
आर पी डब्लू न्यूज़/अभिषेक ठाकुर
किसी ने कॉस्मेटिक की दुकान तो किसी ने बकरी या भैंस पालन के लिए किया आवेदन
भिवानी, 01 मई:- सरकार के निर्देशानुसार सोमवार से शुरु मुख्यमंत्री अंत्योदय परिवार उत्थान मेेले शुरु हुए। स्थानीय पंचायत भवन में आयोजित मेले के पहले दिन बड़ी संख्या में महिलाएं भी पहुंची। महिलाओं ने कहा कि वे अपना कार्य शुरु कर स्वावलंबी बनना चाहती हैं। अधिकारियों ने उनके घर पर आकर सरकार की योजनाओं की जानकारी दी है और मेले में आकर आवेदन करने को कहा।मेले में पहुंची गांव कोंट निवासी अंजू ने बताया कि वह अनसूचित जाति से संबंध रखती है। वह चूडिय़ों व कॉस्मेटिक दुकान का काम शुरु करना चाहती है। उन्होंने बताया कि करीब ढ़ाई साल पहले उसके पति पवन की चोट लगने से मृत्यु हो गई थी। उसके चार बच्चे हैं, जिनमें दो लडक़े व दो लडक़ी हैं। इनमें तीन बच्चे फिलहाल पढ़ाई कर रहे हैं और घर का गुजारा बड़ी मुश्किल से चल रहा है। इसलिए वह इस मेले आई है ताकि स्वरोजगार अपनाकर अपनी आय बढ़ाकर बच्चों का पालन-पोषण सही ढ़ंग से कर सके।मेले में गांव नंगला से आई अनीता पत्नी रामनिवास ने बताया कि उनके पति का निधन हो चुका है। वह बकरी पालन कर रही है और उसके पास फिलहाल 10 बकरी हैं। उन्होंने बताया कि वह अपना व्यवसाय बढ़ाना चाहती है, जिसके लिए ऋण सहायता की जरूरत है। पशुपालन विभाग ने उनको पशुपालन से संबंधित जानकारी दी है। उन्होंने बताया कि उन्होंने अपना आवेदन कर दिया है।गांव खरक कला निवासी नीलम पत्नी दिलबाग ने बताया कि वह पशुपालन करना चाहती है। उसकी रूची भैंस पालन में है। वह पशुपालन विभाग से जानकारी ले रही है। उसके पति फिलहाल दिहाड़ी कर रहे हैं। वह चाहती है कि पशुपालन भी साथ-साथ किया जाए, जिससे उनकी आमदनी बढ़ सके। इसी के चलते वह मेले में आई है।इसी प्रकार से गांव कायला की किरण पत्नी संजय ने बताया कि वह 8वीं पास है और भैंस पालन का व्यवसाय अपनाना चाहती है। भैंस के व्यवसाय के लिए पूरी जानकारी लेने हेतू अपने पति के साथ इस अंत्योदय परिवार उत्थान मेले में आई है। उन्होंने कहा कि स्वावलंबी बनने के लिए अपना काम करना जरूरी है।गांव नवाराजगढ़ से बाबूलाल ने बताया कि वह भैंसों की डेयरी खोलना चाहता है ताकि परिवार का पालन-पालन सही ढग से हो सके। उन्होंने कहा कि अंत्योदय परिवार उत्थान योजना सरकार की बहुत अच्छी योजना है। उन्होंने दूसरे विभागों के अधिकारियों से भी उनकी योजनाओं की जानकारी ली है। यहां पर अधिकारियों द्वारा हर योजना के बारे में बारीकी से बताया जा रहा है।