चंडीगढ़ /यमुनानगर 6 अप्रैल
आज जनता की आवाज संस्था द्वारा रेस्ट हाऊस जगाधरी में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की गई जिसमे कि यमुना नगर निगम के अन्तर्गत वर्ष 2004 में बनाए गये 4 डेयरी काम्प्लेक्स मे प्लाट आबंटन में हुए बड़े भ्रष्टाचार की पोल खोली गई ।
संस्था के प्रधान गुरमीत अतरी ने बताया कि चारो डेयरी कॉम्प्लेक्स में प्लाट आबंटन के समय जो शर्ते रखी गई थी।उनका पालन करवाने में तथा कार्यवाही करने में तत्कालीन नगर परिषद ,यमुनानगर व उसके बाद बने नगर निगम यमुनानगर फेल रहे है ।जिससे की एक बहुत बड़ा भ्रष्टाचार साबित होता है।क्योकि 2004 से 2019 तक 15 सालो मे उन लोगो को केवल 8 से 10 नोटिस जारी किये गये और शर्तो के मुताबिक किसी भी आवेदक से प्लाट वापस नहीं लिया गया और ना ही पेशगी राशि जब्त की गई। जिसकी वजह से आज तक निगम क्षेत्र में बहुत सी डैरीया चल रही है और डेयरी काम्प्लेक्स मे मूलभूत सुविधा का अभाव है।
संस्था के प्रतिनिधि वीरेन सपरा ने बताया कि आज भी कुछ प्लाट मालिको ने बेचने के लिए ही प्लाट रखे हुए है।
संस्था के प्रतिनिधी चिराग सिंघल ने कहा कि जब 10 साल पुराने प्रॉपर्टी टैक्स की वसूली के लिए निगम द्वारा सीलिंग की कार्यवाही की जा सकती है तो डैरी काम्प्लेक्स मे गलत आबंटन पर कार्यवाही क्यो नही की गई।
संस्था के प्रतिनिधि पारस भाटिया ने कहा की अधिकारी जान बूझकर कार्यवाही नही कर रहे है क्योकि इस भृषटाचार मे कई वरिष्ट अधिकारी शामिल है।
संस्था के प्रतिनिधि नीरज राणा ने माँग की कि सतर्कता विभाग द्वारा इस सारे भ्रष्टाचार की जांच की जानी चाहिए व दोषियों पर तुरंत कार्यवाही की जानी चाहिए।