
आर पी डब्लू न्यूज़/ब्यूरो रिपोर्ट
इंडिया जनवरी 5 :-वर्तमान में भारत G20 की अध्यक्षता कर रहा है। ये अध्यक्षता 1 दिसंबर 2022 से 30 नवंबर 2023 तक भारत के पास है। G20 के अंतर्गत कुल 11 एंगेजमेंट ग्रुप है। इस महीने से G20 के एंगेजमेंट ग्रुप की बैठकें भी शुरू होंगी। इससे पहले कल यानि 6 जनवरी को केंद्रीय मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर नई दिल्ली में Y20 समिट इंडिया के कर्टेन रेजर इवेंट में Y20 समिट की थीम, लोगो और वेबसाइट लॉन्च करेंगे। भारत पहली बार Y20 शिखर सम्मेलन की मेजबानी कर रहा है।
कर्टेन रेजर इवेंट में दो सत्र होंगे
कल आयोजित होने वाले कर्टेन रेजर इवेंट को दो सत्रों में बांटा गया है। पहले सत्र में युवा मामले एवं खेल मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर लोगो , वेबसाइट और थीम का विमोचन करेंगे वहीं दूसरे सत्र में पैनल डिस्कशन (युवा उपलब्धि हासिल करने वाले) होगा। पैनल चर्चा इस बात पर आधारित होगी कि कैसे भारत एक महाशक्ति बनने के लिए अपनी युवा आबादी का दोहन कर सकता है और पैनलिस्टों की व्यक्तिगत सफलता की कहानियों पर चर्चा की जाएगी।
Youth20 क्या है
Youth20 या Y20, एक ऐसा मंच प्रदान करता है जो युवाओं को G20 प्राथमिकताओं पर अपने दृष्टिकोण और विचारों को व्यक्त करने की स्वतंत्रता देता है तथा अनेक सिफारिशों को सामने लाता है जो G20 देशों के नेताओं को प्रस्तुत की जाती हैं। इस एंगेजमेंट ग्रुप की शुरुआत 2010 में हुई थी।
Y20 का लोगो
Y20 के लोगो में नारंगी, नीला और turquoise (फिरोज़ी) रंग का प्रयोग हुआ है। लोगो में नारंगी रंग बहादुरी, वैराग्य और शक्ति का, नीला अनंत, शांति और ज्ञान का और turquoise (फिरोज़ी) आशा और उत्साह का प्रतीक है। लोगो में 20 स्पाइक G20 देशों के युवाओं का प्रतिनिधित्व करती हैं।

Y20 में भारत का फोकस
Y20 एंगेजमेंट ग्रुप में, भारत का मुख्य फोकस दुनिया भर के युवा नेताओं को एक साथ लाना और बेहतर कल के लिए विचारों पर चर्चा करना और एजेंडा तैयार करना है। भारत की अध्यक्षता के दौरान Y20 द्वारा की जाने वाली गतिविधियाँ वैश्विक युवा नेतृत्व और साझेदारी पर केंद्रित होंगी। अगले 8 महीनों के लिए, फाइनल Youth20 समिट के लिए भारत के राज्यों के विभिन्न विश्वविद्यालयों में विभिन्न चर्चाओं और सेमिनारों के साथ-साथ पांच Y20 विषयों पर प्री समिट होंगे।
भारत के लिए G20 का महत्व
भारत के लिए, G20 प्रेसीडेंसी “अमृतकाल” की शुरुआत का भी प्रतीक है। अमृतकाल 15 अगस्त 2022 को भारत की स्वतंत्रता की 75वीं वर्षगांठ से शुरू होने वाली 25 साल की अवधि है। भारत को अपनी स्वतंत्रता की शताब्दी तक मानव-केंद्रित अप्रोच के साथ एक समृद्ध, समावेशी और विकसित समाज का निर्माण करना है। वसुधैव कुटुम्बकम के विचार को मूर्त रूप देते हुए समग्र कल्याण सुनिश्चित करने के लिए भारत अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर व्यावहारिक समाधान खोजने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।