मोतियाबिंद ऑपरेशन में प्रदेश में दूसरा स्थान अलवर अस्पताल का
आर पी डब्लू न्यूज़/धमेंद्र अदलखा
-सर्दियों में रहता है मोतियाबिंद ऑपरेशन का सीजन
-मेडिकल कॉलेजों से अधिक हो रहे अलवर जिले में नेत्र ऑपरेशन
अलवर , फरवरी 2:- प्रदेश में एसएमएस के बाद अलवर जिले के राजीव गांधी सामान्य चिकित्सालय में मोतियाबिंद के नेत्र ऑपरेशन में दूसरा स्थान है। यहां प्रतिदिन करीब 35 से 40 नेत्र ऑपरेशन हो रहे हैं जबकि जयपुर के एसएमएस अस्पताल की यह तादाद 50 की है।सर्दी के दिनों में नेत्र ऑपरेशन का बेहतर सीजन व समय माना जाता है, जिसमें एक ही दिन में 40 नेत्र ऑपरेशन हो रहे हैं। यहां नेत्र आपरेशन करवाने समीपवर्ती राज्यों और जिले से काफी तादाद में लोग आ रहे हैं। एसएमएस मेडिकल कॉलेज के बाद दूसरा और जिला अस्पतालों में अलवर के इस अस्पताल का प्रथम स्थान है।अलवर के राजीव गांधी सामान्य चिकित्सालय में इन दिनों प्रतिदिन 35 से 40 नेत्र आपरेशन हो रहे हैं जो मोतियाबिंद के हैं। सर्दियों के माह नवंबर, दिसंबर और जनवरी माह में सर्वाधिक नेत्र ऑपरेशन होते हैं। यह समय इन ऑपरेशन के लिए बेहतर मानते हैं। इस समय किसानों को भी खेती से फुरसत रहती है।समीपवर्ती राज्य और जिलों से आ रहे मरीजअलवर के सामान्य चिकित्सालय में हरियाणा के लगते क्षेत्र और समीपवर्ती जिलों भरतपुर, जयपुर ग्रामीण, दौसा से काफी संख्या में मरीज यहां ऑपरेशन कराने आते हैं जिनकी तादाद 25 प्रतिशत तक होती है। यहां ग्रामीण ही नहीं अलवर शहर के मरीज भी काफी संख्या में आते हैं।सामान्य चिकित्सालय में प्रतिदिन 40 नेत्र ऑपरेशन हो रहे हैं। यहां काफी संखया में मरीज अपनी आंखों की जांच करवाने आते हैं जिनकी संख्या 400 तक प्रतिदिन होती है। यही नहीं यहां 100 मरीज तो प्रतिदिन आंखों में लगने वाले चश्मे का नंबर लेकर जाते हैं। यह काम सरकारी होने के कारण पूरी तरह निशुल्क होता है जिससे लोगों का रुझान सरकारी में अधिक है।
सामान्य चिकित्सालय के आई वार्ड में पीएमओ नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ. सुनील चौहान, डॉ. मधु स्वरूप सक्सेना और डॉ. दीपा जैन हैं। ये तीनों चिकित्सों के साथ नर्सिंग अधिकारी संजय गर्ग और उनकी टीम है। यहां होने वाले नेत्र ऑपरेशन के लिए किसी प्रकार का शुल्क नहीं लिया जाता है जबकि चश्मे और दलिया तक नि:शुल्क दिया जाता है।इतने हुए आपॅरेशन
2010-11 में 6 हजार 910
2011-12 में 6 हजार 32
2012-13 में 6 हजार 626
2013-14 में 5 हजार 746
2015-16 में 6 हजार 559
2016-17 में 6 हजार 619
2018-19 में 5 हजार 849
2019-20 में 4 हजार 10
2020-21 में 2 हजार 967
2021- 22 में 3 हजार 834
2022 मार्च से अब तक 3 हजार 556
अलवर का नेत्र ऑपरेशन में साख अलवर के सामान्य चिकित्सालय के आई वार्ड की पूरे प्रदेश में साख है जिसका कारण यह टीम वर्क है। यहां कई राज्यों व जिलो से लोग नेत्र ऑपरेशन कराने आते हैं। अलवर का इस मामले में प्रदेश के जिला अस्पतालों में प्रथम स्थान है।