
आर पी डब्लू न्यूज़/धमेंद्र अदलखा
बस्ते के बोझ के नीचे दबे स्कूली विधार्थी

अलवर, फरवरी 2:-अलवर जिले के सरकारी स्कूलों में खेल मैदानों के बदतर हालात हैं। हालात यह है कि अलवर जिले के अधिकांश स्कूलों में खेल मैदान विकसित हालत में नहीं है। बिना खेल मैदानों के कैसे खेल प्रतिभाएं राष्ट्रीय और अंतरर्राष्ट्रीय स्तर पर आगे आएगी। अलवर जिले के अधिकतर सरकारी स्कूलों मे खेल सुविधाएं तक नहीं हैं। अलवर जिले के सरकारी स्कूलों की संख्या 2 हजार 831 है जिसमें 1 हजार 02 में तो खेल मैदान ही नहीं है। इनमें 1 हजार 829 में तो खेल मैदान हैं जबकि 399 में ही विकसित खेल मैदान है जबकि 1 हजार 430 स्कूलों में अविकसित खेल मैदान हैं। इस हिसाब से एक चौथाई सरकारी स्कूलों में खेल मैदान तक नहीं है।मान्यता के लिए मांगते हैं खेल मैदान जरूरी, अपनी परवाह तक नहीं-प्राथमिक-उच्च प्राथमिक स्कूल में 500 और मा-उच्च माध्यमिक में एक हजार वर्ग मीटर मैदान जरूरी है। शहरी क्षेत्र में प्राथमिक व उच्च प्राथमिक स्कूल के लिए 500 वर्ग मीटर का खेल मैदान चाहिए, वहीं ग्रामीण क्षेत्र में दो हजार वर्ग मीटर का मैदान होना आवश्यक है। इससे क्लासेज होने पर शहरी क्षेत्रों में एक हजार वर्ग मीटर और ग्रामीण क्षेत्रों में चार हजार वर्ग मीटर जमीन की आवश्यकता है। यह नियम प्राइवेट स्कूलों के लिए निर्धारित हैं। खुदनपुरी स्कूल में खेल मैदान तक नहीं है। यहां हाकी के प्रशिक्षक विजेन्द्र सिंह नरुका के नेतृत्व में बेटियों ने एक प्लॉट में सफाई करके प्रेक्टिस की जिसका परिणाम यह रहा है कि यहां से एक दर्जन से अधिक बेटियां राष्ट्रीय स्तर पर खेल रही हैं।यह कहते हैं शारीरिक शिक्षक और अधिकारीदेश-प्रदेश में विभिन्न खेलों में प्रतिभाएं तराशने की शुरूआत स्कूल से होती है, इसलिए स्कूल में खेल मैदान जरूरी हैं। खेल को लेकर माहौल बदल रहा है लेकिन अभी इस दिशा में सभी को मिलकर काम करने की जरूरत है। इसमें भामाशाहों का सहयोग लेकर काम किया जा सकता है।- विजेन्द्र सिंह नरुका, हॉकी कोच, अलवर।नरेगा में कराएंगे विकास कार्यअलवर जिले में जो स्कूली खेल मैदान अविकसित हैं, उनमें से 416 का विकास नरेगा में कराए जाएंगे, जिसके लिए प्रस्ताव भेजे गए हैं। खेल मैदान बेहतर बनाए जाने हैं। – मनोज शर्मा, अतिरिक्त परियोजना समन्वयक, समग्र शिक्षा अभियान, अलवर।यह हैं हालात , 22 बलाक में कुल विधालय-
इनमें खेल मैदान- विकसित खेल मैदान- अविकसित
बहरोड़ -113 – 100- 14- 86
नीमराणा – 116- 114- 19- 95
कोटकासिम: 116- 50- 66- 25
बानसूर: 243- 80- 29- 5
थानागाजी: 247- 175- 5- 170
राजगढ़: 215- 90-9-81
रैणी: 140- 108-7-101
कठूमर: 212- 150- 5- 145
लक्ष्मणगढ़: 135- 80-34- 46
गोविंदगढ़: 104- 73- 32-41
रामगढ़ : 227- 43-5- 38
उमरैण: 166- 94- 0- 94
मालाखेड़ा: 137- 86-2- 84
किशनगढ़बास: 194- 165- 149- 16
मुंडावर: 184- 159- 28- 131
तिजारा: 282- 246- 36- 210