सभी संबंधित विभागाध्यक्ष सीएम विंडों को निपटाने में लें विशेष रूचि
मुख्यमंत्री शिकायत निवारण पटल पर समस्याओं का निवारण होना चाहिए समय रहते
सरकारी सेवाओं का लाभ देने में अच्छा कार्य करने वाले अधिकारियों व कर्मचारियों को किया जाएगा सम्मानित : डीसी प्रदीप दहिया
उपायुक्त प्रदीप दहिया ने ली सीएम विंडों विषय पर समीक्षा बैठक
अधिकारियों को दिए आवश्यक दिशा-निर्देश
कैथल, 30 अप्रैल (सुशील शर्मा ) उपायुक्त प्रदीप दहिया ने कहा कि मुख्यमंत्री शिकायत निवारण पटल यानि सीएम विंडों पर आई शिकायतों को दूर करने में सभी अधिकारी विशेष रूचि लेकर कार्य करें, ताकि लोगों की शिकायतों व समस्याओं का निवारण जल्द हो सके। सीएम विंडों का लाभ आमजन को मिल रहा है, इस दिशा में अच्छा कार्य करने वाले अधिकारियों व कर्मचारियों को सम्मानित भी किया जाएगा। जिला में अब तक 16 हजार 47 शिकायतें आई थी, जिनमें से 15 हजार 71 का निपटान कर दिया गया है। शिकायतें दूर करने में जिला का प्रतिशत 93.94 है। इसी प्रकार 976 लंबित शिकायतों में 461 की एक्शन टेकन रिपोर्ट भिजवाई जा चुकी है। लंबित शिकायतों में से 267 ओवर डू हो चुकी है। इन सभी शिकायतों को संबंधित विभाग प्राथमिकता से दूर करने का कार्य करें।
उपायुक्त प्रदीप दहिया लघु सचिवालय के सभागार में सीएम विंडों विषय पर समीक्षा बैठक लेकर अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दे रहे थे। बैठक में मत्स्य विभाग के अधिकारी के नहीं पहुंचने पर डीसी ने नोटिस जारी करने के निर्देश दिए। समीक्षा बैठक में उपायुक्त ने ओवर डयू हुई शिकायतों के संदर्भ में डीडीपीओ, राजस्व, डीआरडीए, लोक निर्माण, एलडीएम, डीएमसी, खाद्य एवं आपूर्ति विभाग, बिजली विभाग आदि की एक-एक करके बारिकी से समीक्षा की। उन्होंने निर्देश दिए कि कोई भी विभाग शिकायतों को दूर करने में जो समयावधि तय की गई है, उसी के अनुसार कार्य करें। ऑवर ड्यू हो चुकी शिकायतों पर त्वरित कार्रवाई करते हुए समस्या का निवारण करें ताकि संबंधित व्यक्ति को इसका लाभ मिल सके। सीएम विंडों मुख्यमंत्री का ड्रिम प्रोजैक्ट है और स्वयं मुख्यमंत्री समय-समय पर इसकी समीक्षा बैठक लेते रहते हैं। उन्होंने कहा कि सभी अधिकारियों की जवाबदेही तय है। आगामी एक माह में कोई भी शिकायत ओवर डयू नहीं होनी चाहिए। शिकायत से संबंधित की गई कार्रवाई की विस्तृत रिपोर्ट तुरन्त पोर्टल पर अपलोड करें ताकि जिला का स्कोर बेहतर हो सके।
इस मौके पर एसडीएम सुशील कुमार, सीटीएम गुलजार अहमद, जिप सीईओ सुरेश राविश, अतिरिक्त सीईओ अमित कुमार, आरटीए गिरिश कुमार, डीएसपी कुलवंत सिंह, कार्यकारी अभियंता वरूण कंसल, सीएमजीजीए कुनाल, डीडीपीओ कवंर दमन, डीआईओ दीपक खुराना, डीएसडब्ल्युओ कुलदीप शर्मा, सीएमओ जयंत आहुजा, जीएम रोडवेज अजय गर्ग, बीडीपीओ रोजी, नरेन्द्र सिंह सहित अन्य संबंधित अधिकारी मौजूद रहे।