
आर पी डब्लू न्यूज़/ब्यूरो रिपोर्ट
मेघालय जनवरी 7:-हम एक विकासशील लोकतंत्र में रहते हैं और बढ़ते देश के विकास में सरकार के साथ साथ अन्य लोगो का भी विशेष योगदान होता है फिर चाहे वो नवाचार क्षेत्र हो या जनकल्याण का विषय। जनकल्याण और अन्य ऐसी ही विधाओं में विशेष उप्लब्धियों को सम्मानित करने का नियम काफी पहले से ही चला आ रहा है और सराहनीय भी है।हाल ही में असम सरकार ने वर्ष 2022-23 के लिए राज्य के तीन प्रतिष्ठित सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार की घोषणा की है।यह तीन पुरस्कार निम्नलिखित हैं
1.असोम बैभव
2.असोम सौरव
3.असोम गौरव
यह पुरस्कार उन व्यक्तियों को सम्मानित करने के लिए दिए जाते हैं, जिन्होंने राज्य और वहाँ के लोगों के लिए महत्वपूर्ण योगदान दिया हो।
पहला पुरस्कार- असोम बैभव
असम सरकार द्वारा दिया असोम बैभव पुरस्कार सरकार द्वारा दिया जाने वाला सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार है और इस वर्ष के प्राप्तकर्ता डॉ. तपन सैकिया हैं। असम के डिब्रूगढ़ के नाहरकटिया के निवासी, डॉ. सैकिया दीसिखा फाउंडेशन के संरक्षक हैं और उन्होंने असम और पूर्वोत्तर राज्यों में जागरूकता पैदा करने और कैंसर का जल्द पता लगाने की दिशा में महत्वपूर्ण योगदान दिया है।डॉ. सैकिया वर्तमान में प्रिंस अली खान अस्पताल में मेडिकल ऑन्कोलॉजी और रिसर्च डायरेक्टर के प्रमुख और मुंबई में जसलोक हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर में ऑन्कोलॉजी साइंसेज के निदेशक के रूप में कार्यरत हैं। इसके अलावा, उन्होंने एम्स दिल्ली और इलाहाबाद विश्वविद्यालय में एमडी और बाहरी परीक्षक के रूप में काम किया है।असोम बैभव पुरस्कार 5 लाख रुपये के नकद पुरस्कार के साथ आता है और प्राप्तकर्ता अपने शेष जीवन के लिए सरकारी खर्च पर चिकित्सा उपचार का हकदार होते हैं।
दूसरा सम्मान- असोम सौरव
व्यक्ति जिनके द्वारा अपने संबंधित क्षेत्र विशेष में उत्कृष्ट योगदान दर्ज किया गया है, असोम सौरव पुरस्कार के हकदार होते हैं। इस वर्ष के यह सम्मान कृष्णा रॉय, गिल्बर्ट संगमा, डॉ. बिनॉय कुमार सैकिया और डॉ. शशिधर फुकन को मिला है। इस पुरस्कार में 4 लाख रुपये का इनाम होता है और प्राप्तकर्ता प्रत्येक वर्ष 3 लाख रुपये तक के सरकारी खर्च पर चिकित्सा उपचार के हकदार होते हैं।
तीसरा सम्मान – असोम गौरव
व्यक्ति जिन्होंने अपने संबंधित क्षेत्रों में असाधारण उपलब्धियां हासिल की हो,को असोम गौरव पुरस्कार से सम्मानित किया जाता है । इस वर्ष के यह पुरस्कार प्राप्त करने वाले देबजीत बर्मन, रुस्तम बासुमतारी, मंजे ला, बिनंदा हतिबरुआ, अतुल बरुआ, शिला गोवाला, डॉ. जोगेश देउरी, डॉ. पंकज लाल गोगोई, सरबेश्वर बासुमतारी, मन्थंग हमार, दयाल गोस्वामी, डॉ. सैयद इफ्तिखार अहमद, डॉ. ध्रुबज्योति शर्मा हैं।पुरस्कार के अन्तर्गत 3 लाख रुपये का नकद इनाम है और प्राप्तकर्ता प्रत्येक वर्ष 3 लाख रुपये तक के सरकारी खर्च पर चिकित्सा उपचार का हकदार होता है।