
यमुनानगर, 17 जनवरी।
पीटीआई शिक्षकों पर दर्ज हुए मुकदमों व पुलिस कर्मचारियों के निलंबन के विरोध में सोमवार को सर्व कर्मचारी संघ, सीटू व अखिल भारतीय किसान सभा ने जिला पुलिस अधीक्षक यमुनानगर को ज्ञापन देने पहुंचे। इस मौके पर अखिल भारतीय किसान सभा के जरनैल सिंह सांगवान ने बताया कि 11 जनवरी को यें पीटीई शिक्षक सुबह शिक्षा मंत्रीकंवरपाल गुर्जर के निवास पर मिलने गए थे। लेकिन बजाय इनकी बात को सुनने के सरकार व पुलिस प्रशासन ने तानाशाही रवैया अपनाते हुए इन 2 सौ शिक्षकों के खिलाफ केस दर्ज कर लिए वहीं पुलिस के भी 40 कर्मचारियों को ड्यूटी पर लापरवाही करने को लेकर उन्हे भी निलंबित किया गया है। सांगवान का कहना था कि डेढ साल से पीटीई धरना प्रदर्शन कर रहे हैं। इनकी मांगों को सरकार नहीं सुन रही है। जब मुख्यमंत्री मनोहरलाल ने यह कहा था कि मैं आप लोगों के घरों के चूल्हे बुझने नहीं दूंगा म। वही आज इस तरह के हथकंडे अपनाकर इनके खिलाफ़ केस दर्ज कर उन्हें जेलों में डाला जा रहा है। उनके विरुद्ध केस बनाए जा रहे हैं हमारी यह मांग है कि लोकतांत्रिक व्यवस्था में यह सरासर तानाशाही है हम इसका विरोध करते हैं और मांग करते हैं कि जिला पुलिस अधीक्षक पीटीई शिक्षकों पर बनाए गए मुकदमों को रद्द करें वही जिन पुलिस कर्मी निलंबित किया गया है उन्हे वापिस डयूटी पर लिया जाए। सरकार से भी मांग करते हैं कहा कि मुख्यमंत्री इनकी नौकरी को लेकर कोई रास्ता निकालें। इस मौके पर बड़ी संख्या में कर्मचारी उपस्थित रहे।