
भिवानी देश का पहला जिला, जिसमें सबसे ज्यादा अर्जुन अवार्डी खिलाड़ी :
भिवानी, : भिवानी की शान और भिवानी को मिनी क्यूबा का नाम दिलाने वाला साई सेंटर अब सिमटने लगा है। इससे आहत खेल प्रेमियों व खिलाडिय़ों ने आवाज़ उठाई है। जिन्होंने यहां 100 से घटाकर की गई 50 सीटों को दोबारा बढाकर 110 करने की केंद्रीय खेल मंत्री से मांग की है। कई दशकों तक भिवानी का साई सेंटर भिवानी की शान रहा है। यहां कई खेलों के खिलाड़ी खेले और अंतराष्ट्रीय स्तर पर भिवानी व देश का नाम रोशन किया। विदेशी धरा पर राष्ट्रीय ध्वज को शान से फहराया, पर समय के साथ अब ये सिमटने लगा है। पहले यहां 100 खिलाडिय़ों के रहने, खाने-पीने व खेलने की व्यवस्था थी, उसे घटाकर 80 और अब 50 कर दिया है। आज इस मामले को लेकर आज केंद्रीय मंत्री के नाम युवा कल्याण सगठन ने साई होस्टल कें प्रभारी को ज्ञापन सौपा।
वी ओ 1:- युवा कल्याण संगठन के प्रधान कमल सिंह ने बताया कि खिलाड़ियों की 100 सीट थी जिसे घटाकर अब 50 सीट कर दी गई है। सीटे कम किये जाने से खिलाड़ी व खेल प्रेमी खासे निराश हैं। युवा कल्याण संगठन के प्रधान कमल सिंह ने कहा कि ये साई होस्टल 1985 से चल रहा है। यहां खेलकर खिलाडिय़ों ने देश का गौरव बढ़ाया है। भिवानी देश का पहला जिला है जहां सबसे ज्यादा अर्जुन अवार्डी हैं। यहां खेलकर 11 बॉक्सर ओलंपिक खेले हैं और बिजेन्द्र ने मैडल जीता। यहां खेलने वाले 460 खिलाडिय़ों ने अंतराष्ट्रीय स्तर पर 2900 मैडल हासिल किए हैं। ऐसे में इस होस्टल में 100 सीटें 50 करने की बजाय बढाकर 110 करनी चाहिए।
वी ओ 2 कमल सिंह ने कहा कि इस मामले को लेकर जन प्रतिनिधियों को भी आवाज़ उठानी चाहिए। वहीं यहां खेलने वाले मुक्केबाज़ों ने कहा कि यहां खाना-पीना व रहना नि:शुल्क है। अच्छी कोचिंग मिलती है। ज्यादातर गरीब खिलाड़ी होते हैं। जो प्राइवेट एकेडमी में हर माह 6-7 हजार रूपये का ख़र्च नहीं उठा पाएंगे। ऐसे में यहां सीटें बढ़ाएगी जाएँ। खिलाड़ी व खेल प्रेमी ही नहीं, बल्कि सेंटर अधीक्षक कुलदीप सिंह ने भी कहा कि साई होस्टल भिवानी की शान है। अब तो इसमें सुविधाएं भी बढ़ गई हैं। ऐसे में वो यहां 110 खिलाडिय़ों को रख कर प्रशिक्षण देने में सक्षम हैं।
वी ओ 3 :- कमल सिंह ने कहा कि विदेशी जमीन पर देश का गौरव व तिरंगे की शान बढ़ाने का काम खिलाड़ी ही करते हैं। भिवानी वो जिला है, जिसके सबसे ज़्यादा खिलाड़ी देश व तिरंगे की शान बढ़ाते हैं। ऐसे में देखना होगा कि सरकार मिनी क्यूबा की निवं कहा जाने वासे साई सेंटर की सीटें बढ़ाती है या इसे समेटती है।