
आर पी डब्लू न्यूज़/ब्यूरो रिपोर्ट
बैठक में सीएमओ ने गठित टीम को दिए जिला में अल्ट्रासाउंड सेंटरों का निरीक्षण करने के निर्देश

फतेहाबाद, 3 मई:- कन्या भ्रूण हत्या रोकने के लिए उचित कदम उठाए जाए व गैर कानूनी भ्रूण व लिंग जांच करवाने वाले अस्पतालों व डॉक्टरों की सूचना एकत्रित करने बारे सुझाव भी दें। इसके साथ-साथ समय-समय पर निरीक्षण भी करें ताकि कन्या भ्रूण हत्या जैसी सामाजिक बुराई को रोका जा सके। यह बात सिविल सर्जन डॉ. सपना गहलावत ने सीएमओ ऑफिस में डिस्ट्रिक्ट एडवाइजरी कमेटी के तहत पीसी एंड पीएनडीटी की बैठक की अध्यक्षता करते हुए कही।उन्होंने कहा कि जिला समुचित अधिकारी द्वारा गठित टीमों के माध्यम से जिला में सभी रजिस्टर्ड प्राइवेट अल्ट्रासाउंड सेंटरों का तिमाही व नियमित रूप से निरीक्षण किया जाए। बैठक में अल्ट्रासाउंड सेंटरों का निरीक्षण करने बारे गहनता से विचार विमर्श किया गया। बैठक में पीसीपीएनडी एक्ट के तहत नये ईको-कार्डियोग्राफी सेंटर व अल्ट्रासाउंड सेंटर पंजीकृत करवाने बारे आए आवेदनों पर चर्चा की गई।पूर्व में मिली गुप्त सूचना के आधार पर गर्भवती महिलाओं के भ्रूण में लिंग की जांच करने वालों पर सिविल सर्जन द्वारा गठित टीम द्वारा रतिया में रेड की गई, जिसमें जिला संगरुर निवासी अहमदगढ़ मलकीत, रतिया निवासी करमजीत कौर के विरूद्ध धारा 420 आईपीसी एंड 3, 4, 5, 6, 23, 25, 29 पीसी एंड पीएनडीटी एक्ट के तहत एफआईआर नंबर 0158 पुलिस थाना शहर रतिया में दर्ज करवाई गई। इस केस में पुलिस अनुसंधान उपरांत कलंदरा तैयार करने उपरांत जिला समूचित अधिकारी द्वारा उक्त केस का अवलोकन करके पीसी एंड पीएनडीटी एक्ट के तहत माननीय न्यायालय में सप्लीमेंट्री कंप्लेंट दायर करने का निर्णय लिया गया।बैठक में डिप्टी सिविल सर्जन (पीएनडीटी) डॉ. अनामिका बिश्रोई, नोडल अधिकारी डॉ. सुरेंद्र बिसु, डॉ. निधि पूनिया, डॉ. मनीष टूटेजा, सीनियर एडीए प्रद्युमन, कानूनी सहायक (पीएनडीटी) विपिन सरदाना, सामाजिक कार्यकर्ता जय सिंगल, रामनिवास, दीपक आदि मौजूद रहे।