चंडीगढ़/जींद (राहुल हथो) 17मई
रोडवेज कर्मचारी सांझा मोर्चा की बैठक बिजेंदर ,अनिल ढांडा,अमरजीत , अनिल गौतम , सुशील इक्कस,सुदर्शन लाठर सांझा मोर्चा डिपो प्रधान की अध्यक्षता में हुई। रोडवेज कर्मचारी सांझा मोर्चा बैठक का संचालन सज्जन कंडेला ने विधिवत रूप किया । बैठक का समापन अनूप लाठर ने किया । रोडवेज कर्मचारी सांझा मोर्चा के वरिष्ठ सदस्य जयवीर घणघस,शरबत पुनिया ,दलबीर किरमारा ,संदीप रंगा ,रमेश ,सुरेंद्र , जयपाल चौहान , रामनिवास खरक भूरा ने बताया कि 28 व 29 मार्च को राष्ट्र व्यापी में हड़ताल में शामिल कर्मचारी हुए थे। कर्मचारियों की व्यापक एकता से बौखलाकर सरकार ने सांझा मोर्चा पलवल व सिरसा के नेताओं पर लूटपाट एवं डकैती जैसी संगीन धाराएं लगाई हैं। जिसके चलते प्रदेश भर के कर्मचारियों में भारी रोष व्याप्त है।डकैती व संगीन धाराओं को रद्द करवाने के लिए सांझा मोर्चा संघर्ष कर रहा है। हरियाणा रोडवेज कर्मचारी सांझा मोर्चा की प्रदेश कमेटी द्वारा इसे लेकर दो टीमें बनाकर प्रदेशभर का दौरा किया जा रहा है। हरियाणा रोडवेज सांझा मोर्चा के निर्धारित कार्यक्रम के तहत सांझा मोर्चा डिपो जींद में बैठक का आयोजन किया गया। हरियाणा रोडवेज सांझा मोर्चा के कार्यक्रम 28 मई तक चलेगे । 1 जून से 3 जून तक हस्ताक्षर अभियान चलाया जाएगा। जिसके माध्यम से सरकार की जनविरोधी नीतियों की पोल जनता के सामने खोली जाएगी। इसके बावजूद भी यदि झूठे मुकदमे रद्द नहीं हुए और कर्मचारियों की मांगें पूरी नहीं हुई तो 8 जून को परिवहन विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव एवं विधायक परिवहन विभाग के पास मास डेपुटेशन जाएगा और हस्ताक्षर किए हुए पत्र सौंपेगा। कर्मचारियों को संबोधित बताया कि परिवहन मंत्री से 6 जनवरी व 4 जून 2020 को बातचीत में जिन मांगों पर सहमति बनी थी । उन मांगों के लागू होने का रोडवेज कर्मचारी लंबे समय से इंतजार कर रहे हैं। लेकिन अभी तक इन मांगों को लागू नहीं किया गया है। कर्मचारी नेता ने कहा कि देश व प्रदेश में मौजूदा भाजपा सरकार से समाज का हर वर्ग परेशान है। एकजुटता से लड़ाई लडना ही इसका एक मात्र विकल्प है। कर्मचारियों के मुख्य मांगे पुरानी पेंशन बहाल करना ,रोडवेज के बेड़े में 10 हजार बसे शामिल कर 70 हजार बेरोजगार युवकों को रोजगार देना ,किलोमीटर स्कीम व स्टेज़ कैरिज स्कीम 2016-17 लम्बी दूरी के अंतरराज्यीय रूटों पर 20 प्रतिशत प्राइवेट बसों, अंतरजिला रूटों पर 50 प्रतिशत प्राइवेट बसों एवं लोकल रूटों पर 80 प्रतिशत प्राइवेट बसों को रूट परमिट देने की पॉलिसी को रद्द करना, पुरानी पेंशन स्कीम लागू करने, निजीकरण, ठेका प्रथा ,विभाग में सरकारी बसों का बेड़ा बढ़ाने, परिचालक,चालक व लिपिक का ग्रेड पर बढ़ाने, जोखिम का कार्य करने वाले कर्मचारियों को 5000 रूपए जोखिम भत्ता देने, 1992 से 2003 के मध्य लगे कर्मचारियों को नियुक्ति तिथि से पक्का करने, बोनस की स्थाई नीति बनवाने, हरियाणा रोडवेज बेड़े में 2018 के चालकों को कौशल निगम में शामिल ना करना ,कर्मशाला के कर्मचारियों को तकनीकी वेतनमान व पहले की तरह सार्वजनिक अवकाश देने, चालकों की पदोन्नति पंजाब, हिमाचल व DTC की तर्ज पर निरीक्षक के पद पर करने,श्रम कानूनों अनुसार 8 घण्टे की ड्यूटी लेना,8 घंटे से ज्यादा की ड्यूटी का ओवरटाइम लागू करना, सभी प्रकार के कच्चे कर्मचारियों को पक्का करना,विभाग में हजारों खाली पड़े पदों पर पक्की भर्ती करना , मेडिकल कैशलेस सुविधा लागू करना, अनुकंपा अधिनियम 1964 को पहले की भांति लागू किया जाए आदि मुख्य मांगों को लागू करवाने के लिए रोडवेज कर्मचारी लम्बे समय से इंतजार कर रहे हैं। इस राजकुमार, जयवीर, जाकिर, धर्मेंद्र ,सतीश, बलकार, रामचंद्र, तनवीर ,रोहतास, कूका ,सोनू , संजय आदि मौके मौजूद थे।