आर पी डब्लू न्यूज़/ सोहन धानिया


करनाल 13 सितंबर:- इंद्री हलके के चौगामा के रहने वाले दो युवा किसानों पर कुदरत का कहर देखने को मिला है इन दोनों भाइयों ने 5 एकड़ भूमि ₹50000 प्रति एकड़ के हिसाब से ठेके पर ली थी और इसमें धान की रोपाई कर दी गई थी लेकिन जैसे ही धान तैयार होने को आई तो पूरी की पूरी फसल ही बर्बाद हो गई

धान में जो बाले आ रही थी वह सभी की सभी खराब हो गई| इस बारे में उन्होंने कृषि विभाग के अधिकारियों को इस फसल को दिखाया तो उन्होंने मौसम के बदलाव की वजह से इस तरह की स्थिति बताई है| यह दोनों युवा किसान अजय व राजन ने बड़ी मेहनत करके इस फसल को तैयार किया था लेकिन उन्हें क्या मालूम था कि यह फसल जिन हाथों से तैयार कर रहे हैं उसी पर उन्हें मजबूरी में ट्रैक्टर चलाना पड़ेगा और उन्होंने अपनी खड़ी फसल को ट्रैक्टर से जोत दिया बड़े दुखी मन से उन्होंने इस खड़ी फसल जोताई की| वहीं पर दोनों भाइयों ने कहा कि बड़ी मुश्किल से उन्होंने कर्जा उठा कर के इस फसल को तैयार किया था जिसमें लगभग उनका साडे₹3 लाख का ठेके समेत खर्चा आ गया है और अब यह फसल पूर्णता बर्बाद हो गई है| जिसकी भरपाई करना बहुत ही मुश्किल है|

वहीं पर भारतीय किसान यूनियन के ब्लॉक अध्यक्ष मनजीत सिंह ने बताया कि गांव के रहने वाले अजय व राजन जिनके सिर से पिता का साया भी उठ चुका था और बड़ी मुश्किल से वह पुश्तैनी खेती कर रहे थे 5 एकड़ भूमि उन्होंने ठेके ले कर करके पीआर धान लगाई थी लेकिन उन्हें क्या पता था कि उनके ऊपर कुदरत की मार पड़ेगी और उनकी पूरी की पूरी फसल ही यह बर्बाद हो गई है उन्होंने प्रशासन से गुहार लगाई है कि इसकी विशेष गिरदावरी करा के इन गरीब युवा किसानों को मुआवजा दिया जाए ताकि यह अपना जीवन बसर कर सके क्योंकि इस फसल की भरपाई करना बड़ा मुश्किल है उन्होंने दूसरे किसान भाइयों से भी अपील की की जो भी किसान भाई अपने सामर्थ्य के अनुसार इन दोनों युवा किसानों की सहायता करना चाहता है तो वह कर सकता है|