
आर पी डब्लू न्यूज़/ऋतु रहनुमा
दिल्ली जनवरी 7:-दिल्ली में सितंबर 2023 में होने वाले G20 शिखर सम्मेलन की तैयारियां इन दिनों पूरे जोर-शोर से चल रही है। इसी के मद्देनजर दिल्ली का कायाकल्प ताबड़तोड़ जारी है। जहां पार्कों, सड़कों, फुटपाथ और सेंट्रल वर्ज के सौंदर्यीकरण के कार्य को युद्धस्तर पर अंजाम दिया जा है तो वहीं राजधानी के सौंदर्यीकरण के लिए अन्य महत्वपूर्ण क्षेत्रों की पहचान का कार्य भी लगातार जारी है। इसी के तहत G20 शिखर सम्मेलन के लिए राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में सड़कों पर 5,000 नए आकर्षक साइन बोर्ड लगाए जाने का कार्य किया जा रहा है।
NDMC बदलेगी ये साइन बोर्ड
इस काम जिम्मा नई दिल्ली नगरपालिका परिषद (NDMC) ने अपने कंधों पर संभाला है। एनडीएमसी इसके लिए अपने अधिकार क्षेत्र में लगभग 5,000 सड़क संकेतों को बदलने का कार्य कर रही है। यानि अब दिल्ली की सड़कों पर नजर आने वाले पुराने साइन बोर्ड की जगह नए आकर्षक साइन बोर्ड ले लेंगे।
दिल्ली में होगा G20 शिखर सम्मेलन
गौरतलब हो इस बार G20 की मेजबानी की बागडोर भारत के हाथों में है। मार्च, जून और सितंबर 2023 में भारत की राजधानी दिल्ली में G20 शिखर सम्मेलन से जुड़े अनेक कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। भारत सरकार इस इवेंट को सफल बनाने में पूरी तरह से जुट गई है। इसी के मद्देनजर तमाम बारीकियों पर नजर रखी जा रही है और सम्मेलन में हिस्सा लेने आ रहे प्रतिनिधियों को किसी प्रकार की कोई असुविधा न हो, इसके लिए विशेष तैयारी की जा रही है।
31 करोड़ रुपए किए गए स्वीकृत
NDMC द्वारा बदले जाने वाले ये साइन बोर्ड भी इसी तैयारी का हिस्सा हैं। इसके तहत अब हरे रंग के साइन बोर्ड से नीले रंग में परिवर्तित कर दिए जाएंगे वहीं विरासत स्थलों के पास लगने वाले साइन बोर्ड भूरे रंग के होंगे जिन पर सफेद रंग के अक्षर नजर आएंगे। इंडियन रोड कांग्रेस की सिफारिशों के आधार पर इस बदलाव का फैसला किया गया है, जिसके तहत सड़कों पर लगभग 5,000 साइन बोर्ड को हरे से नीले रंग में बदला जाएगा और विरासत स्थलों के लिए साइन बोर्ड सफेद अक्षरों के साथ भूरे रंग में होंगे। उक्त कार्य को पूरा करने के लिए ₹31 करोड़ स्वीकृत किए गए हैं। इसका काम पहले ही शुरू हो चुका है और मार्च से पहले पूरा होने की संभावना है।
G20 से जुड़े बुनियादी ढांचे के सुधार कार्य जारी
आउटर सर्कल (पंचकुइयां रोड ट्रैफिक सिग्नल) से मिंटो रोड, मंडी हाउस और सरदार पटेल मार्ग पर G20 से जुड़े बुनियादी ढांचे के सुधार कार्यों किए जा रहे हैं। बता दें, सरदार पटेल मार्ग इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे से नई दिल्ली क्षेत्र के लिए मेन एंट्री पॉइंट के रूप में कार्य करता है। वहीं रिज इलाके के आसपास ग्रिल्स को बदलने का कार्य भी शुरू कर दिया गया है। पहले की हरी रेलिंगों के स्थान पर जोधपुर और धौलपुर के पत्थरों से बनी नारंगी रेलिंगों की क्लैडिंग लगाई जा रही है। पूरे 2.8 किमी लंबे खंड को नई रेलिंग, 15 बिंदुओं पर झंडा लगाने, हरित पट्टी और पानी के फव्वारे के साथ फिर से तैयार किया जा रहा है।बताया जा रहा है कि 2.8 किलोमीटर के 15 बिंदुओं पर 112 राष्ट्रीय झंडे होंगे, जिनमें से प्रत्येक 9 मीटर लंबा होगा। सरदार पटेल मार्ग पर पहले से ही दो फव्वारे हैं, लेकिन इनका संख्या और अधिक बढ़ाए जाने की योजना है। सड़क के किनारे शेर की मूर्ति की स्थापना को लेकर भी तैयारी है। परियोजना के हिस्से के रूप में इस कॉरिडोर में प्रमुख चौराहों पर आठ शेर की मूर्तियों की स्थापना का काम पहले से ही चल रहा है।छह सफेद संगमरमर की शेर की मूर्तियां होंगी, जो छह फीट ऊंची हैं और प्रत्येक का वजन 2 टन है, और दो काले पत्थर के शेर हैं, जो 13 फीट लम्बे हैं और प्रत्येक का वजन 14 टन है। फव्वारे एयरोसिटी से टी-3 टर्मिनल की ओर, टी-3 टर्मिनल के पास जंक्शन, टी-1 टर्मिनल, द्वारका सहित अन्य जगहों पर लगेंगे।
प्रतिनिधियों के स्वागत संदेशों के साथ दीवारों को रंगने का काम शुरू
G20 की अधिकांश बैठकें नई दिल्ली क्षेत्र में आयोजित की जाएंगी और इसलिए G20 प्रतिनिधियों के स्वागत संदेशों के साथ दीवारों को रंगना शुरू कर दिया है। चहल ने कहा, “मुख्य प्रवेश बिंदुओं के साथ-साथ पांच सौ पेड़ों को रोशन किया जाएगा और G20 शिखर सम्मेलन से संबंधित संदेश प्रसारित करने वाले एलईडी स्क्रीन पांच प्रमुख स्थानों पर आएंगे।” इन प्रतिष्ठानों के स्थानों को अंतिम रूप दिया जाना बाकी है।