आर पी डब्ल्यू न्यूज/ ब्यूरो रिपोर्ट

पलवल 11अक्टूबर:- राष्ट्रीय आयुष मिशन के तहत आज आयुष विभाग पलवल द्वारा गांव जनौली स्थित राजकीय उच्च विद्यालय में एक दिवसीय जागरूकता कार्यशाला का आयोजन किया गया। जिसमें आयुष अधिकारी डॉ. मोहम्मद इरफान द्वारा विद्यार्थीयों को आयुर्वेद के बारे में विस्तृत जानकारी प्रदान की गई। विद्यार्थीयों को आहार के नियम के बारे में जागरूक किया गया। इस अवसर पर स्कूल के प्रधानाचार्य नेमीचंद शांडिल्य सहित अन्य अध्यापकगण व स्कूल के सभी विद्यार्थी मौजूद थे।

आयुष अधिकारी डॉ. मोहम्मद इरफान ने बताया कि आयुष विभाग द्वारा सातवॉं राष्ट्रीय आयुर्वेद दिवस के तहत धन्वन्तरी जयंती के उपलक्ष्य में आयुष व्याख्यान एवं कार्यशाला का आयोजन किया जा रहा है। जिसकी थीम हर दिन आयुर्वेद व हर घर आयुर्वेद रखी गई है। आयुष विभाग द्वारा लोगों को आयुर्वेद के बारे में बताया जा रहा है। घर घर जाकर लोगों को आयुर्वेद के बारे में जानकारी दी जा रही है, आयुर्वेदिक डिस्पेंसरी व स्कूलों में जागरूकता कार्यक्रम चलाए जा रहे है। लोगों को नियम अनुसार आहार लेने के बारे में बताया जा रहा है। भोजन करने से पहले हाथों को साफ करें। भूख लगने पर ही भोजन करना चाहिए। भोजन शांत रहकर ध्यानपूर्वक करना चाहिए। ताजा व गर्म भोजना करना चाहिए। भोजन से पहले व बाद में तीस मिनट तक जल नहीं पीना चाहिए। पोष्टिक आहार का सेवन करना चाहिए। उन्होंने कहा कि लोगों को आयुर्वेद के बारे में बताया कि जा रहा है कि आयुर्वेद को जीवन में अपनाकर स्वस्थ्य रह सकते है। प्रतिदिन योग करें। योग से असाध्य बीमारियों को भी दूर भगाया जा सकता है। शरीर में पोषण की मात्रा भरपूर रहे इसके लिए समय पर भोजन करना आवश्यक है। उन्होंने कहा कि प्रत्येक व्यक्ति का प्रकृति अलग होती है,इसलिए व्यक्ति का प्रकृति परीक्षण करने से बेहत्तर इलाज किया जा सकता है।

योग प्रशिक्षक योगेन्द्र सिहं ने बताया कि स्कूलों में जाकर बच्चों को योग के बारे में बताया गया है कि योग हमारी प्राचीन धरोहर है,जिसे हमारे ऋषि,मुनियों ने संभालकर रखा है। योग को जीवन में अपनाना चाहिए। प्रतिदिन योग करें और स्वस्थ्य रहें। उन्होंने कहा कि आयुष विभाग द्वारा योग को बढ़ावा दिया जा रहा है। लोगों को रूझान भी योग की तरफ लगातार बढ़ रहा है।

स्थानीय निवासी अमन लोहिया ने बताया कि आयुष विभाग द्वारा ग्रामीणों को आयुर्वेद के बारे में जागरूक किया जा रहा है। हमें अंग्रेजी दवाईयों की बजाय आयुर्वेदिक दवाईयों का प्रयोग करना चाहिए। आयुर्वेदिक दवाईयों से शरीर पर कोई दुष्प्रभाव नहीं पड़ता है। आयुष अधिकारियों ने योग के बारे में जानकारी दी है,योग से हम अपने शरीर को स्वस्थ्य रख सकते है। इसके साथ ही आहार के नियमों के बारे में जानकारी दी गई है। खाने में हमेशा पोष्टिक भोजना जिसमें,अनाज,दालें,दूध,दही,लस्सी,हरी सब्जियों व फलों का सेवन करना चाहिए।

विद्यार्थी रमन कुमार ने बताया कि आयुष विभाग के अधिकारियों ने स्कूल में आकर विद्यार्थीयों को आयुर्वेद के महत्व के बारे में जानकारी दी है। आयुर्वेदिक दवाईयों विशेषकर घर पर मौजूद औषधियों से अपना इलाज कर सकते है। इसके अलावा योग के बारे में बताया गया है। हर रोज योग करना चाहिए। वहीं खाने में पौष्टिक आहार का सेवन करना चाहिए।