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आर पी डब्लू न्यूज़/ब्यूरो रिपोर्ट
-सेक्टर-23 में आयोजित कुआं पूजन कार्यक्रम में पहुंचकर डब्ल्यूसीडीपीओ गीता गहलावत ने बेटियों की माताओं को प्रशस्ति पत्र देकर किया सम्मानित
-माँ-बेटियों के बिना संसार का नहीं है कोई अस्तित्व-डब्ल्यूसीडीपीओ गीता गहलावत

सोनीपत, 19 मार्च:- आजादी का अमृत महोत्सव की श्रंखला में महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा कन्या जन्म उत्सव के जरिए लोगों को बेटी बचाओं-बेटी पढाओं का संदेश दिया जा रहा है ताकि समाज में बेटों और बेटियों के बीच होने वाले भेदभाव को जड़ से खत्म किया जा सके। इसी कड़ी में उपायुक्त ललित सिवाच के मार्गदर्शन में रविवार को शहर के सेक्टर-23 में लडक़ी के जन्म पर कुआं पूजन कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें महिला एवं बाल विकास विभाग की जिला कार्यक्रम अधिकारी(डब्ल्यूसीडीपीओ) गीता गहलावत ने शिरकत करते हुए बेटियों की माताओं को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया। इस दौरान उन्होंने बेटियों व उनकी माताओं के अच्छे स्वास्थ्य के लिए भगवान से प्रार्थना की।जिला कार्यक्रम अधिकारी गीता गहलावत ने कहा कि माँ-बेटियां ही ईश्वर की रचना को विस्तार प्रदान करती है। माँ-बेटियों के बिना संसार का अस्तित्व ही नहीं है। इस बात को हर किसी को गंभीरता से समझते हुए समाज में व्याप्त भेदभाव को खत्म करने का प्रयास करना होगा। उन्होंने कहा कि बेटियों के अस्तित्व पर मंडराये खतरे के चलते ही इस प्रकार के आयोजनों की आवश्यकता पड़ी है। हिंदुस्तान में बेटियों के संरक्षण के उद्देश्य से ही बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान की शुरुआत करनी पड़ी, जिसका आज समाज में साफ असर दिखाई दे रहा है आज सभी परिवार अपनी बेटियों का बेटों से भी ज्यादा अच्छे तरीके से पालन पोषण करते हैं और उसको जीवन में कामयाब करने के लिए उसका हमेशा साथ देते हैं।

जिला कार्यक्रम अधिकारी ने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा आपकी बेटी-हमारी बेटी योजना चलाई गई है,जो कि बहुत ही महत्वकांक्षी योजना है। इस योजना का उद्देश्य राज्य में कन्या भ्रूण हत्या पर रोक लगाना, लिंगानुपात में सुधार तथा बालिकाओं को शिक्षा के उचित अवसर प्रदान करना है। उन्होंने बताया कि इस योजना के तहत ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों में 22 जनवरी 2015 को या उसके बाद जन्मी अनुसूचित जाति तथा बीपीएल परिवारों की पहली बेटी के जन्म पर 21 हजार रुपये तथा सभी वर्गों की दूसरी व तीसरी बेटी के जन्म पर 21 हजार रुपये की राशि दी जाती है। इस योजना में लाभार्थी लडक़ी के खाते में कुल संचित राशि उसके 18 वर्ष पूर्ण होने पर ब्याज सहित देय होगी, बशर्ते की लाभार्थी लडक़ी अविवाहित हो। योजना का लाभ लेने के लिए आवेदक को सरल पोर्टल के माध्यम से ऑनलाइन आवेदन करना होगा।