2023 और 2024 में भारत की GDP ग्रोथ रहेगी सबसे तेज: IMF

आर पी डब्लू न्यूज़/ब्यूरो रिपोर्ट
दिल्ली, जनवरी 31:- दुनिया के तमाम देशों में आर्थिक मंदी के खतरे के बीच भारत सबसे अच्छा प्रदर्शन कर रहा है। केवल इतना ही नहीं आने वाले समय में भी भारत तेजी से आगे बढ़ेगा। इस संबंध में अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) ने दुनियाभर की अर्थव्यवस्थाओं पर ताजा आंकड़े जारी किए हैं। अपने पूर्वानुमान में IMF ने भारतीय अर्थव्यवस्था की रफ्तार पर भरोसा जताया है। आईएमएफ के अनुसार, 2023 में भारत 6.1 प्रतिशत की दर से आर्थिक प्रगति करेगा। IMF के अनुसार, भारतीय अर्थव्यवस्था 2023 और 2024 में सबसे तेजी से बढ़ती बड़ी अर्थव्यवस्था बनी रहेगी।
IMF ने भारत की वृद्धि दर 2023 में 6.1 फीसदी रहने का अनुमान
IMF ने साल 2023 में ग्लोबल इकोनॉमी ग्रोथ का अनुमान जारी किया है जिसमें IMF ने 2023 के लिए भारत के विकास अनुमान यानि वृद्धि दर को 6.1% और 2024 के लिए 6.8% होने का अनुमान लगाया है। IMF के मुताबिक भारत तेजी से वृद्धि करने वाली अर्थव्यवस्था बना रहेगा।
IMF Growth Projections: 2023
अमेरिका, चीन के मुकाबले भारत की स्थिति बेहतर
आईएमएफ के अनुसार 2023 में दुनिया की तीन सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाएं में अमेरिका ( 1.4 फीसदी), चीन (5.2 फीसदी) और यूरो एरिया (0.7 फीसदी) की ग्रोथ रेट रहेगी। वहीं भारत की विकास दर 6.1 फीसदी रहेगी जो दुनिया में सबसे ज्यादा है।IMF द्वारा जारी 2023 के विश्व आर्थिक आउटलुक रिपोर्ट के विकास पूर्वानुमान में अमेरिका की जीडीपी (1.4%), जर्मनी (0.1%), फ्रांस (0.7%), इटली (0.6%), स्पेन (1.1%), जापान (1.8%), यूके (-0.6%), कनाडा (1.5%), चीन (5.2%), भारत (6.1%), रूस (0.3%), ब्राजील (1.2%) रहने का अनुमान है।
दुनियाभर में कैसी रहेगी आर्थिक विकास दर ?
IMF ने यह भी कहा है कि दुनियाभर में आर्थिक विकास दर में गिरावट के बीच महंगाई चरम पर है। दुनिया की इकोनॉमी की ग्रोथ रेट साल 2023 में 2.9 प्रतिशत रहेगी, जोकि 2022 में 3.4 प्रतिशत रहा। साल 2024 के लिए आईएमएफ ने पूरी दुनिया की जीडीपी रेट 3.1 प्रतिशत रहने का अनुमान लगाया है। पूरी दुनिया को महंगाई (Inflation) का सामना करना पड़ रहा है। रूस-यूक्रेन के बीच युद्ध और चीन में कोविड के बढ़े मामलों ने साल 2022 में महंगाई को पुरजोर हवा दी

याद हो IMF ने कहा था कि अक्टूबर 2022 से 31 मार्च 2023 तक के लिए हमने भारत के विकास दर का अनुमान 6.8 प्रतिशत लगाया था, लेकिन इसके बाद 2023 के चालू वित्त वर्ष में यह घटकर 6.1 फीसदी होने की उम्मीद है। इस पर आईएमएफ बरकरार है। दरअसल, देखने में आया कि मुद्रास्फीति से लड़ने के लिए केंद्रीय बैंक दरों में वृद्धि और यूक्रेन में रूस के युद्ध से आर्थिक गतिविधियों पर अभी भी दबाव बना हुआ है।बता दें इससे पहले बीते वर्ष IMF ने ये चेतावनी भी दी थी कि ब्याज दरों में तेजी से वृद्धि होने से मंदी का दौर लंबे समय तक चल सकता है। आईएमएफ की प्रबंध निदेशक, क्रिस्टालिना जॉर्जीवा ने इस संबंध में कहा था कि वैश्विक आर्थिक दृष्टिकोण निराशाजनक हो रहा है और मंदी के जोखिम तेजी से बढ़ रहे हैं।
अच्छा प्रदर्शन कर रही भारतीय इकोनॉमी
हांलांकि अभी भी भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए पूरी दुनिया में बेहद सकारात्मक माहौल बना हुआ है। ऐसे में देश विकास क्रम में लगातार आगे बढ़ रहा है। बता दें इस समय भारत G20 की अध्यक्षता भी कर रहा है जिसमें IMF के अधिकारी भी शामिल हैं। ये भारतीय अर्थव्यवस्था में हो रहे विकास पर बारीकी से नजर बनाए हुए हैं।
आईएमएफ विकास अनुमान: 2023
भारत: 6.1% , यूएसए: 1.4%जर्मनी: 0.1% , फ्रांस: 0.7% , इटली: 0.6% , जापान: 1.8% , यूके:-0.6% , चीन: 5.2% , रूस: 0.3% , ब्राजील: 1.2% , मैक्सिको: 1.7% , केएसए: 2.6% , नाइजीरिया: 3.2% , आरएसए: 1.2%