चंडीगढ़/झज्जर (ब्यूरो रिपोर्ट) 21 अगस्त
ट्रेन से बहादुरगढ पहुंचने लगे किसान।
बहादुरगढ रेलवे स्टेशन पहुंचा किसानों का जत्था।
भारतीय किसान यूनियन सिद्दूपुरा से जुड़े किसान पहुँचने लगे।
सोमवार को जंतर मंतर पर करना है प्रदर्शन।
एक दिन के प्रदर्शन के लिए पहुंच रहे किसान।
बिजली बिल 2022 और एमएसपी पर किसान सरकार से नाराज।
लखीमपुर खीरी केस में भी सरकार से नाराज हैं किसान।
पक्के मोर्चे लगाने नही आये किसान।
किसानों ने कहा पक्के मोर्चे लगाने आएंगे तो बता कर आएंगे सरकार को।
टिकरी बॉर्डर पर पुलिस ने बढ़ाई सुरक्षा।
किसानों की भारी संख्या को रोकने के लिए बॉर्डर पर लगाये बैरिकेड।





दिल्ली के जंतर मंतर पर प्रदर्शन के लिए किसानों के जत्थे पहुंचने शुरू हो गए हैं। दिल्ली के टिकरी बॉर्डर से सटे बहादुरगढ में ट्रेन में बैठकर पंजाब से किसान पहुंचना शुरू हो गए हैं। फिरोजपुर से आने वाली ट्रेन में बैठकर भारतीय किसान यूनियन सिद्दूपुरा से जुड़े काफी किसान बहादुरगढ पहुंचे। किसानों का कहना है टिकरी बॉर्डर पर उन्होंने 13 महीने बिताए हैं इसलिए पहले वो उस जगह जाएंगे जिस जगह पर उन्होंने रहकर आंदोलन किया उसके बाद आज ही दिल्ली जाएंगे और सोमवार को जंतर मंतर पर प्रदर्शन कर राष्ट्रपति को ज्ञापन देंगे। किसानो के कहना है कि सरकार ने उनके साथ वादाखिलाफी की है। बिना किसान संगठनों से बात किये बिजली बिल 2022 लाया गया जिससे किसानों को मिलने वाली सस्ती बिजली खत्म करने की साजिश रची गई है। वंही एमएसपी भी उनको नही दी गई और ना ही लखीमपुर खीरी में मारे गए किसानों के साथ न्याय हुआ है। किसानो के कहना है कि अभी वो दिल्ली बॉर्डर पर पक्के मोर्चा लगाने नही आये है अभी तो एक दिन के प्रदर्शन के लिए आये हैं ताकि सरकार को चेताया जा सके। किसानों ने कहा कि अगर जरूरत पड़ी तो फिर से दिल्ली में पक्के मोर्चे लगाएंगे लेकिन छुपकर नही आएंगे खुलेआम सरकार को बताकर आएंगे। वन्ही किसानों के भारी संख्या में आने की आहट से ही दिल्ली पुलिस सक्रिय हो गई है। दिल्ली के टिकरी बॉर्डर पर सिमेंटिड बैरिकेड इकठ्ठा कर लिए है। सड़क को संकरा कर दिया है। वाहनों की चेकिंग भी शुरू कर दी है ताकि दिल्ली में किसानो को भीड़ इकट्ठा करने से रोका जा सके। इसके लिए हरियाणा पुलिस के साथ भी दिल्ली पुलिस मीटिंग कर रही है।