बजट सत्र से पहले सर्वदलीय बैठक, 27 दलों के 37 नेता रहे मौजूद

आर पी डब्लू न्यूज़/ब्यूरो रिपोर्ट
दिल्ली,जनवरी 30:-केंद्र सरकार ने संसद के बजट सत्र से पहले सोमवार 30 जनवरी 2023 को सर्वदलीय बैठक बुलाई। यह बैठक दोपहर 12 बजे संसद भवन परिसर में बुलाई गई। संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी, केंद्रीय मंत्री और संसद के दोनों सदनों का प्रतिनिधित्व करने वाले राजनीतिक दलों के फ्लोर नेताओं ने इस बैठक में भाग लिया। कुल 27 दलों के 37 नेता इस बैठक में मौजूद रहे।
संसद की कार्रवाई का सुचारू संचालन सुनिश्चित करने के लिए हुई सर्वदलीय बैठक

आमतौर पर संसद के हर सत्र से पहले ऐसी बैठक होती है। दरअसल, संसद की कार्रवाई का सुचारू संचालन सुनिश्चित करने के लिए यह बैठक बुलाई जाती है। इस बार भी बजट सत्र से पूर्व ये बैठक बुलाई गई थी। बता दें, सर्वदलीय बैठक के बाद संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने प्रेस वार्ता भी की। इस दौरान उन्होंने बताया कि बजट सत्र में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू का उद्बोधन होगा। उसके बाद बजट का प्रेजेंटेशन होगा। राष्ट्रपति के भाषण के ऊपर थेंक्स गीविंग मोशन पर चर्चा भी होगी व बजट पर चर्चा होगी।
दो हिस्सों में होगा बजट सत्र
बताया कहा गया है कि इस बार बजट सत्र दो हिस्सों में होगा। पहला हिस्सा 13 फरवरी तक चलेगा। वहीं, दूसरा हिस्सा 13 मार्च को अवकाश के बाद 6 अप्रैल तक चलेगा। इस दौरान विभिन्न मंत्रालयों की अनुदान मांगों पर चर्चा होगी और केंद्रीय बजट पारित किया जाएगा। इस अवधि के दौरान अन्य विधायी व्यवसाय भी सरकार द्वारा उठाए जाएंगे।
सर्वदलीय बैठक में 27 दलों के 37 नेता रहे मौजूद
इस संबंध में संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने बताया कि 13 मार्च से फिर से सदन की बैठक होगी और बजट पर चर्चा होगी। उन्होंने कहा कि इसी के लिए सर्वदलीय बैठक बुलाई गई थी। इस मीटिंग में 27 पार्टियों से 37 नेताओं ने भाग लिया।
31 जनवरी को पेश होगी आर्थिक सर्वे रिपोर्ट
उल्लेखनीय है कि अब 31 जनवरी यानि कल आर्थिक सर्वे रिपोर्ट पेश की जाएगी। अर्थव्यवस्था की स्थिति की जानकारी देने के लिए केंद्रीय बजट से पहले संसद में आर्थिक समीक्षा पेश की जाती है। इसे आर्थिक सर्वे रिपोर्ट भी कहा जाता है।सरल शब्दों में समझें तो आर्थिक सर्वे देश की अर्थव्यवस्था की सेहत का लेखा-जोखा होता है। सरकार इस दस्तावेज के जरिए यह बताती है कि देश की अर्थव्यवस्था किस स्थिति में है। सरकार की योजनाएं कितनी तेजी से आगे बढ़ रही हैं। पूरे साल विकास का क्या ट्रेंड रहा और किस क्षेत्र में कितना निवेश हुआ। साथ ही योजनाओं को किस तरह अमल में लाया गया इत्यादि। ऐसे में बजट से एक दिन पहले आने वाली इस आर्थिक सर्वे रिपोर्ट पर सबकी नजर बनी होती है। इससे विशेषज्ञों द्वारा अगले वित्त वर्ष के लिए सकल घरेलू उत्पाद का अनुमान भी लगाया जाता है।
66 दिनों में सामान्य अवकाश के साथ होंगी 27 बैठकें
इस बार संसद का बजट सत्र 31 जनवरी से शुरू होगा और 6 अप्रैल तक चलेगा। इस बीच 66 दिनों में सामान्य अवकाश के साथ 27 बैठकें होंगी। केंद्रीय संसदीय मामलों के मंत्री के मुताबिक अमृत काल के बीच राष्ट्रपति के अभिभाषण, केंद्रीय बजट और अन्य मदों पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा होगी। सत्र के दौरान 14 फरवरी से 12 मार्च तक अवकाश रहेगा। ऐसा इसलिए कि विभागों से संबंधित संसदीय स्थायी समितियां अनुदान मांगों की जांच कर रिपोर्ट तैयार कर सकें।
संसद का बजट सत्र 31 जनवरी से होगा शुरू
सर्वदलीय बैठक में केंद्र सरकार ने सत्र के दौरान संसद के दोनों सदनों के सुचारू कामकाज को सुनिश्चित करने के लिए सभी राजनीतिक दलों से सहयोग मांगा। अब संसद का बजट सत्र इस महीने की 31 जनवरी यानि कल से शुरू होगा।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू पहली बार संसद को करेंगी संबोधित
सत्र की शुरुआत सुबह 11 बजे सेंट्रल हॉल में लोकसभा और राज्यसभा दोनों की संयुक्त बैठक के दौरान राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के अभिभाषण से होगी। सत्र के पहले दिन दोनों सदनों में आर्थिक सर्वेक्षण भी पेश किया जाएगा। वहीं 1 फरवरी को केंद्रीय बजट 2023-24 पेश किया जाएगा।
वित्त मंत्री पेश करेंगी बजट
उल्लेखनीय है कि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण एक फरवरी 2023 को केंद्रीय बजट 2023-24 पेश करेंगी। संसद सत्र का पहला भाग 31 जनवरी से शुरू होगा और 13 फरवरी तक चलेगा। वहीं, 14 फरवरी से 12 मार्च तक अवकाश रहेगा। बजट सत्र का दूसरा हिस्सा 13 मार्च से 6 अप्रैल तक चलेगा। दूसरे चरण में संसद के दोनों सदनों में वित्त विधेयक पर चर्चा की जाएगी जिसके बाद विधेयक को दोनों सदनों से पास कराया जाएगा।