आज़ाद प्रत्याशी के तौर पर चुनाव लड़ा व कांग्रेस प्रत्याशी को हरवाने का काम किया तथा चुनाव के बाद फिर से कांग्रेस पार्टी में शामिल हो गया इससे सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है कि गद्दार कौन है: ओम शुक्ला
चंडीगढ़/पंचकूला (पंकज सिंह) 23 जून
पूर्व पार्षद सुभाष निषाद द्वारा हरियाणा प्रदेश के पूर्व उपमुख्यमंत्री भाई चंद्रमोहन जी के बारे में कालका चुनाव को लेकर जो अशोभनीय टिप्पणी की गई जब की हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने यह फेसला किया की कांग्रेस पार्टी किसी को टिकट नहीं देगी कोई भी कांग्रेसी चुनाव लड़ सकता है पर इंटक के जिलाध्यक्ष व वार्ड नं 9 से नगर निगम चुनाव में कांग्रेस पार्टी के प्रत्याशी रहे ओम शुक्ला ने सुभाष निषाद के बयान का जवाब देते हुए कहा कि सुभाष निषाद वार्ड नं 9 से अपने पुत्र अंकुश निषाद को नगर निगम चुनाव में कांग्रेस की टिकट दिलवाना चाहते थे ओर कांग्रेस पार्टी ने एक कमेटी बनाई थी उस कमेटी ने टिकट न देने का फेसला किया था लेकिन टिकट न मिलने पर अंकुश निषाद ने आज़ाद प्रत्याशी के तौर पर चुनाव लड़ा व कांग्रेस प्रत्याशी को हरवाने का काम किया तथा चुनाव के बाद फिर से कांग्रेस पार्टी में शामिल हो गया इससे सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है कि गद्दार कौन है दुर्भाग्य की बात यह है कि कांग्रेस पार्टी ने ऐसे गद्दारों को फिर से पार्टी में शामिल किया और उसके बाद ऐसे गद्दार कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता तथा कालका विधानसभा से चार बार विधायक व उपमुख्यमंत्री रहे चंद्रमोहन जी के लिए हल्के शब्दों का प्रयोग कर रहे है जबकि असली जयचंद तो सुभाष निषाद व उनके पुत्र अंकुश निषाद जैसे लोग है जो पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल रहे है यह लोग पार्टी हित से ज्यादा निजी हित को महत्व देते है व पार्टी को हरवाने का काम करते है और फिर दोष बड़े नेताओं पर मढ़ देते है।