![IMG_20230315_190740[1]](https://rpwnews.in/wp-content/uploads/2023/03/IMG_20230315_1907401.jpg)
आर पी डब्लू न्यूज़/ब्यूरो रिपोर्ट
– डीसी अशोक कुमार गर्ग ने हीट वेव से बचाव के प्रबंधों बारे विभागाध्यक्षों के साथ की समीक्षा
– डीसी की अपील-गर्मी से निजात दिलाने में जल है महत्त्वपूर्ण, व्यर्थ न बहाएं जल

रेवाड़ी, 15 मार्च:-जिला आपदा एवं प्रबंधन प्राधिकरण चेयरमैन एवं डीसी अशोक कुमार गर्ग ने बुधवार को लघु सचिवालय सभागार में आगामी गर्मी के मौसम में हीट वेव व हीट स्ट्रोक से बचाव के लिए मुख्य सचिव हरियाणा संजीव कुमार कौशल की वीसी उपरांत संबंधित विभागाध्यक्षों की समीक्षात्मक बैठक ली और आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि सभी विभाग गर्मी के मौसम में हीट वेव से बचाव के लिए पूरी तैयारियां व प्रबंध सुनिश्चित करें। साथ ही आमजन को गर्मी में जलापूर्ति निर्धारित शेड्यूल अनुसार मिले इसके लिए व्यापक व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। डीसी ने आमजन से आह्वान किया कि गर्मी से निजात दिलाने में जल अति महत्वपूर्ण है, ऐसे मं कोई भी व्यक्ति किसी भी रूप से जल को व्यर्थ न बहाए। डीसी गर्ग ने वीसी उपरांत मुख्य सचिव की ओर से दिए गए निर्देशों की अनुपालना प्रभावी तरीके से करने के आदेश संबंधित विभागाध्यक्षों को दिए। डीसी ने पंचायती राज विभाग के अधिकारियों को गांव में पीने के पानी के लिए प्याऊ लगवाने सहित पीएचसी व सीएचसी पर पर्याप्त मात्रा में राहत स्वरूप दवाइयां व ओआरएस उपलब्ध करने, ग्रामीण व शहरी क्षेत्रों में पेयजल की समस्या उत्पन्न न हो इसके लिए नियमित मॉनिटरिंग सुनिश्चित करने को कहा। उन्होंने गर्मी में आगजनी की घटनाओं पर अंकुश लगाने के मद्देनजर फायर ऑडिट कराने के निर्देश भी दिए। उन्होंने कृषि एवं किसान कल्याण विभाग, के अधिकारियों के साथ गर्मी व हीट वेव का रबी फसलों की उपज पर प्रभाव सहित अन्य बिंदुओं पर विस्तार से समीक्षा करते हुए किसानों के लिए एडवाइजरी जारी करने, ग्रीष्मकालीन फसलों पर मौसम की स्थिति के प्रभाव को रोकने के लिए किए जाने वाले उपायों बारे जागरूक करने के आदेश दिए। उन्होंने वन और पर्यावरण विभाग के अधिकारियों को आरक्षित व संरक्षित वनों में पशुओं के लिए पर्याप्त मात्रा में जल की उपलब्धता सुनिश्चित करने, वर्षा जल संचयन को बढ़ावा देने, वन्यजीवों के लिए पीने के पानी जैसे तालाबों/जल निकायों की व्यवस्था सुनिश्चित करने, आरक्षित वनों में जल की कमी का सामना कर रहे मानव आवासों में जल की व्यवस्था करने सहित अधिक से अधिक पौधरोपण करने के निर्देश दिए। *गर्मी में श्रमिकों के कार्य समय में लाएं बदलाव : डीसी*डीसी अशोक कुमार गर्ग ने ग्रामीण विकास व विकास एवं पंचायत, पंचायती राज संस्थाओं को निर्देश दिए कि वे मनरेगा श्रमिकों के लिए दिन के समय अत्यधिक गर्मी से बचने के लिए काम के घंटों को पुनर्निर्धारित करने के आदेश दिए। उन्होंने विशेष रूप से कार्य स्थलों पर पानी के कियोस्क, नलकूप, टैंकरों का प्रावधान करवाने, तालाबों, कृत्रिम झीलों के निर्माण जैसी वैकल्पिक आजीविका गतिविधियों को प्रोत्साहित करने, वाष्पीकरण द्वारा पर्यावरण को ठंडा करने, शीतलन केंद्र जैसे मंदिर, सार्वजनिक भवन और मॉल की पहचान करते हुए एनजीओ, सामुदायिक समूह और आम जनता के लिए पेयजल कियोस्क या व प्याऊ की व्यवस्था करने, हीट वेव की स्थिति के दौरान पीने का पानी और छाछ की उलब्धता सुनिश्चित करने संबंधित आवश्यक निर्देश दिए।*जीवन रक्षक दवाओं व आवश्यक दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित हो : चेयरमैन*आपदा प्रबंधन प्राधिकरण चेयरमैन अशोक कुमार गर्ग ने स्वास्थ्य और परिवार कल्याण विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे दवाओं की आपूर्ति स्थिति का अवलोकन करें। सभी स्वास्थ्य संस्थानों में ओआरएस, तरल पदार्थ, जीवन रक्षक दवाओं व आवश्यक दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित की जाए। उन्होंने सीएचसी/पीएचसी में, जहां भी ए.सी. और कूलर उपलब्ध हैं, हीट स्ट्रोक कक्ष में उपयोग किए जाने, आवश्यकता और उपलब्धता के अनुसार सीएचसी और पीएचसी में बर्फ और बर्फ के ठंडे पानी का प्रावधान, प्रत्येक स्वास्थ्य संस्थान में ठंडे पानी को मिट्टी के बर्तनों में संग्रहित करने, सभी एंबुलेंसों और अन्य पीएचसी वाहनों को मरीजों को रेफर करने के लिए चलने योग्य रखने, बिजली कटौती के दौरान पावर बैक अप का प्रावधान, गर्मी की लहर के खतरों के बारे में जागरूकता पैदा करने, व्यक्ति जोखिम को कैसे कम करें, स्वास्थ्य कर्मियों की सभी श्रेणियों को ताप तनाव विकारों, रोकथाम और पर संवेदनशील बनाने, गर्मी से संबंधित मामलों के प्रबंधन के लिए मोबाइल स्वास्थ्य इकाइयों (एमएचयू) को प्रशिक्षित करने, सार्वजनिक और निजी अस्पतालों में सभी चिकित्सा सुविधाओं सहित सुरक्षा, फायर ऑडिट और मॉक ड्रिल के लिए उठाए गए कदमों बारे विस्तार से समीक्षा की गई। डीसी ने जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे जोखिम भरे क्षेत्रों की पहचान करें। सभी सार्वजनिक स्थानों जैसे बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन, चौक, बाजार, अस्पताल, पब्लिक डिलिंग से संबंधित कार्यालयों में नगर परिषद, नगर पालिका, विकास एवं पंचायत विभाग के सहयोग से पेयजल की उपलब्धता सुनिश्चित करने, मुख्य रूप से पानी की कमी वाले जोखिम वाले क्षेत्रों में पीने के पानी की आपूर्ति के लिए पानी के टैंकरों की सूची तैयार करने, पेयजल के स्रोत और जनसंख्या के अनुपात में इसकी क्षमता की पहचान करने, गर्मी की लहर से पहले यह सुनिश्चित कर लें कि पूरा पानी पंप सेट या तो डीजल या बिजली आधारित होना चाहिए और काम करने की अच्छी स्थिति में होने चाहिए।डीसी ने शहरी स्थानीय निकाय के अधिकारियों को निर्देश दिए कि हीट अलर्ट और एहतियाती उपाय बारे आमजन को जागरूक करें, खुले और ऊंचे सभा स्थलों में आश्रय और छाया संबंधित प्रबंध करने, जनता के लिए शांत विश्राम स्थान प्रदान करने के लिए व्यस्त समय के दौरान बड़े सार्वजनिक पार्कों को खुला रखने, मलिन बस्तियों में टैंकरों से जलापूर्ति करवाने, पीक आवर्स के दौरान चलने वाले शहर के सार्वजनिक परिवहन वाहनों में आइस पैक, प्राथमिक चिकित्सा और पानी की व्यवस्था करवाने, पशुओं के पीने के पानी के लिए टंकियों (नलकूपों के पास) का प्रावधान करने, सडक़ों पर धूल कणों को रोकने के लिए पानी के छिडक़ाव का प्रावधान, छतों, प्राकृतिक वेंटिलेशन में वृद्धि और वर्षा जल संचयन करने के निर्देश दिए। डीसी गर्ग ने बिजली विभाग के अधिकारियों को ऊर्जा संरक्षण बारे लोगों में जागरूकता पैदा करने, संवेदनशील क्षेत्रों और जनसंख्या के आधार पर बिजली कटौती के लिए नीति बनाने, अत्यधिक गर्मी के दौरान बिजली की कटौती बारे एक दिन पहले सूचना देने, कविभाग के कर्मियों के लिए गाइडलाइन जारी करने, जीवन रेखा संस्थानों के लिए पावर बैक अप का प्रावधान करने के निर्देश दिए। उन्होंने सिंचाई और जल संसाधन विभाग को नालों की सिल्टिंग और रखरखाव, वाटर वर्कस टैंकों की क्षमता को पुनर्जीवित करने और तालाबों को भरने, पेयजल आपूर्ति की उपलब्धता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।डीसी ने महिला बाल विकास विभाग को हीट वेव के खतरों के बारे में युवा लड़कियों और माताओं को जागरूक और शिक्षित करने, संबंधित स्वास्थ्य प्रभाव और किए जाने वाले एहतियाती उपाय बारे आंगनवाडिय़ों में आईईसी सामग्री प्रदर्शित करने और एकीकृत बाल विकास योजना (आईसीडीएस) को प्रोत्साहित करने, हीट वेव से संबंधित जानकारी का प्रसार करने, सभी आंगनवाड़ी केन्द्रों, वृद्धाश्रमों, अनाथालयों में पीने के पानी और प्राथमिक उपचार की व्यवस्था करने के निर्देश दिए। डीसी ने पशुपालन और डेयरी विभाग को गर्मी और हीट वेव से बचाने के लिए पशुपालकों के बीच जागरूकता पैदा करने, ग्राम स्तर पर फील्ड स्टाफ को सक्रिय करने, गर्मी की लहर की स्थिति के दौरान प्रबंधन, सुरक्षित पेयजल के साथ मवेशियों के लिए पशु कुंड बनाने और उनका रखरखाव करने,कपशुधन के लिए क्या करें और क्या न करें के बारे में जन जागरूकता अभियान चलाने के लिए जरूरी निर्देश दिए।*यह रहे मौजूद बैठक में एसडीएम रेवाड़ी होशियार सिंह, एसडीएम कोसली जयप्रकाश, डीआरओ राजेश कुमार, डीडीपीओ एचपी बंसल, जनस्वास्थ्य विभाग के एसई सतीश राठी, सिविल सर्जन डा.सुरेंद्र यादव, महिला एवं बाल विकास अधिकारी उर्मिल सिवाच, सचिव रैडक्रास महेश गुप्ता, एसडीओ कृषि विभाग दीपक यादव सहित अन्य संबंधित अधिकारीगण मौजूद रहे।