भारत के ‘बजट’ पर पूरी दुनिया का ध्यान: PM मोदी

आर पी डब्लू न्यूज़/ब्यूरो रिपोर्ट
दिल्ली,जनवरी 31:-पीएम मोदी ने परंपरा के मुताबिक मंगलवार, 31 जनवरी 2023 को संसद के बजट सत्र से पूर्व पत्रकारों को वक्तव्य दिया। इस दौरान उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू का संसद के दोनों सदनों को संयुक्त रूप से संबोधित करना हमारे संविधान और संसदीय परंपरा के लिए गौरव का अवसर है। उन्होंने कहा कि यह नारी शक्ति और महान आदिवासी परंपरा को सम्मान देने का अवसर है।
राष्ट्रपति का संबोधन संविधान और संसदीय परंपरा का गौरव
पीएम ने कहा, राष्ट्रपति का भाषण भारत के संविधान का गौरव है। भारतीय संसदीय प्रणाली का गौरव और विशेष रूप से आज नारी सम्मान का भी अवसर है और दूर-सुदूर जंगलों में जीवन बसर करने वाले हमारे देश के महान आदिवासी परम्परा के सम्मान का भी अवसर है। न सिर्फ सांसदों को लेकिन आज पूरे देश के लिए गौरव का पल है कि भारत के वर्तमान राष्ट्रपति का पहला उद्बोधन हो रहा है।
विश्व की आर्थिक क्षेत्र की प्रमुख आवाजें आज भारत के प्रति आशान्वित
पीएम मोदी ने कहा, अर्थ जगत में जिनकी आवाज को मान्यता होती है वैसी आवाज चारों तरफ से सकारात्मक संदेश लेकर आ रही है। आशा की किरण लेकर आ रही है, उमंग का आगाज लेकर आ रही है। उन्होंने कहा कि विश्व की आर्थिक क्षेत्र की प्रमुख आवाजें आज भारत के प्रति आशान्वित रुख रखती हैं। भारत के बजट पर न केवल देश की, बल्कि दुनिया की भी नजर है। उन्होंने कहा कि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण भी एक महिला हैं और वे कल अपना बजट पेश करेंगी।
नागरिकों की आशाओं और आकांक्षाओं को पूरा करने का प्रयास
उन्होंने कहा, अस्थिर वैश्विक आर्थिक परिस्थितियों में भारत का बजट आम नागरिकों की आशाओं और आकांक्षाओं को पूरा करने का प्रयास करेगा। दुनिया को जो आशा की किरण दिख रही है, उसके लिए मुझे दृढ़ विश्वास है कि निर्मला सीतारमण उन आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए सभी प्रयास करेंगी।
विपक्ष से तकरार की अपेक्षा के साथ ही तकरीर की भी अपेक्षा रखी
पीएम मोदी ने विपक्ष से तकरार की अपेक्षा के साथ ही तकरीर की भी अपेक्षा रखी। उन्होंने विपक्ष से संसद की चर्चा में भागीदार बनने और अपने अनुभवों और बारीक नजर से सत्र में ‘अमृत’ निकालने की अपील की।
‘इंडिया फर्स्ट, सिटीजन फर्स्ट’ की सोच को लेकर बजट सत्र को बढ़ाएंगे आगे
पीएम मोदी ने कहा, ‘इंडिया फर्स्ट, सिटीजन फर्स्ट’ की सोच को लेकर हम संसद के इस बजट सत्र को आगे बढ़ाएंगे। मुझे उम्मीद है कि विपक्षी नेता संसद के समक्ष अपने विचार रखेंगे।