चंडीगढ़ / गोहाना 28 मार्च
हरियाणा के गोहाना में एक बार केंद्र व प्रदेश सरकार की किसान विरोधी नीतियों के खिलाफ फिर गरजे किसान आज गोहाना में किसान महापंचायत का आयोजन किया गया जिसका मुख्य एजेंडा हरियाणा में नया भूमि अधिग्रहण कानून व केंद्र सरकार द्वारा एमएसपी गारंटी कानून कमेटी बनाए जाने को लेकर देरी के साथ-साथ भाखड़ा बांध में हरियाणा और पंजाब की सदस्यता को खत्म करना व जलभराव के कारण खराब हुई फसलों का मुआवजा व स्पेशल गिरदावरी को लेकर रहा। आज की किसान महापंचायत में हरियाणा पंजाब के किसान संगठन के नेताओं ने भाग लिया। किसान नेताओं ने मांग की कि सरकार हमें स्पीकर एंटीक कानून को लेकर भाग रही है जिसको लेकर फिर से आंदोलन खड़ा करने को लेकर इस तरह की पंचायत है की जा रही है।
वीओ :- किसान नेता जगजीत दलेवाल ने कहा कि आज की पंचायत का मुख्य उद्देश्य हरियाणा की बीजेपी सरकार ने बैक डोर से भूमि अधिग्रहण कानून आज किए जाने का विरोध को लेकर है मगर साथ साथ केंद्र अभी तक एमएसपी गारंटी कानून को लेकर कोई पहल शुरू नहीं की है मात्र एक सरकार की तरफ से कॉल आया था कि एमएसपी गारंटी कानून को लेकर एक कमेटी सरकार बनाना चाहती है मगर एसकेएम ने सरकार को पत्र लिखा है कि इस कमेटी में किसान संगठनों के किसान नेता भी शामिल किए जाएं और जल्द से जल्द यह कमेटी बनाकर कानून बनाया जाए लेकिन सरकार एमएसपी घंटी कौन को लेकर भाग रही है सरकार नहीं चाहती है कि एमएसपी गारंटी कानून बने हमारी सरकार से मांग है कि एमएसपी गारंटी कानून जल्द से जल्द कमेटी बनाकर उसे एमएसपी गारंटी कानून को बनाया जाए।
बाईट जगजीत दलेवाल किसान नेता
वि ओ :- वही पंजाब में किसान नेताओं द्वारा चुनाव हारने को लेकर भी उन्होंने कहा कि अगर किसान नेता आंदोलन को बीच में छोड़कर चुनाव नहीं लड़ते तो हम उनके साथ बाद में हो सकते थे मगर वह किसान की लड़ाई बीच में चुनाव लड़ने के लिए गए इसलिए लोगों ने उनसे किनारा कर लिया और उनसे नाराजगी भी थी लोगों ने आम आदमी पार्टी को भारी बहुमत से जताया वहीं यूपी में भी जिस तरह से चुनाव पर कर्मचारियों पर ईवीएम बदलने को लेकर दबाव बनाया जा रहा था फिलहाल हमारा मुख्य एजेंडा यही है जिस तरह से पंजाब हरियाणा के किसान एक साथ लड़ रहे हैं एमएसपी गारंटी कानून को लेकर सरकार को झुकने को मजबूर कर देंगे।
बाईट जगजीत दलेवाल किसान नेता
वि ओ :- अभिमन्यु कोहाड़ ने बताया कि आज किसान पंचायत मैं हरियाणा के व पंजाब के तमाम किसान नेता शामिल हुए आज की किसान महापंचायत का मुख्य उद्देश्य यही था हरियाणा सरकार द्वारा नई भूमि अधिकरण कानून का विरोध में है क्योंकि जिस प्रकार से हरियाणा सरकार भूमि अधिग्रहण कानून लेकर आई है उस कानून में किसानों की सहमति के बगैर उसके भूमि अधिग्रहण की जा सकती है अगर किसान की ही भूमि अधिग्रहण उसकी मर्जी से हो जाएगी तो उसको लेकर एमएसपी व फसल खरीद को लेकर कोई मायने नहीं किसान आंदोलन से पहले गांव कथुरा में ऐसी ही एक महापंचायत हुई थी जिसका असर आसपास के जिलों में काफी हुआ था हम भी इस तरह की पंचायतें कर कर एक बड़े आंदोलन को लेकर माहौल बना रहे हैं जब तक सरकार भूमि अधिग्रहण के कानून वह एमएसपी करंट कमेटी नहीं बनाती किसानों का विरोध जारी रहेगा।
बाईट अभिमन्यु कोहाड़ किसान नेता