झज्जर(ब्यूरो रिपोर्ट) 21 अगस्त
टिकरी बॉर्डर पर किसानों के आने की आहट।
सक्रिय हुई दिल्ली और हरियाणा पुलिस।
दिल्ली पुलिस ने बॉर्डर पर लगाये सिमेंटिड बैरिकेड।
दिल्ली जाने वाली सड़क को किया संकरा।
हर वाहन की जांच करेगी दिल्ली पुलिस।
22 अगस्त को जंतर मंतर पर किसानों को करना है प्रदर्शन।
संयुक्त किसान मोर्चा से जुड़े संगठनों ने कर रखा है प्रदर्शन का एलान।
पंजाब के कई बड़े संगठनों ने बनाई है प्रदर्शन से दूरी।
बहादुरगढ पुलिस और दिल्ली पुलिस एक दूसरे के सम्पर्क में।
निजी वाहनों से दिल्ली जाएंगे किसान।
टिकरी बॉर्डर पर रेहड़ी लगाकर गुजर बसर करने वाले चिंतित।
कल सुबह स्थिति हो सकती है तनावपूर्ण।

दिल्ली के जंतर-मंतर पर होने वाले किसानों के प्रदर्शन को देखते हुए दिल्ली पुलिस और हरियाणा पुलिस हरियाणा पुलिस सक्रिय हो गई हैं। दिल्ली के टिकरी बॉर्डर पर पुलिस ने सीमेंटेड बैरिकेड लगाने की व्यवस्था बनानी शुरू कर दी है। लोहे के बेरिगेड्स लगाकर वाहनों की जांच की जा रही है। टिकरी बॉर्डर से आगे किसान दिल्ली ना जाए इसके लिए टिकरी बॉर्डर पर दिल्ली के करीब 4 थानों की पुलिस की जिम्मेदारी लगाई गई है। वही दिल्ली बॉर्डर से सटे हरियाणा के बहादुरगढ़ पुलिस की भी दिल्ली पुलिस के साथ कोर्डिनेशन मीटिंग चल रही है। दिल्ली पुलिस की कोशिश है कि दिल्ली में किसी भी स्थिति में कानून व्यवस्था ना बिगड़ने पाए। संयुक्त किसान मोर्चा से जुड़े कई संगठनों ने कई संगठनों ने दिल्ली के जंतर मतर पर प्रदर्शन करने की चेतावनी दी थी। इसीलिए पुलिस कर्मचारियों की ड्यूटी बॉर्डर पर लगाई गई है। दिल्ली पुलिस ने कल से ही सीमेंटेड बैरिकेड टिकरी बॉर्डर पर जुटाने शुरू कर दिए थे। जिसके बाद से टिकरी बॉर्डर पर रेहड़ी लगा कर गुज्जर बसर कर रहे दुकानदारों में चिंता चुरू हो गयी है।

दुकानदारों का कहना है कि किसानों को बॉर्डर पर रोकने की बजाय उन्हें जंतर मंतर पर जाने दिया जाना चाहिए। दिल्ली रोहतक राष्ट्रीय राजमार्ग को संकरा भी किया गया है । अब जैसे-जैसे दिन चढ़ेगा वैसे वैसे दिल्ली पुलिस की वाहनों पर चेकिंग सख्त होती जाएगी। हम आपको बता दें कि पंजाब के किसान संगठन पंजाब के कई किसान संगठन है जो संयुक्त किसान मोर्चा के अहम अंग है। वह इस प्रदर्शन का हिस्सा नहीं है। जबकि एसकेएम से जुड़े कुछ संगठन इस प्रोटेस्ट को अंजाम तक पहुंचाना चाहते हैं। भारतीय किसान यूनियन उग्राहां, भारतीय किसान यूनियन राजेवाल समेत कई बड़े संगठन इस प्रदर्शन किया हिस्सा नहीं बनेंगे। इस बार किसान ट्रैक्टर ट्रॉली ओं की बजाए अपने निजी वाहनों से दिल्ली कूच करेंगे। अब अब देखना यह है कि कल सुबह कितनी संख्या में किसान टिकरी बॉर्डर पर जुटेंगे।