दुनिया का प्रमुख सेमीकंडक्टर आपूर्तिकर्ता बनना भारत का लक्ष्य,10 अरब डॉलर का किया निवेश

आर पी डब्लू न्यूज़/ब्यूरो रिपोर्ट

दिल्ली ,जनवरी 20:-आज दुनिया में सेमीकंडक्टर महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। भारत कुशल इंजीनियरिंग कार्यबल के कारण इस क्षेत्र में प्रभावशाली भागीदार बनने की एक महत्वपूर्ण स्थिति में है। हाल ही में विश्व आर्थिक मंच-2023 की वार्षिक बैठक में केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ‘लर्निंग फ्रॉम सेमीकंडक्टर सप्लाई शॉक्स’ पर एक सत्र में शामिल हुए। इस दौरान उन्होंने कहा कि एक बहुत बड़ा बाजार है जिसे सेमीकंडक्टर की आवश्यकता है और भारत में बुनियादी ढांचे, प्रतिभा और प्रौद्योगिकी के मामले में बहुत बड़ी क्षमता है।
10 अरब डॉलर का किया निवेश
वैश्विक सेमीकंडक्टर बाजार में बड़े अवसर को देखते हुए केंद्र सरकार ने 10 अरब डॉलर का निवेश कर दुनिया के लिए प्रमुख आपूर्तिकर्ता बनने की योजना शुरू की है। केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा भारत, पूरी दुनिया के लिए एक प्रमुख सेमीकंडक्टर आपूर्तिकर्ता बनने की क्षमता रखता है। और भारत में इलेक्ट्रिकल वाहनों सहित सभी आधुनिक तकनीकों जरूरतों को पूरा करने के तरीके हैं। हमें भरोसा है कि मांग बहुत बड़ी होने वाली है। उद्योग अगले 6-7 वर्षों में दोगुना होकर 1 ट्रिलियन अमरीकी डॉलर तक पहुंचने वाला है, जिससे भारत की अर्थव्यवस्था में सुधार आएगा।
सेमीकंडक्टर इकोसिस्टम बनाना प्रमुख लक्ष्य

केंद्र सरकार सेमीकंडक्टर इकोसिस्टम बनाने और भविष्य में भारत को आगे बढ़ाने के लिए विकास को प्रोत्साहित कर रही है। केंद्र सरकार ने 15 फरवरी को 76,000 करोड़ रुपये की रूपरेखा के साथ भारत में सेमीकंडक्टर्स और डिस्प्ले मैन्युफैक्चरिंग इकोसिस्टम के विकास कार्यक्रम को मंजूरी दी। सेमीकंडक्टर और डिस्प्ले फैब्स की स्थापना के लिए 15 फरवरी तक आवेदन आमंत्रित किए गए थे। सेमीकंडक्टर और डिस्प्ले मैन्युफैक्चरिंग के इस ग्रीनफील्ड सेगमेंट में आवेदन जमा करने के लिए अति महत्वाकांक्षी समयसीमा के बावजूद, इस योजना को अच्छी प्रतिक्रिया मिली है।इंडिया सेमीकंडक्टर मिशन, जिसे सेमीकॉन इंडिया प्रोग्राम के लिए एक समर्पित संस्थान के रूप में स्थापित किया गया है जिसमें सेमीकंडक्टर और डिस्प्ले फैब्स के लिए कुल 20.5 बिलियन अमेरिकी डॉलर के निवेश के साथ आवेदन प्राप्त हुए हैं। केन्द्रीय मंत्रिमंडल ने भारत में सेमीकंडक्टर फैब्स की स्थापना के लिए योजना के तहत सभी प्रौद्योगिकी नोड्स के साथ-साथ परियोजना लागत की 50 प्रतिशत वित्तीय सहायता दी है। वहीं डिस्प्ले फैब की स्थापना के लिए योजना के तहत समरूप आधार पर परियोजना लागत की 50 प्रतिशत वित्तीय सहायता दी गई ।
क्या है सेमीकंडक्टर और कहां प्रयोग होता है?

SemiConductor एक चिप होती है और इसका प्रयोग मोबाइल, लैपटॉप, कंप्यूटर, फ्रिज, टीवी व वॉशिंग मशीन व एसयूवी कार के पार्ट्स जैसे अन्य इलेक्ट्रॉनिक सामान में किया जाता है। भारत के पास असाधारण प्रतिभाएं भारत के पास सेमीकंडक्टर क्षेत्र को आगे ले जाने के लिए प्रतिभाशाली कार्यबल है।आज भारत को वैश्विक स्तर पर इलेक्ट्रॉनिक और सेमीकंडक्टर उद्योग के लिए एक प्रमुख केंद्र के रूप में स्थापित करने का भरपूर समर्थन मिला है। केंद्र सरकार की नीतियों के अलावा, पाठ्यक्रम तैयार करने के लिए शैक्षणिक और वैश्विक संस्थानों के साथ मिलकर काम कर रहे हैं जो सेमीकंडक्टर उद्योग के लिए लगभग 85 हजार प्रशिक्षित और उत्पादन के लिए तैयार कार्यबल बनाने में मदद करेगा।
गुजरात पहला राज्य
गुजरात सेमीकंडक्टर और डिस्प्ले उत्पादन क्षेत्र में सहायता के लिए नीति घोषित करने वाला पहला राज्य है। सेमीकंडक्टर चिप उत्पादन के क्षेत्र में आत्मनिर्भरता प्राप्त करने के उद्देश्य के साथ केंद्र सरकार द्वारा इंडिया सेमीकंडक्टर मिशन की स्थापना की गई थी और भारत में सेमीकंडक्टर उत्पादन क्षेत्र में निवेशकों को आकर्षित करने के लिए यह नीति घोषित की गई है। केंद्र सरकार की इस पहल के अंतर्गत गुजरात में चिप उत्पादन क्षेत्र में निवेशकों को आकर्षित करने के लिए गुजरात सरकार ने सबसे पहले अपने राज्य में सेमीकंडक्टर नीति की घोषणा की थी।