जींद/नरवाना (आर पी डब्लू न्यूज़) राहुल हथो, 1 सितंबर:-

नई शिक्षा नीति, चिराग योजना, रैशनेलाईजेशन और अव्यवहारिक तबादला नीति के खिलाफ आज संयुक्त किसान मोर्चा नरवाना के आह्वान पर विभिन्न संगठनों ने संयुक्त रुप से शहर में प्रदर्शन कर मुख्यमंत्री के नाम तहसीलदार को ज्ञापन सौंपा.
इन संगठनों में मुख्य रूप से भारत की जनवादी नौजवान सभा( डीवाईएफआई), हरियाणा विद्यालय अध्यापक संघ, अंबेडकर सभा नरवाना, रिटायर्ड कर्मचारी संघ और हरियाणा ज्ञान – विज्ञान समिति इत्यादि शामिल रहे. सभी प्रदर्शनकारी आज सुबह नेहरू पार्क में इकट्ठा हुए और जनसभा के बाद विशाल प्रदर्शन शहर में निकाला गया. प्रदर्शन के दौरान सरकार की शिक्षा विरोधी नीतियों के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई. नारेबाजी में सरकार के खिलाफ जबरदस्त आक्रोश दिखाई दिया.
प्रदर्शनकारियों को संबोधित करते हुए संयुक्त किसान मोर्चा नरवाना के संयोजक मास्टर बलबीर सिंह ने कहा कि नरवाना की जनता किसी भी हाल में अपने इलाके के स्कूलों को बंद नहीं होने देगी. अगर सरकारी स्कूलों में बच्चों की कमी है तो उसके लिए सरकार की नीतियां ही जिम्मेदार हैं, प्रदेश में 44 हजार अध्यापकों के पद खाली पड़े हैं लेकिन सरकार पांच साल से कोई भर्ती नहीं निकाल रही.
नौजवान सभा की ओर से बोलते हुए जिला कमेटी सदस्य कश्मीरा हंसडैहर ने कहा कि जिस प्रकार सरकार नौजवानों के हाथ से रोजगार छीन रही है, उसी तर्ज पर सरकारी स्कूलों में अध्यापकों की पोस्टों को खत्म करके सरकारी स्कूलों को बर्बाद करने की साजिश कर रही है. नौजवान सभा पूरे प्रदेश में ग्रामवासियों के साथ मिलकर सरकारी स्कूल बचाने का अभियान चला रही है. आज पूरी जनता को शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार के लिए एकजुट होने की आवश्यकता है.
शिशपाल गुलाढी, रोडवेज़ नेता प्रदीप शर्मा, कर्मगढ की छात्रा ज्योति, अध्यापक संघ से सतबीर शास्त्री इत्यादि ने भी अपने विचार रखे