
आर पी डब्लू न्यूज़/ब्यूरो रिपोर्ट
सहकारिता मंत्री डा. बनवारी लाल ने की नि:शुल्क बाजरा बीज वितरण की शुरुआत
– 2023 को अंतरराष्ट्रीय मोटा अनाज वर्ष के रूप में मना रही सरकार
रेवाड़ी, 12 मई:- हरियाणा सरकार में सहकारिता एवं जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी मंत्री डा. बनवारी लाल ने ग्रामीणों से पानी की बचत करने का आह्वान करते हुए कहा कि सरकार की ओर से चलाई जा रही अटल भूजल योजना से भूजल स्तर में सुधार हुआ है। इस योजना से जल संकट को कम करने में भी मदद मिल रही है। केंद्र सरकार द्वारा अटल भूजल योजना की शुरुआत देश के चिन्हित जल संकट वाले क्षेत्रों में स्थाई भूजल प्रबंधन के लिए सामुदायिक भागीदारी पर जोर देने के लिए किया गया है। सहकारिता मंत्री डा. बनवारी लाल शुक्रवार को जिला के गांव मामडिय़ा अहीर में अटल भूजल योजना के तहत कम पानी की फसलों को प्रोत्साहित करने व खाद सुरक्षा के लिए निशुल्क बाजरा बीज वितरण कार्यक्रम की शुरूआत करने उपरांत ग्रामीणों को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि अटलम भूजल योजना के माध्यम से प्रदेश के प्रत्येक नागरिक तक जल उपलब्ध हो सकेगा, जिससे नागरिकों के जीवन स्तर में सुधार आएगा। यह योजना प्रदेश के नागरिकों को सशक्त एवं आत्मनिर्भर बनाने में भी कारगर साबित हो रही है। सहकारिता मंत्री डा. बनवारी लाल ने ग्रामीणों को जल बचाने के लिए ड्रिप सिस्टम के माध्यम से सिंचाई करने के लिए प्रेरित करते हुए कहा कि अटल भूजल योजना की शुरुआत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा देश के पूर्व प्रधानमंत्री स्व. अटल बिहारी वाजपेयी के 95वें जन्म दिवस पर की थी। हरियाणा प्रदेश में अटल भूजल योजना को मुख्यमंत्री मनोहर लाल की अध्यक्षता में सिंचाई एवं जल संसाधन विभाग क्रियान्वित कर रहा है। इस योजना के तहत हरियाणा के 14 जिलों की कुल 1656 ग्राम पंचायतों को शामिल किया गया है जिसमे रेवाड़ी जिले के खंड खोल की 38 ग्राम पंचायतें शामिल हैं। *जंक फूड की जगह ’मिलेट्स’ को दैनिक जीवन में अपनाएं युवा : डा. बनवारी लाल* डा. बनवारी लाल ने कहा कि सरकार श्रीअन्न यानी मोटे अनाज को बढ़ावा देने के लिए वर्ष 2023 को अंतरराष्ट्रीय मोटा अनाज वर्ष के रूप में मना रही है। मोटे अनाजों के सेवन से कई तरह के फायदे होते हैं। इन्हें खाने वाले लोगों में गंभीर बीमारियों जैसे मोटापा, दिल की बीमारी, आदि से लड़ने की क्षमता होती है। पहले हमारे पूर्वज श्री अन्न या मिलेट्स का प्रयोग करते थे। लेकिन बदलते समय में घरों में खानपान की शैली बहुत बदल गई है। मिलेट्स को फिर भोजन में शामिल कर पोषण के सभी फायदे लिए जा सकते हैं। पोषण संबंधित व्यवहार और खानपान परिवर्तन में युवा बड़ी भूमिका निभा सकते है। मिलेट्स से कई प्रकार के स्वादिष्ट व्यंजन बनाए जा सकते हैं। युवाओं को चाहिए कि वे जंक फूड को छोड़कर पौष्टिक भोजन और स्वस्थ जीवन शैली अपनाएं और दूसरों को भी प्रेरित करें। इस अवसर पर पूर्व चेयरमैन एमसी बावल अमर सिंह जयभगवान, सरपंच मामडिय़ा अहीर संजय कुमार, सरपंच मामडिय़ा आसमपुर अशोक कुमार,मास्टर बलवन्त सिंह, सुरेन्द्र पहलवान व एसडीओ मुकेश कुमार मौजूद रहे।