March 16, 2025

देश स्वामी विवेकानंद की जयंती को राष्ट्रीय युवा दिवस के रूप में मना रहा है

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आर पी डब्लू न्यूज़/ब्यूरो रिपोर्ट


दिल्ली जनवरी 12:-देश आज स्वामी विवेकानंद की जयंती को राष्ट्रीय युवा दिवस के रूप में मना रहा हैहर साल स्वामी विवेकानंद की जयंती को राष्ट्रीय युवा दिवस के रूप में मनाया जाता है। स्वामी विवेकानंद यकीनन युवा पीढ़ी के लिए प्रेरक व्यक्ति है इसलिए 12 जनवरी को उनके जन्मदिन को राष्ट्रीय युवा दिवस के रूप में मानते है। भारत दुनिया के सबसे युवा देशों में से एक है, जिसकी लगभग 65 प्रतिशत जनसंख्या 35 वर्ष से कम आयु की है। युवा वर्ग वास्तव में किसी भी देश की आबादी का सबसे गतिशील और जीवंत हिस्सा होता हैं। ऐसे में यह जरूरी है की युवाओं के व्यक्तित्व का विकास किया जाए और उन्हें विभिन्न राष्ट्र निर्माण गतिविधियों में शामिल किया जाए। इस लेख में हम राष्ट्रीय युवा दिवस और देश में युवाओं को के लिए चल रहे विभिन्न कार्यक्रमों पर नजर डालेंगे।

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स्वामी विवेकानंद युवाओं के प्रेरणास्त्रोत

स्वामी विवेकानंद का जन्म 12 जनवरी 1863 को कोलकाता (तब कलकत्ता) में हुआ था। स्वामी विवेकानंद का बचपन का नाम नरेंद्र नाथ दत्त था। विवेकानंद, संत रामकृष्ण परमहंस के शिष्य थे। उन्होंने अपने गुरु की स्मृति में रामकृष्ण मठ और रामकृष्ण मिशन की स्थापना की। स्वामी विवेकानंद को 1893 में अमेरिका के शिकागो में हुई विश्व धर्म संसद में दिए गए भाषण की वजह से सबसे ज्यादा याद किया जाता है। दुनिया भर के धार्मिक नेताओं की मौजूदगी में जब विवेकानंद ने, ”अमेरिकी बहनों और भाइयों” के साथ संबोधन शुरू किया तो आर्ट इंस्टीट्यूट ऑफ शिकागो में कई मिनट तक तालियां बजती रहीं। इस धर्म संसद में उन्होंने जिस अंदाज में हिंदू धर्म का परिचय दुनिया से कराया, उससे वे पूरे विश्व में प्रसिद्ध हो गए।https://twitter.com/rashtrapatibhvn/status/1613366387678011394

1984 में हुआ घोषित

भारत सरकार ने 1984 में 12 जनवरी को राष्ट्रीय युवा दिवस के रूप में घोषित किया और 1985 से, भारत में हर साल स्वामी विवेकानंद के जन्मदिन को राष्ट्रीय युवा दिवस के रूप में मनाया जाता है। राष्ट्रीय युवा दिवस पर विवेकानंद की उपलब्धियों का को याद करतें है और उनके महान दार्शनिक और धार्मिक विचारों पर अमल करने का प्रयत्न करतें है। स्वामी विवेकानंद भारत के सबसे महान युवा नेताओं में से एक थे।

केंद्र सरकार के युवाओं के लिए प्रयास

सरकार विवेकानंद जैसे महान विचारकों के सपने को पूरा करने के लिए एक संयुक्त, मजबूत और आधुनिक भारत के निर्माण के मिशन पर है। “एक भारत, श्रेष्ठ भारत”, “सबका साथ, सबका विकास” ये नारे देश को नई ऊंचाइयों पर ले जाने के लिए लोगों, विशेषकर युवाओं के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाते हैं। भारत को वैश्विक विनिर्माण केंद्र के रूप में विकसित करने के लिए ‘मेक इन इंडिया’ अभियान शुरू किया गया है। ‘डिजिटल इंडिया’ पहल से भारत के युवा डिजिटली सशक्त हुए तो वहीं युवाओं को आवश्यक कौशल प्रदान करने के लिए ‘कौशल भारत’ अभियान की शुरुआत हुई। ‘स्टार्टअप इंडिया’ को नवाचार और डिजाइन के माध्यम से देश में नवाचार और स्टार्टअप को बढ़ावा देने और बड़े पैमाने पर रोजगार के अवसर पैदा करने के लिए युवाओं के बीच काफी समर्थन मिला है। केंद्र सरकार स्किल इंडिया मिशन के तहत युवाओं को अधिक रोजगार के अवसरों को बढ़वा देने के लिए प्रधानमंत्री राष्ट्रीय प्रशिक्षुता मेले का भी आयोजन हर महीने करती है।

राष्ट्रीय युवा महोत्सव

युवा और किशोर विकास के लिए राष्ट्रीय कार्यक्रम (NPYAD) के घटक ‘राष्ट्रीय एकता को बढ़ावा देना’ के तहत हर साल जनवरी के महीने में राष्ट्रीय युवा महोत्सव का आयोजन किया जाता है। इस महोत्सव का आयोजन युवा कार्यक्रम और खेल मंत्रालय राज्य सरकार/संघ राज्य क्षेत्र की मदद से करता है। महोत्सव में विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम, युवा सम्मेलन, सुविचार, प्रदर्शनियां, साहसिक कार्यक्रम आदि शामिल होतें हैं। कोरोना के कारण पिछले दो बार से राष्ट्रीय युवा महोत्सव का आयोजन वर्चुअली हो रहा था। लेकिन इस साल 26वां राष्ट्रीय युवा महोत्सव 12 से 16 जनवरी तक कर्नाटक के हुबली-धारवाड़ में आयोजित हो रहा है। पीएम मोदी इस महोत्सव का उद्घाटन करेंगे। सबसे पहला राष्ट्रीय युवा महोत्सव 1995 में राष्ट्रीय एकता शिविर (एनआईसी) के कार्यक्रम के तहत भोपाल में आयोजित किया गया था।https://twitter.com/narendramodi/status/1613156488914296834

राष्ट्रीय युवा पुरस्कार

राष्ट्रीय युवा पुरस्कार प्रत्येक वर्ष राष्ट्र निर्माण/सामुदायिक सेवा के लिए किए गए उत्कृष्ट कार्य के लिए युवा व्यक्तियों और गैर सरकारी संगठनों को प्रदान किए जाते हैं। प्रत्येक पुरस्कार विजेता को 40,000 रुपये का नकद पुरस्कार, एक पदक और सम्मान का प्रमाण पत्र दिया जाता है। स्वैच्छिक युवा संगठनों को पुरस्कार में एक प्रमाण पत्र, एक पदक और 2,00,000 रुपये की राशि शामिल है।

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