बताया कि गांव बामला सहित किसी भी गांव व शहरी क्षेत्र में पेयजल आपूर्ति की कमी नहीं रहने दी जाएगी, इसके लिए विभाग द्वारा सभी प्रबंध किए जा चुके है।