
आर पी डब्लू न्यूज़/ब्यूरो रिपोर्ट
दिल्ली जनवरी 9:-पीएम मोदी ने कहा, मैं सभी प्रवासी भारतीयों को विदेशी धरती पर भारत का राष्ट्रदूत, ब्रांड एंबेसडर कहता हूं। सरकारी व्यवस्था में राजदूत होते हैं, भारत की महान विरासत में आप राष्ट्रदूत होते हैं। पीएम मोदी ने कहा, पिछले कुछ वर्षों में भारत ने विकास की जो गति प्राप्त की है, जो उपलब्धियां हासिल की है, वो असाधारण है, अभूतपूर्व है। जब भारत कोविड महामारी के बीच कुछ महीनों में ही स्वदेशी वैक्सीन बना लेता है, जब भारत अपने नागरिकों को 220 करोड़ से ज्यादा वैक्सीन डोज मुफ्त लगाने का रिकॉर्ड बनाता है, जब वैश्विक अर्थव्यवस्था के बीच भी भारत उभरती अर्थव्यवस्था बनता है, जब भारत विश्व में टॉप-5 इकोनॉमी में शामिल होता है, जब भारती दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा स्टार्टअप इकोसिस्टम बनता है, जब मोबाइल मैन्युफैक्चरिंग जैसे क्षेत्रों में, इलेक्ट्रॉनिक मैन्युफैक्चरिंग के क्षेत्र में इंडिया का डंका बजता है, जब भारत अपने दम पर तेजस फाइटर प्लेन, एयरक्राफ्ट कैरियर, INS विक्रांत और अरिहंत जैसी न्यूक्लियर सबमरीन बनाता है तो स्वाभाविक है दुनिया और दुनिया के लोगों में क्यूरोसिटी होती है कि भारत क्या कर रहा है और कैसे कर रहा है।
‘लोग जानना चाहते हैं कि भारत की स्पीड, स्केल, फ्यूचर क्या है’
पीएम मोदी ने आगे जोड़ते हुए कहा, लोग जानना चाहते हैं कि भारत की स्पीड क्या है, स्केल क्या है, भारत का फ्यूचर क्या है। इसी तरह जब कैशलेस इकोनॉमी की बात होती है, फिनटेक की चर्चा होती है तो दुनिया ये देखकर हैरान है कि विश्व के 40 प्रतिशत रियल टाइम डिजिटल ट्रांजेक्शन भारत में होते हैं। पीएम मोदी ने कहा, जब स्पेस के फ्यूचर की बात होती है तो भारत की चर्चा स्पेस टेक्नोलोजी के मोस्ट एडवांस्ड देशों में होती है। भारत एक बार में सौ-सौ सैटेलाइट लॉन्च करने का रिकॉर्ड बना रहा है। सॉफ्टवेयर और डिजिटल टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में हमारी ताकत दुनिया देख रही है। पीएम मोदी ने कहा, भारत का यह बढ़ता हुआ सामर्थ्य, भारत का यह दम-खम, भारत की जड़ों से जुड़े हर व्यक्ति का सीना चौड़ा कर देता है।
‘वैश्विक मंच पर आज भारत की आवाज अलग ही मायने रखती है’
पीएम मोदी ने कहा, वैश्विक मंच पर आज भारत की आवाज, भारत का संदेश, भारत की कही बात एक अलग ही मायने रखती है। भारत की यह बढ़ती ताकत आने वाले दिनों में और ज्यादा बढ़ने वाली है। इसलिए भारत के प्रति जिज्ञासा और बढ़ेगी। इसलिए विदेश में रहने वाले भारतीय मूल के लोगों की और प्रवासी भारतीयों की जिम्मेदारी और बढ़ जाती है। आपके पास भारत के बारे में व्यापक जानकारी जितनी ज्यादा होगी, उतना ही आप भारत के बढ़ते सामर्थ्य के बारे में बता पाएंगे।
‘भारत G20 समूह की जिम्मेदारी को एक बड़े अवसर के रूप में देख रहा’
पीएम मोदी ने कहा भारत इस वर्ष दुनिया के G20 समूह की अध्यक्षता भी कर रहा है। भारत इस जिम्मेदारी को एक बड़े अवसर के रूप में देख रहा है। हमारे लिए ये दुनिया को भारत के बारे में बताने का अवसर है। यह दुनिया के लिए भारत के अनुभवों से सीखने का अवसर है। पुराने अनुभवों से सस्टेनेबल फ्यूचर की दिशा तय करने का अवसर है। G20 केवल एक डिप्लोमेटिक इवेंट नहीं बल्कि जनभागीदारी का एक ऐतिहासिक आयोजन बनाना है। इस दौरान विश्व के विभिन्न देश भारत के जन-जन के मन में अतिथि देवो भव का भावना का दर्शन करेंगे। पीएम मोदी ने प्रवासी भारतीयों से अपील करते हुए कहा कि आप भी अपने देश से आ रहे प्रतिनिधियों से मिलकर उन्हें भारत के बारे में बता सकते हैं। इससे उन्हें भारत पहुंचने से पहले ही अपनत्व और स्वागत का अहसास होगा।

‘G20 समूह के 200 डेलिगेशन से बंधन मजबूत करने का अवसर’
पीएम मोदी ने बताया कि G20 समिट में 200 मीटिंग होने वाली है, G20 समूह के 200 डेलिगेशन यहां आने वाले हैं, हिंदुस्तान के अलग-अलग शहरों में जाने वाले हैं, यहां से वापस जाने के बाद वहां पर रहने वाले प्रवासी भारतीय उनको बुलाएं, भारत में गए थे तो कैसे रहा इस बारे में उनके अनुभव सुनें। पीएम मोदी ने कहा मैं समझता हूं कि इससे उनके साथ हमारे बंधन को और मजबूत करने का अवसर बन जाएगा।
प्रवासी भारतीय सम्मेलन से जुड़ी जानकारी

उल्लेखनीय है कि तीन दिवसीय यह सम्मेलन रविवार को ब्रिलियंट कन्वेंशन सेंटर में शुरू हुआ है। इस साल सम्मेलन का विषय है ‘प्रवासी भारतीयः अमृत काल में भारत की प्रगति में विश्वसनीय भागीदार’। गुयाना के राष्ट्रपति डॉ. मोहम्मद इरफान अली सम्मेलन के मुख्य अतिथि और सूरीनाम के राष्ट्रपति चंद्रिका प्रसाद संतोखी विशिष्ट अतिथि हैं। प्रधानमंत्री के संबोधन से पहले संतोखी और इरफान ने अपने विचार रखे। बता दें यह 17वां प्रवासी भारतीय दिवस सम्मेलन मध्य प्रदेश सरकार के साथ साझेदारी में 08-10 जनवरी 2023 तक इंदौर में आयोजित किया जा रहा है।