
आर पी डब्लू न्यूज़/ब्यूरो रिपोर्ट
इंडिया जनवरी 5:-गर्भावस्था हर स्त्री के लिए एक महत्वपूर्ण समय है जिसने उसे लगातार चिकित्सक से संपर्क में रहना पड़ता है, बार-बार अस्पताल के चक्कर लगते हैं। ऐसी हालात में आने जाने में भी काफी असुविधा होती है। गर्भवती महिलाएं जिन्हें अपने एवं अपने गर्भस्थ शिशु के स्वास्थ्य की देखभाल के लिए बार-बार अस्पताल जाना पड़ता है, की सहायता के लिए “स्वस्थ गर्भ ऐप” विकसित किया गया है।आमतौर पर ऐसे बहुतेरे एप्लीकेशन उपलब्ध है जो गर्भावस्था से संबंधित जानकारी प्रदान करते हैं। लेकिन इनमें चिकित्सकों की भागीदारी नहीं होती। इस कमी को स्वस्थगर्भ ऐप पूरा करता है। यह प्रसव पूर्व देखभाल और सुरक्षित प्रसव के लिए इंटरैक्टिव मंच के रूप में कार्य करता है।
चिकित्सक और रोगी दोनों के लिए नि:शुल्क ऐप
आईआईटी रुड़की और एम्स नई दिल्ली के शोधकर्ताओं द्वारा मिलकर यह मोबाइल ऐप विकसित किया गया है। स्वस्थ गर्भ मोबाइल ऐप का लाभ मरीज और डॉक्टर दोनों ही नि:शुल्क उठा सकते हैं। यह गूगल प्ले स्टोर पर उपलब्ध है।यह ऐप दूरदराज के ग्रामीण क्षेत्रों की महिलाओं के लिए विशेष रूप से उपयोगी है, जिनके लिए डॉक्टर तक पहुँचना कठिन होता है। यह गर्भावस्था के लिए विशेष रूप से विकसित किया गया ऐप है, जो चिकित्सकीय रूप से प्रमाणित होने के साथ-साथ विश्वसनीय भी है। इसकी मदद से डॉक्टरों तक तुरंत ऑनलाइन पहुँचा जा सकता है, और चिकित्सीय सलाह प्राप्त की जा सकती है।
कई तरीकों से है लाभकारी
इस ऐप के माध्यम से किसी भी कोने से चिकित्सक से संपर्क किया जा सकता है। इसके माध्यम से मरीज और डॉक्टर के बीच वास्तविक समय में दो तरफा संवाद स्थापित किया जा सकता है। इसमें नैदानिक परीक्षणों और लक्षणों का भी रिकॉर्ड रखा जा सकता है। किसी भी तरह के स्वास्थ्य मापदंड के बिगड़ने की स्थिति में ऐप स्वतः ही मरीज और डॉक्टर दोनों को ही अलग भेज देता है। कोविड-19 जैसी महामारी के बाद ऐसे ऐप का उपयोग और बढ़ जाता है। संक्रमण से बचने के लिए अस्पताल नहीं जाना पड़ता और देशव्यापी लॉकडाउन या ऐसे प्रतिबंध की स्थिति में भी यह ऐप बहुत उपयोगी साबित होगा।
महिलाओं के लिए उपहार
आईआईटी रुड़की के शोधकर्ता प्रोफेसर दीपक शर्मा ने कहा – “उच्च नवजात मृत्यु दर के मामले चिंताजनक हैं। ‘स्वस्थगर्भ’ ऐप गर्भवती महिलाओं को वास्तविक समय पर चिकित्सा सहायता प्रदान करता है। यह मातृ-भ्रूण स्वास्थ्य में सुधार लाने में मददगार हो सकता है। यह ऐप आईआईटी रुड़की की ओर से भारत सहित पूरे विश्व की महिलाओं को एक उपहार है। यह ऐप प्रधानमंत्री के आत्मनिर्भर स्वस्थ भारत मिशन में आगे बढ़ने में भी मदद करेगा।”
मातृ और भ्रूण जीवन की रक्षा और स्वास्थ्य गुणवत्ता
प्रोफेसर वत्सला डधवाल, प्रसूति एवं स्त्री रोग विभाग, एम्स नई दिल्ली ने कहा, “हमारे पायलट अध्ययन से पता चला है कि इस ऐप को गर्भवती महिलाओं के साथ-साथ डॉक्टरों ने भी अच्छी तरह से स्वीकार किया है। हम चाहते हैं कि अधिक से अधिक मरीज और डॉक्टर इसका उपयोग करें, ताकि स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता को बढ़ाया जा सके।”एम्स नई दिल्ली की डीन (रिसर्च) प्रोफेसर रमा चौधरी के अनुसार -“स्वस्थ गर्भ ऐप गर्भावस्था में आम समस्याओं के संभावित समाधान प्रदान करने के लिए उपयोगी होगा। हमारा लक्ष्य इस ऐप को देश के हर घर तक पहुँचाकर मातृ एवं भ्रूण जीवन की रक्षा करना है।”150 रोगियों पर मूल्यांकन करने के बाद प्रसव पूर्व देखभाल की गुणवत्ता में सुधार के साथ-साथ इस ऐप के अन्तर्गत डब्ल्यूएचओ के दिशा निर्देशों का बेहतर अनुपालन भी देखा गया है।